Coronavirus Case News In Hindi : 80 Percent Of Patients Do Not Need A Large Hospital, Kovid Care-health Center Is Sufficient – 80 फीसदी मरीजों के लिए बड़े अस्पताल की जरूरत नहीं, कोविड केयर-स्वास्थ्य केंद्र ही पर्याप्त




न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Fri, 24 Apr 2020 07:09 AM IST

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सरकार देश में संक्रमण रफ्तार को एक माह से रोके रखने का दावा कर रही है। मरीजों को समय रहते आइसोलेट करना भी सफलता की वजह मानी जा रही है। सरकार ने अस्पतालों को कोविड और नॉन कोविड के बीच बांटा। फिर कोविड अस्पतालों को कोविड अस्पताल, कोविड स्वास्थ्य केंद्र और कोविड निगरानी केंद्र में विभाजित किया।

ऐसा इसलिए, क्योंकि देश के संक्रमितों में 80 फीसदी बिना लक्षण व हल्के असर वाले हैं। इसीलिए इन मरीजों को कोविड स्वास्थ्य केंद्र व कोविड निगरानी केंद्र में रखा गया। जबकि बाकी 20 फीसदी मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है जहां आईसीयू से लेकर वेंटिलेटर इत्यादि की व्यवस्था है।

जिला स्तर पर यह तीनो कोविड विशेष एक दूसरे से लिंक हैं। एंबुलेंस से मरीज को एक से दूसरे या तीसरे केंद्र में शिफ्ट किया जा रहा है। पर्यावरण सचिव व आईसीएमआर के निदेशक सीके मिश्रा का कहना है कि सीमित संसाधनों के बीच मरीजों की समय पर बड़ी चुनौती हमारे सामने थी जिसे कुशल रणनीति और आपसी सामंजस्य की दम पर ही जीता जा सकता था।

इसीलिए सरकार ने पिछले एक महीने में इन सुविधाओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा, हम लगातार लॉकडाउन के दौरान संक्रमण फैलने से रोकने की कोशिश में जुटे हुए हैं। हम जानते हैं कि जितना किया जा रहा है वो पर्याप्त नहीं है।

आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, फिलहाल भारत में कोरोना से स्थिति बहुत ज्यादा नहीं बिगड़ी है। हमने टेस्टिंग को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया। साथ ही टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाने की कोशिश हो रही है। हमारा पहला लक्ष्य है कि लोगों को अस्पताल न आना पड़े।

खास इंतजाम: ये हैं विशेष केंद्र

  • कोविड निगरानी केंद्र शिक्षण संस्थान, ट्रेन कोच, कॉम्पलैक्स या अन्य परिसर जहां प्राथमिक सुविधाएं मिल सकें और मेडिकल टीम के ठहरने की व्यवस्था हो। लक्षण न मिलने वाले मरीजों के लिए।
  • कोविड स्वास्थ्य केंद्र जिला स्तर पर सामुदायिक या जिला स्वास्थ्य केंद्र जहां ऑक्सीजन आपूर्ति से लैस एंबुलेंस की व्यवस्था। हल्के संक्रमण वाले मरीज।
  • कोविड अस्पताल : पर्याप्त सुविधाओं से लैस एक अस्पताल, जहां हर तरह का विशेषज्ञ, आईसीयू, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर की व्यवस्था इत्यादि। गंभीर संक्रमित मरीजों के लि
  • 23 मार्च तक देश में कोविड अस्पताल :163
  • 23 मार्च तक कोविड अस्पतालों में बिस्तर : 41,974
  • 23 अप्रैल तक देश में कोविड अस्पताल : 736
  • 23 अप्रैल तक कोविड अस्पतालों में बिस्तर : 1,94,026

देश के अस्पतालों की वर्तमान स्थिति

  • 1741 कोविड निगरानी केंद्र में 1,66,760 आइसोलेशन बिस्तर।
  • 736 कोविड अस्पतालों में 15,931 आईसीयू, 8945 वेंटिलेटर बेड उपलब्ध।
  • 1297 कोविड स्वास्थ्य केंद्र में 8713 आईसीयू, 3426 वेंटिलेटर बेड मौजूद।
सरकार देश में संक्रमण रफ्तार को एक माह से रोके रखने का दावा कर रही है। मरीजों को समय रहते आइसोलेट करना भी सफलता की वजह मानी जा रही है। सरकार ने अस्पतालों को कोविड और नॉन कोविड के बीच बांटा। फिर कोविड अस्पतालों को कोविड अस्पताल, कोविड स्वास्थ्य केंद्र और कोविड निगरानी केंद्र में विभाजित किया।

ऐसा इसलिए, क्योंकि देश के संक्रमितों में 80 फीसदी बिना लक्षण व हल्के असर वाले हैं। इसीलिए इन मरीजों को कोविड स्वास्थ्य केंद्र व कोविड निगरानी केंद्र में रखा गया। जबकि बाकी 20 फीसदी मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है जहां आईसीयू से लेकर वेंटिलेटर इत्यादि की व्यवस्था है।

जिला स्तर पर यह तीनो कोविड विशेष एक दूसरे से लिंक हैं। एंबुलेंस से मरीज को एक से दूसरे या तीसरे केंद्र में शिफ्ट किया जा रहा है। पर्यावरण सचिव व आईसीएमआर के निदेशक सीके मिश्रा का कहना है कि सीमित संसाधनों के बीच मरीजों की समय पर बड़ी चुनौती हमारे सामने थी जिसे कुशल रणनीति और आपसी सामंजस्य की दम पर ही जीता जा सकता था।

इसीलिए सरकार ने पिछले एक महीने में इन सुविधाओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा, हम लगातार लॉकडाउन के दौरान संक्रमण फैलने से रोकने की कोशिश में जुटे हुए हैं। हम जानते हैं कि जितना किया जा रहा है वो पर्याप्त नहीं है।

आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, फिलहाल भारत में कोरोना से स्थिति बहुत ज्यादा नहीं बिगड़ी है। हमने टेस्टिंग को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया। साथ ही टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाने की कोशिश हो रही है। हमारा पहला लक्ष्य है कि लोगों को अस्पताल न आना पड़े।

खास इंतजाम: ये हैं विशेष केंद्र

  • कोविड निगरानी केंद्र शिक्षण संस्थान, ट्रेन कोच, कॉम्पलैक्स या अन्य परिसर जहां प्राथमिक सुविधाएं मिल सकें और मेडिकल टीम के ठहरने की व्यवस्था हो। लक्षण न मिलने वाले मरीजों के लिए।
  • कोविड स्वास्थ्य केंद्र जिला स्तर पर सामुदायिक या जिला स्वास्थ्य केंद्र जहां ऑक्सीजन आपूर्ति से लैस एंबुलेंस की व्यवस्था। हल्के संक्रमण वाले मरीज।
  • कोविड अस्पताल : पर्याप्त सुविधाओं से लैस एक अस्पताल, जहां हर तरह का विशेषज्ञ, आईसीयू, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर की व्यवस्था इत्यादि। गंभीर संक्रमित मरीजों के लि
  • 23 मार्च तक देश में कोविड अस्पताल :163
  • 23 मार्च तक कोविड अस्पतालों में बिस्तर : 41,974
  • 23 अप्रैल तक देश में कोविड अस्पताल : 736
  • 23 अप्रैल तक कोविड अस्पतालों में बिस्तर : 1,94,026

देश के अस्पतालों की वर्तमान स्थिति

  • 1741 कोविड निगरानी केंद्र में 1,66,760 आइसोलेशन बिस्तर।
  • 736 कोविड अस्पतालों में 15,931 आईसीयू, 8945 वेंटिलेटर बेड उपलब्ध।
  • 1297 कोविड स्वास्थ्य केंद्र में 8713 आईसीयू, 3426 वेंटिलेटर बेड मौजूद।




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