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बता दें कि कोविड-19 से सोमवार को मुंबई पुलिस के 57 वर्षीय हेड कांस्टेबल की मौत हो गई। शनिवार के बाद से इस बीमारी से जान गंवाने वाले यह तीसरे पुलिसकर्मी थे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एक अन्य अधिकारी ने दावा किया कि हेड कांस्टेबल के कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी मिलने पर कई सरकारी अस्पतालों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया था। इसके बाद परेल इलाके में स्थित केईएम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। वह कुर्ला यातायात मंडल में कार्यरत थे।
अधिकारी ने दावा किया कि बुखार महसूस होने पर वह शुक्रवार को सबसे पहले घाटकोपर में राजावाड़ी अस्पताल गए। वहां के डॉक्टरों ने उन्हें कस्तूरबा अस्पताल जाने को कहा जो कि संक्रमण के मरीजों के इलाज का मुख्य केंद्र है। वहां भी उन्हें भर्ती करने से मना किया गया और इसके बाद वह नैयर अस्पताल गए, जिसने उन्हें केईएम अस्पताल जाने के लिए कहा।
अधिकारी ने बताया कि दोबारा जब हेड कांस्टेबल को कस्तूरबा अस्पताल जाने को कहा गया तो कुर्ला यातायात मंडल के वरिष्ठ निरीक्षक ने हस्तक्षेप कर उन्हें केईएम में भर्ती करवाया। हेड कांस्टेबल शुक्रवार को संक्रमित पाए गए थे। इससे पहले शनिवार को एक कांस्टेबल की और रविवार को एक भी एक पुलिसकर्मी की मौत हुई थी।
महाराष्ट्र में 522 नये मामले, कुल संख्या 8590
सोमवार को महाराष्ट्र में कोविड-19 के 522 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 8590 हो गई है। यह जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी है।
उन्होंने कहा कि राज्य में 27 और लोगों की मौत के साथ ही कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 369 हो गई है। वहीं प्रदेश में अबतक 1282 लोग इलाज के बाद ठीक हुए हैं।