सिंगापुर से आई भारतीय महिला की स्क्रीनिंग करते चिकित्सक
– फोटो : पीटीआई
लॉकडाउन के चलते विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए शुरू किए गए ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत एयर इंडिया का एक विमान सिंगापुर में फंसे भारतीयों को लेकर शुक्रवार सुबह दिल्ली हवाईअड्डे पर उतरा। वहीं, बांग्लादेश में फंसे जम्मू-कश्मीर के छात्र-छात्राओं को लेकर ढाका से पहला विमान भी श्रीनगर पहुंचा। एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सिंगापुर से 234 यात्री और बांग्लादेश से 167 छात्र-छात्राओं को लाया गया है।
एयरलाइन के एक अधिकारी ने कहा, ‘एयर इंडिया का बी-787 विमान 234 यात्रियों को लेकर सुबह करीब पौने बारह बजे दिल्ली हवाईअड्डे पर उतरा।’ इन लोगों को अब 14 दिन क्वारंटीन में रहना होगा। बता दें कि देश में 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के बाद से सभी निर्धारित व्यावसायिक यात्री विमान सेवाओं पर रोक रहने की वजह से विमानन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
वहीं, बांग्लादेश में फंसे जम्मू-कश्मीर के 167 मेडिकल के छात्र-छात्राओं को लेकर विमान ने 11 बजे ढाका से उड़ान भरी और दोपहर करीब दो बजे श्रीनगर पहुंचा। सभी छात्र-छात्राओं को सरकारी नियमों के मुताबिक 14 दिन की क्वारंटीन अवधि पूरी करनी होगी।
पांच मई से दूसरा चरण, मिशन का विस्तार करेगा भारत
भारत वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण के तहत 15 मई से मध्य एशिया के साथ ही विभिन्न यूरोपीय देशों में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि भारत अगले सप्ताह अपने इस मिशन का विस्तार करेगा ताकि कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, रूस, जर्मनी, स्पेन और थाईलैंड सहित विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाया जा सके। उन्होंने बताया कि मिशन के पहले चरण में सात मई से 15 मई के बीच 12 देशों से लगभग 15,000 लोगों की वापसी होगी। इसके लिए 64 उड़ानों का संचालन होगा।
भारतीयों को लेकर आज तीन और देशों से आएंगे विमान
जानकारी के मुताबिक रियाद से एक विमान कोझिकोड में आज रात 8.30 बजे लैंड करेगा। बहरीन से आने वाला एक विमान रात 11.30 बजे कोच्चि में लैंड करेगा और दुबई से आने वाला विमान चेन्नई में रात 8.10 बजे पहुंचेगा।
जम्मू-कश्मीर में तेजी से बढ़ रहा लोगों की वापसी का ग्राफ
उधर, जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने बताया कि बाहरी राज्यों में फंसे जम्मू-कश्मीर के लोगों की वापसी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। कल यानी गुरुवार को 2800 लोगों ने लखनपुर के रास्ते प्रदेश की सीमा में प्रवेश किया। वहीं शुक्रवार को 3000 से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है। इनमें छात्र, मजदूर व अन्य लोग हैं। अब तक बाहरी राज्यों से प्रदेश में आने वालों की संख्या 33000 से अधिक हो चुकी है।
ऑपरेशन समुद्रसेतु : मालदीव से देश वापस आए भारतीय
दूसरी ओर विदेशों में फंसे भारतीयों को समुद्र के रास्ते वापस लाने के लिए भारतीय नौसेना द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन समुद्रसेतु के तहत नौसेना के पोत जलश्व से मालदीव में फंसे भारतीय नागरिकों का पहला समूह आज भारत लाया गया। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद भारतीय नौसेना का पोत आईएनएस जलश्व लगभग 700 लोगों के साथ शुक्रवार दोपहर माले से कोच्चि के लिए रवाना हो चुका है।
सार
- वापस आए लोगों को 14 दिन तक क्वारंटीन में रहना होगा
- भारतीयों को लेकर आज तीन और देशों से आएंगे विमान
- लॉकडाउन के चलते बुरी तरह प्रभावित हुआ है विमानन क्षेत्र
विस्तार
लॉकडाउन के चलते विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए शुरू किए गए ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत एयर इंडिया का एक विमान सिंगापुर में फंसे भारतीयों को लेकर शुक्रवार सुबह दिल्ली हवाईअड्डे पर उतरा। वहीं, बांग्लादेश में फंसे जम्मू-कश्मीर के छात्र-छात्राओं को लेकर ढाका से पहला विमान भी श्रीनगर पहुंचा। एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सिंगापुर से 234 यात्री और बांग्लादेश से 167 छात्र-छात्राओं को लाया गया है।
एयरलाइन के एक अधिकारी ने कहा, ‘एयर इंडिया का बी-787 विमान 234 यात्रियों को लेकर सुबह करीब पौने बारह बजे दिल्ली हवाईअड्डे पर उतरा।’ इन लोगों को अब 14 दिन क्वारंटीन में रहना होगा। बता दें कि देश में 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के बाद से सभी निर्धारित व्यावसायिक यात्री विमान सेवाओं पर रोक रहने की वजह से विमानन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
वहीं, बांग्लादेश में फंसे जम्मू-कश्मीर के 167 मेडिकल के छात्र-छात्राओं को लेकर विमान ने 11 बजे ढाका से उड़ान भरी और दोपहर करीब दो बजे श्रीनगर पहुंचा। सभी छात्र-छात्राओं को सरकारी नियमों के मुताबिक 14 दिन की क्वारंटीन अवधि पूरी करनी होगी।
पांच मई से दूसरा चरण, मिशन का विस्तार करेगा भारत
भारत वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण के तहत 15 मई से मध्य एशिया के साथ ही विभिन्न यूरोपीय देशों में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि भारत अगले सप्ताह अपने इस मिशन का विस्तार करेगा ताकि कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, रूस, जर्मनी, स्पेन और थाईलैंड सहित विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाया जा सके। उन्होंने बताया कि मिशन के पहले चरण में सात मई से 15 मई के बीच 12 देशों से लगभग 15,000 लोगों की वापसी होगी। इसके लिए 64 उड़ानों का संचालन होगा।
भारतीयों को लेकर आज तीन और देशों से आएंगे विमान
जानकारी के मुताबिक रियाद से एक विमान कोझिकोड में आज रात 8.30 बजे लैंड करेगा। बहरीन से आने वाला एक विमान रात 11.30 बजे कोच्चि में लैंड करेगा और दुबई से आने वाला विमान चेन्नई में रात 8.10 बजे पहुंचेगा।
जम्मू-कश्मीर में तेजी से बढ़ रहा लोगों की वापसी का ग्राफ
उधर, जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने बताया कि बाहरी राज्यों में फंसे जम्मू-कश्मीर के लोगों की वापसी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। कल यानी गुरुवार को 2800 लोगों ने लखनपुर के रास्ते प्रदेश की सीमा में प्रवेश किया। वहीं शुक्रवार को 3000 से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है। इनमें छात्र, मजदूर व अन्य लोग हैं। अब तक बाहरी राज्यों से प्रदेश में आने वालों की संख्या 33000 से अधिक हो चुकी है।
ऑपरेशन समुद्रसेतु : मालदीव से देश वापस आए भारतीय
दूसरी ओर विदेशों में फंसे भारतीयों को समुद्र के रास्ते वापस लाने के लिए भारतीय नौसेना द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन समुद्रसेतु के तहत नौसेना के पोत जलश्व से मालदीव में फंसे भारतीय नागरिकों का पहला समूह आज भारत लाया गया। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद भारतीय नौसेना का पोत आईएनएस जलश्व लगभग 700 लोगों के साथ शुक्रवार दोपहर माले से कोच्चि के लिए रवाना हो चुका है।
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