वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, जिनेवा
Updated Tue, 05 May 2020 03:08 PM IST
कोरोना के एक मरीज को खाना खिलाता चिकित्सका कर्मी (फाइल फोटो)
– फोटो : PTI
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि अमेरिकी सरकार ने ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों के मनगंढत दावे का समर्थन करने के लिए कोई सबूत नहीं दिया है, जो यह दावा करता है कि कोविड-19 वुहान की एक लैब में पैदा हुआ था। चीन ने इन बातों को सिरे से खारिज किया है।
डोनाल्ड ट्रंप लगातार बोल रहे हैं कि उनके पास इस बात का सबूत है कि वायरस की उत्पत्ति वुहान लैब में हुई थी। हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि पिछले साल यह मीट मार्केट से जानवरों से मनुष्यों के अंदर प्रवेश किया था। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शनिवार को कहा कि उनके पास अपनी बात साबित करने के लिए कई सारे सबूत हैं।
डब्ल्यूएचओ में आपात स्थिति के निदेशक डॉक्टर माइकल रायन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से न तो इन सबूतों को पेश किया है और ही डब्ल्यूएचओ को दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘इसलिए हमारे दृष्टिकोण से, यह केवल अटकलबाजी हैं। किसी भी साक्ष्य-आधारित संगठन की तरह, हम ऐसी किसी भी जानकारी को प्राप्त करने के लिए तैयार हैं जो वायरस की उत्पत्ति को लेकर दावा करता हो।’
रायन ने जोर देते हुए कहा, ‘यह भविष्य के नियंत्रण के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य सूचना के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण लेख है। यदि ऐसा कोई डाटा या सबूत उपलब्ध है तो इसका फैसला अमेरिकी सरकार को करना है कि उसे साझा किया जाए या नहीं लेकिन डब्ल्यूएचओ के लिए सूचना के अभाव में काम करना मुश्किल है।’
डब्ल्यूएचओ के आपात कार्यक्रमों के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर माइक रायन ने जिनेवा में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि डब्ल्यूएचओ के लिए चीनी वैज्ञानिकों के डाटा से सीखना और साथ मिलकर जवाब ढूंढने के लिए ज्ञान प्राप्त करना महत्वपूर्ण था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि अमेरिकी सरकार ने ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों के मनगंढत दावे का समर्थन करने के लिए कोई सबूत नहीं दिया है, जो यह दावा करता है कि कोविड-19 वुहान की एक लैब में पैदा हुआ था। चीन ने इन बातों को सिरे से खारिज किया है।
डोनाल्ड ट्रंप लगातार बोल रहे हैं कि उनके पास इस बात का सबूत है कि वायरस की उत्पत्ति वुहान लैब में हुई थी। हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि पिछले साल यह मीट मार्केट से जानवरों से मनुष्यों के अंदर प्रवेश किया था। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शनिवार को कहा कि उनके पास अपनी बात साबित करने के लिए कई सारे सबूत हैं।
डब्ल्यूएचओ में आपात स्थिति के निदेशक डॉक्टर माइकल रायन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से न तो इन सबूतों को पेश किया है और ही डब्ल्यूएचओ को दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘इसलिए हमारे दृष्टिकोण से, यह केवल अटकलबाजी हैं। किसी भी साक्ष्य-आधारित संगठन की तरह, हम ऐसी किसी भी जानकारी को प्राप्त करने के लिए तैयार हैं जो वायरस की उत्पत्ति को लेकर दावा करता हो।’
रायन ने जोर देते हुए कहा, ‘यह भविष्य के नियंत्रण के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य सूचना के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण लेख है। यदि ऐसा कोई डाटा या सबूत उपलब्ध है तो इसका फैसला अमेरिकी सरकार को करना है कि उसे साझा किया जाए या नहीं लेकिन डब्ल्यूएचओ के लिए सूचना के अभाव में काम करना मुश्किल है।’
डब्ल्यूएचओ के आपात कार्यक्रमों के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर माइक रायन ने जिनेवा में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि डब्ल्यूएचओ के लिए चीनी वैज्ञानिकों के डाटा से सीखना और साथ मिलकर जवाब ढूंढने के लिए ज्ञान प्राप्त करना महत्वपूर्ण था।
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