न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन।
Updated Sun, 26 Apr 2020 12:19 AM IST
ख़बर सुनें
क्या है मामला
दरअसल, उज्जैन में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की सूची जारी की थी। इसमें अजीज नाम के एक शख्स को मृत बताया गया था। इस सूची के आधार पर स्थानीय समाचार पत्र में इससे संबंधित खबर प्रकाशित हो गई। इसके बाद शनिवार को उक्त शख्स ने एक वीडियो जारी कर खुद को जिंदा बताया है।
पीड़ित अजीज के वीडियो जारी करने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से उससे संपर्क किया। शनिवार को मामला सामने आने पर सीएमएचओर डॉ. अनुसूया गवली ने विभागीय गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि एक जैसे नाम होने की वजह से गफलत के कारण यह गलती हुई है। मामले में नोडल अधिकारी को नोटिस जारी किया गया है।
उधर, वीडियो में अजीज ने बताया कि वह दो दिन पहले कोरोना की जांच करवाने अपनी मां और भांजे के साथ माधव नगर के अस्पताल गया था। वहां से उसे आरडी गार्डी अस्पताल भेज दिया गया। उसने कहा कि उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हो पाई है। सरकारी कर्मचारियों में से कोई उसे पॉजिटिव बता रहा है तो कोई निगेटिव।
वहीं डॉ. गवली ने इस संंबंध में बताया कि एक जैसे नाम होने के चलते यह गलती हुई। दरअसल, बीती 23 अप्रैल को एक 60 साल के व्यक्ति की मौत हुई थी। उसका नाम भी अजीज ही था। हालांकि, वह नागौरी मोहल्ले का रहने वाला था, जबकि जिस मरीज की मौत के बारे में गलती से जानकारी दी गई वह किसी दूसरे मोहल्ले का रहने वाला है।