न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ
Updated Thu, 30 Apr 2020 10:32 AM IST
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस
– फोटो : PTI
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सार
उत्तर प्रदेश में अब तक 2164 कोरोना पॉजिटिव मामले पाए गए हैं जिनमें से 477 पूरी तरह ठीक हो चुके हैं, जबकि 39 मौतें हुई हैं। कोरोना संक्रमण के मामले में आगरा प्रदेश में पहले स्थान पर है। गुरुवार सुबह आगरा में 22 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिसके बाद जिले में कुल मरीजों की संख्या 455 हो गई है। वहीं वाराणसी नगर निगम की सीमा को तीन मई तक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यहां पढ़ें उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से जुड़े हर अपडेट-
विस्तार
महाराजगंज जिले में एक और कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आया है। मुख्य चिकित्साधिकारी श्रीकांत तिवारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि संक्रमित व्यक्ति की ट्रैवल हिस्ट्री का पता लगाया जा रहा है। बता दें कि इससे पहले महरागंज में छह जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जिले को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया गया था।
केजीएमयू में 646 सैंपलों की जांच, 27 पॉजिटिव
लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में बुधवार को 646 सैंपलों की जांच की गई, जिनमें से 27 की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है।
कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला का ऑपरेशन सफल
आगरा में सरोजिनी नायडु मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम ने पिछले दिनों कोरोना संक्रमित पाई गई गर्भवती महिला का गुरुवार सुबह ऑपरेशन किया। डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि महिला का ऑपरेशन सफल रहा।
Caesarean section of a pregnant woman who had tested positive for #COVID19 was done successfully by a team of Gynecologists at Sarojini Naidu Medical College: Agra DM Prabhu N Singh pic.twitter.com/6nj7GojBoR
— ANI UP (@ANINewsUP) April 30, 2020
आगरा में कुल 455 मामले
डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि आज बुधवार को लिए गए सैंपलों की रिपोर्ट आई है। इनमें से 22 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 455 हो गई है। इनमें से 353 सक्रीय मामले हैं।
वाराणसी नगर निगम की सीमाएं सील
तीन मई तक वाराणसी नगर निगम की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि लोगों को किसी भी चीज की आवश्यकता होने पर समानों की होम डिलीवरी कराई जाएगी। लोगों को केवल स्वास्थ्य और चिकित्सा के मामलों में ही सीमा से बाहर जाने की अनुमति मिलेगी।