Coronavirus Case News In Hindi : Plasma Therapy Trial Approved In 21 Hospitals In 10 States – 10 राज्य के 21 अस्पतालों में प्लाज्मा थैरेपी के ट्रायल को मिली मंजूरी




अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली।
Updated Sat, 09 May 2020 03:55 AM IST

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कोरोना वायरस से संक्रमित संक्त्रस्मित मरीजों को गंभीर अवस्था से बाहर लाने के लिए प्लाज्मा थैरेपी के ट्रायल को अब मंजूरी मिल चुकी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने 10 राज्य के 21 अस्पतालों में यह ट्रायल करने का फैसला लिया है जिसे क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री ऑफ इंडिया (सीटीआरआई) में पंजीकृत करा लिया है।

फिलहाल इस ट्रायल के लिए 452 संक्त्रस्मित मरीजों को शामिल किया है। आईसीएमआर के अनुसार इस ट्रायल के लिए दिल्ली एम्स सहित देश के 111 चिकित्सीय संस्थानों से आवेदन मिले थे लेकिन फिलहाल 21 अस्पतालों को ही मंजूरी मिल सकी है।

हालांकि इन अस्पतालों को अभी और वक्त दिया गया है लेकिन जैसे ही 400 मरीजों का पंजीयन पूरा हो जाएगा उसके बाद अस्पताल की संख्या नहीं बढ़ेगी। महाराष्ट्र के पांच और गुजरात के चार अस्पतालों के अलावा मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडू के चार व तेलंगना, कर्नाटक और पंजाब के एक एक अस्पताल शामिल हैं। पीजीआई चंडीगढ़ भी इस ट्रायल में सहभागिता करने वाला है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्लाज्मा थैरेपी के लिए बेहद सटीक ट्रायल होने की आवश्यकता है। इसके लिए आईसीएमआर के वैज्ञानिक ट्रायल की निगरानी रखेंगे। दरअसल अभी तक देश में कई अस्पतालों को ट्रायल की मंजूरी मिली थी लेकिन इसके परिणाम में विरोधाभास होने के चलते आईसीएमआर की निगरानी में इसे किया जाएगा।

दिल्ली के मैक्स अस्पताल की ओर से एक मरीज पर ट्रायल किया गया था जोकि अब स्वस्थ्य होकर घर जा चुका है। अस्पताल ने दावा किया कि वेंटिलेटर पर मौजूद मरीज को उन्होंने प्लाज्मा थैरेपी के जरिए स्वस्थ्य कर दिया। वहीं दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भी अभी ट्रायल चल रहा है जिसके अब तक परिणाम सामने नहीं आए हैं।

कोरोना वायरस से संक्रमित संक्त्रस्मित मरीजों को गंभीर अवस्था से बाहर लाने के लिए प्लाज्मा थैरेपी के ट्रायल को अब मंजूरी मिल चुकी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने 10 राज्य के 21 अस्पतालों में यह ट्रायल करने का फैसला लिया है जिसे क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री ऑफ इंडिया (सीटीआरआई) में पंजीकृत करा लिया है।

फिलहाल इस ट्रायल के लिए 452 संक्त्रस्मित मरीजों को शामिल किया है। आईसीएमआर के अनुसार इस ट्रायल के लिए दिल्ली एम्स सहित देश के 111 चिकित्सीय संस्थानों से आवेदन मिले थे लेकिन फिलहाल 21 अस्पतालों को ही मंजूरी मिल सकी है।

हालांकि इन अस्पतालों को अभी और वक्त दिया गया है लेकिन जैसे ही 400 मरीजों का पंजीयन पूरा हो जाएगा उसके बाद अस्पताल की संख्या नहीं बढ़ेगी। महाराष्ट्र के पांच और गुजरात के चार अस्पतालों के अलावा मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडू के चार व तेलंगना, कर्नाटक और पंजाब के एक एक अस्पताल शामिल हैं। पीजीआई चंडीगढ़ भी इस ट्रायल में सहभागिता करने वाला है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्लाज्मा थैरेपी के लिए बेहद सटीक ट्रायल होने की आवश्यकता है। इसके लिए आईसीएमआर के वैज्ञानिक ट्रायल की निगरानी रखेंगे। दरअसल अभी तक देश में कई अस्पतालों को ट्रायल की मंजूरी मिली थी लेकिन इसके परिणाम में विरोधाभास होने के चलते आईसीएमआर की निगरानी में इसे किया जाएगा।

दिल्ली के मैक्स अस्पताल की ओर से एक मरीज पर ट्रायल किया गया था जोकि अब स्वस्थ्य होकर घर जा चुका है। अस्पताल ने दावा किया कि वेंटिलेटर पर मौजूद मरीज को उन्होंने प्लाज्मा थैरेपी के जरिए स्वस्थ्य कर दिया। वहीं दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भी अभी ट्रायल चल रहा है जिसके अब तक परिणाम सामने नहीं आए हैं।




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