केंद्रीय कारागार आगरा
– फोटो : अमर उजाला
आगरा के केंद्रीय कारागार में दस बंदियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने से जेल में खलबली मच गई है। झांसी निवासी 60 वर्षीय बंदी को ब्रेन स्ट्रोक होने पर तीन मई को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। छह मई को उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
नौ मई को उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद जेल प्रशासन ने उनके संपर्क के 14 बंदी और 13 कर्मचारियों के कोरोना टेस्ट कराए थे। बुधवार को दस बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जेल में कोरोना संक्रमण के मामले मिलने के बाद बंदियों की पूल टेस्टिंग द्वारा जांच कराई जाएगी।
ये भी पढ़ें: संक्रमित की मौत के बाद केंद्रीय कारागार में सौ और बंदी क्वारंटीन, विशेष बैरक में रखा
गौरतलब है कि झांसी निवासी मृत बंदी के संपर्क के 14 बंदियों को सात मई को ही विशेष बैरक में क्वारंटीन कर दिया गया था। जेल स्टाफ के 16 लोग भी होम क्वारंटीन कर दिए हैं। झांसी का बंदी जिस बैरक में था, उसके सर्किल के सौ बंदियों को मंगलवार को क्वारंटीन किया गया। इन सभी को जम्मू-कश्मीर के बंदियों वाली विशेष बैरक में रखा गया, जबकि यहां निरुद्ध जम्मू-कश्मीर के बंदियों को हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया है। वरिष्ठ अधीक्षक वीके सिंह ने बताया बंदियों को एहतियातन क्वारंटीन किया गया है। इन पर नजर रखी जा रही है।
डीआईजी जेल लव कुमार ने बताया कि बंदी के साथ बैरक में रखे गए दस बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन सभी को विशेष बैरक में पहले से ही क्वारंटीन किया जा चुका है।
जबकि चार बंदियों और स्टाफ के 13 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब बाकी 100 बंदियों के टेस्ट कराए जाएंगे। वहीं 100 कर्मचारियों के भी टेस्ट कराए जाएंगे। तब तक कर्मचारियों को जेल आवास परिसर से बाहर जाने के लिए मना किया गया है।
बंदी कैसे संक्रमित हुआ, नहीं चला पता
झांसी का बंदी कोरोना संक्रमित कैसे हुआ? यह सवाल अब भी बना हुआ है। उसके एसएन में भर्ती होने पर कोरोना पॉजिटिव का पता चला था।
सेंट्रल जेल से होगी पूल टेस्टिंग
केंद्रीय कारागार में कोरोना संक्रमित बंदी की मौत के बाद कोरोना संदिग्ध कैदियों व जेल अधिकारियों की पूल टेस्टिंग होगी। पिछले आठ दिन से आगरा में पूल टेस्टिंग बंद थी। जबकि इसके आदेश मुख्यमंत्री ने दिए थे।
डीएम पीएन सिंह को दोबारा पूल टेस्ट शुरू करने के आदेश दिए। जहां भी समूह में मामले मिलें, वहां पूल समूह चिहिन्त कर पूल टेस्टिंग कराएं। उन्होंने बताया कि सेंट्रल जेल चिह्नित कर पूल सैंपलिंग से जांच होगी। वहां के हालातों पर सेंट्रल जेल अधीक्षक से बात की है। जेल स्टॉफ की पूल टेस्टिंग से जांच होगी।
सार
जेल के एक बंदी की मौत हो चुकी है
नौ मई को बंदी की रिपोर्ट आई थी पॉजिटिव
सौ बंदियों को किया क्वारंटीन
विस्तार
आगरा के केंद्रीय कारागार में दस बंदियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने से जेल में खलबली मच गई है। झांसी निवासी 60 वर्षीय बंदी को ब्रेन स्ट्रोक होने पर तीन मई को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। छह मई को उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
नौ मई को उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद जेल प्रशासन ने उनके संपर्क के 14 बंदी और 13 कर्मचारियों के कोरोना टेस्ट कराए थे। बुधवार को दस बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जेल में कोरोना संक्रमण के मामले मिलने के बाद बंदियों की पूल टेस्टिंग द्वारा जांच कराई जाएगी।
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गौरतलब है कि झांसी निवासी मृत बंदी के संपर्क के 14 बंदियों को सात मई को ही विशेष बैरक में क्वारंटीन कर दिया गया था। जेल स्टाफ के 16 लोग भी होम क्वारंटीन कर दिए हैं। झांसी का बंदी जिस बैरक में था, उसके सर्किल के सौ बंदियों को मंगलवार को क्वारंटीन किया गया। इन सभी को जम्मू-कश्मीर के बंदियों वाली विशेष बैरक में रखा गया, जबकि यहां निरुद्ध जम्मू-कश्मीर के बंदियों को हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया है। वरिष्ठ अधीक्षक वीके सिंह ने बताया बंदियों को एहतियातन क्वारंटीन किया गया है। इन पर नजर रखी जा रही है।
डीआईजी जेल लव कुमार ने बताया कि बंदी के साथ बैरक में रखे गए दस बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन सभी को विशेष बैरक में पहले से ही क्वारंटीन किया जा चुका है।
जबकि चार बंदियों और स्टाफ के 13 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब बाकी 100 बंदियों के टेस्ट कराए जाएंगे। वहीं 100 कर्मचारियों के भी टेस्ट कराए जाएंगे। तब तक कर्मचारियों को जेल आवास परिसर से बाहर जाने के लिए मना किया गया है।
बंदी कैसे संक्रमित हुआ, नहीं चला पता
झांसी का बंदी कोरोना संक्रमित कैसे हुआ? यह सवाल अब भी बना हुआ है। उसके एसएन में भर्ती होने पर कोरोना पॉजिटिव का पता चला था।
सेंट्रल जेल से होगी पूल टेस्टिंग
केंद्रीय कारागार में कोरोना संक्रमित बंदी की मौत के बाद कोरोना संदिग्ध कैदियों व जेल अधिकारियों की पूल टेस्टिंग होगी। पिछले आठ दिन से आगरा में पूल टेस्टिंग बंद थी। जबकि इसके आदेश मुख्यमंत्री ने दिए थे।
डीएम पीएन सिंह को दोबारा पूल टेस्ट शुरू करने के आदेश दिए। जहां भी समूह में मामले मिलें, वहां पूल समूह चिहिन्त कर पूल टेस्टिंग कराएं। उन्होंने बताया कि सेंट्रल जेल चिह्नित कर पूल सैंपलिंग से जांच होगी। वहां के हालातों पर सेंट्रल जेल अधीक्षक से बात की है। जेल स्टॉफ की पूल टेस्टिंग से जांच होगी।
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