पंजाब पुलिस ने मोस्ट वांटेड गैंगस्टर बलजिंदर सिंह उर्फ बिल्ला को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पाकिस्तान में मारे गए केएलएफ(खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स) चीफ हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी और जर्मनी बेस्ड केजेडएफ बग्गा से संबंध हैं। एक अन्य कुख्यात गैंगस्टर सुखजिंदर सिंह समेत पांच सदस्यों को भी पकड़ा गया है। इनसे पाकिस्तान से तस्करी करके लाए गए अत्याधुनिक अवैध हथियारों की बड़ी खेप और ड्रग मनी बरामद की गई है।
डीजीपी पंजाब दिनकर गुप्ता के अनुसार इनकी गिरफ्तारियां गुरुवार की रात को चंडीगढ़ की आर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट, काउंटर इंटेलीजेंस जालंधर यूनिट और कपूरथला जिला पुलिस की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन में की। आरोपियों की पहचान बलजिंदर सिंह उर्फ बिल्ला गांव मंडियाला जिला गुरदासपुर, सुखजिंदर सिंह गांव कामोके ब्यास जिला अमृतसर सुल्तानपुर लोधी का मोहित शर्मा, लवप्रीत सिंह, मंगल सिंह और मनिंदरजीत सिंह उर्फ हैप्पी के अलावा लवप्रीत सिंह निवासी वाल्टोहा तरनतारन के रूप में हुई है।
आरोपियों से बरामद सामान
पुलिस टीमों ने दो 30 बोर ड्रम मशीन गन, तीन पिस्टल (जर्मनी मेड मार्क एसआईजी सॉयर), दो ग्लॉक पिस्टल (ऑस्ट्रिया मेड), दो 30 बोर पिस्टल, एक 32 बोर पिस्टल, एक .315 बोर राइफल, 341 कारतूस के अलावा दो ड्रम मैग्जीन, 14 पिस्टल मैग्जीन के साथ-साथ तीन लाख 818 रुपये और 100 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर ड्रग-मनी बरामद की है।
प्रवक्ता ने खुलासा किया कि कुछ फर्जी दस्तावेजों के साथ टोयोटा फॉर्च्यूनर, इटिओस लावा और ऑल्टो कारें भी जब्त की गई हैं। पिछले साल 24 सितंबर को सीमा पार से फिरोजपुर सेक्टर के ममदोट इलाके में बरामद एके-47 राइफल्स की खेप भी बिल्ला मंडियाला के लिए ही थी।
यूएस सीक्रेट सर्विस सदस्यों के पास होते हैं एसआईजी सुएर पिस्टल जैसे हथियार
डीजीपी के अनुसार सिग सुएर पिस्तौल वास्तव में यूएस सीक्रेट सर्विस के सदस्यों की ओर से यूएस (अमेरिका) के सर्वोच्च निर्वाचित नेताओं विशेष रूप से राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। डीजीपी ने कहा कि अब तक की जांच में बिल्ला मंडियाला से बरामद किए गए अधिकतर हथियार भी अलग-अलग खेप में भारत-पाक सीमा से लाए गए हैं।
पुलिस अवैध हथियारों की आपूर्ति श्रृंखला में आतंकवादियों की भूमिका की भी जांच कर रही है। बिल्ला 18 हत्या, हत्या के प्रयास और हथियारों की तस्करी में वांछित था। इन सबका विशेष डॉक्टरों की टीम की ओर से कोरोना टेस्ट भी किया जा रहा है।
डीजीपी ने कहा कि एआईजी गुरमीत चौहान (ओसीसीयू) को विश्वसनीय इनपुट मिले थे कि गैंगस्टर बिल्ला मंडियाला अपने साथियों के साथ अवैध हथियारों की एक बड़ी खेप लेकर कपूरथला इलाके में शरण ले रहा था, जो विभिन्न प्रकार के आतंकी और आपराधिक वारदात के लिए इस्तेमाल किए जाने हैं।
एआईजी काउंटर इंटेलीजेंस जालंधर हरकमलप्रीत सिंह खख और एसएसपी कपूरथला सतिंदर सिंह के सहयोग से डीएसपी ओसीसीयू बिक्रम सिंह बराड़ को तुरंत मिशन पर भेजा गया। पुलिस टीमों ने सुल्तानपुर लोधी पुलिस स्टेशन के डडविंडी और मोठांवाला इलाके के आसपास घेराबंदी करके सभी को दबोच लिया।
इनके खिलाफ थाना सुल्तानपुर लोधी कपूरथला में धारा 384, 465, 467, 468, 471, 473, 489 आईपीसी, 13, 18 यूएपीए, 25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। सुल्तानपुर लोधी पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके आठ दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है।
पाकिस्तान के ड्रग तस्करों के संपर्क में था बिल्ला
बिल्ला ने खुलासा किया है कि वह पाकिस्तान के हथियार व ड्रग तस्कर मिर्जा और अहमदीन के संपर्क में था। पहले भी उनके पास हथियारों और ड्रग्स की कई खेपें मिली थीं, जिनमें से ज्यादातर फिरोजपुर इलाके में थीं। मिर्जा कथित तौर पर पाकिस्तान और भारत में स्थित खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के गुर्गों के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा पर कूरियर के रूप में काम कर रहा था और उसने भारतीय सीमा में हथियारों की कई खेप सफलतापूर्वक पहुंचाई थी।
बिल्ला मंडियाला ने यह भी खुलासा किया कि वह गैंगस्टर गुरप्रीत सिंह सेखों के निकट संपर्क में था, जो पटियाला जेल में बंद है और जर्मनी व पाकिस्तान स्थित उग्रवादी संगठनों के संपर्क में होने का संदेह है। गुरप्रीत सेखों ए श्रेणी का गैंगस्टर है, जो पहले केएलएफ प्रमुख हरमिंदर सिंह मिंटू के संपर्क में था। मिंटू की कुछ साल पहले मृत्यु हो गई थी।
पंजाब पुलिस ने मोस्ट वांटेड गैंगस्टर बलजिंदर सिंह उर्फ बिल्ला को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पाकिस्तान में मारे गए केएलएफ(खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स) चीफ हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी और जर्मनी बेस्ड केजेडएफ बग्गा से संबंध हैं। एक अन्य कुख्यात गैंगस्टर सुखजिंदर सिंह समेत पांच सदस्यों को भी पकड़ा गया है। इनसे पाकिस्तान से तस्करी करके लाए गए अत्याधुनिक अवैध हथियारों की बड़ी खेप और ड्रग मनी बरामद की गई है।
डीजीपी पंजाब दिनकर गुप्ता के अनुसार इनकी गिरफ्तारियां गुरुवार की रात को चंडीगढ़ की आर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट, काउंटर इंटेलीजेंस जालंधर यूनिट और कपूरथला जिला पुलिस की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन में की। आरोपियों की पहचान बलजिंदर सिंह उर्फ बिल्ला गांव मंडियाला जिला गुरदासपुर, सुखजिंदर सिंह गांव कामोके ब्यास जिला अमृतसर सुल्तानपुर लोधी का मोहित शर्मा, लवप्रीत सिंह, मंगल सिंह और मनिंदरजीत सिंह उर्फ हैप्पी के अलावा लवप्रीत सिंह निवासी वाल्टोहा तरनतारन के रूप में हुई है।
आरोपियों से बरामद सामान
पुलिस टीमों ने दो 30 बोर ड्रम मशीन गन, तीन पिस्टल (जर्मनी मेड मार्क एसआईजी सॉयर), दो ग्लॉक पिस्टल (ऑस्ट्रिया मेड), दो 30 बोर पिस्टल, एक 32 बोर पिस्टल, एक .315 बोर राइफल, 341 कारतूस के अलावा दो ड्रम मैग्जीन, 14 पिस्टल मैग्जीन के साथ-साथ तीन लाख 818 रुपये और 100 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर ड्रग-मनी बरामद की है।
प्रवक्ता ने खुलासा किया कि कुछ फर्जी दस्तावेजों के साथ टोयोटा फॉर्च्यूनर, इटिओस लावा और ऑल्टो कारें भी जब्त की गई हैं। पिछले साल 24 सितंबर को सीमा पार से फिरोजपुर सेक्टर के ममदोट इलाके में बरामद एके-47 राइफल्स की खेप भी बिल्ला मंडियाला के लिए ही थी।
यूएस सीक्रेट सर्विस सदस्यों के पास होते हैं एसआईजी सुएर पिस्टल जैसे हथियार
डीजीपी के अनुसार सिग सुएर पिस्तौल वास्तव में यूएस सीक्रेट सर्विस के सदस्यों की ओर से यूएस (अमेरिका) के सर्वोच्च निर्वाचित नेताओं विशेष रूप से राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। डीजीपी ने कहा कि अब तक की जांच में बिल्ला मंडियाला से बरामद किए गए अधिकतर हथियार भी अलग-अलग खेप में भारत-पाक सीमा से लाए गए हैं।
पुलिस अवैध हथियारों की आपूर्ति श्रृंखला में आतंकवादियों की भूमिका की भी जांच कर रही है। बिल्ला 18 हत्या, हत्या के प्रयास और हथियारों की तस्करी में वांछित था। इन सबका विशेष डॉक्टरों की टीम की ओर से कोरोना टेस्ट भी किया जा रहा है।
डडविंडी और मोठांवाला इलाके के आसपास घेराबंदी में धरे गए
डीजीपी ने कहा कि एआईजी गुरमीत चौहान (ओसीसीयू) को विश्वसनीय इनपुट मिले थे कि गैंगस्टर बिल्ला मंडियाला अपने साथियों के साथ अवैध हथियारों की एक बड़ी खेप लेकर कपूरथला इलाके में शरण ले रहा था, जो विभिन्न प्रकार के आतंकी और आपराधिक वारदात के लिए इस्तेमाल किए जाने हैं।
एआईजी काउंटर इंटेलीजेंस जालंधर हरकमलप्रीत सिंह खख और एसएसपी कपूरथला सतिंदर सिंह के सहयोग से डीएसपी ओसीसीयू बिक्रम सिंह बराड़ को तुरंत मिशन पर भेजा गया। पुलिस टीमों ने सुल्तानपुर लोधी पुलिस स्टेशन के डडविंडी और मोठांवाला इलाके के आसपास घेराबंदी करके सभी को दबोच लिया।
इनके खिलाफ थाना सुल्तानपुर लोधी कपूरथला में धारा 384, 465, 467, 468, 471, 473, 489 आईपीसी, 13, 18 यूएपीए, 25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। सुल्तानपुर लोधी पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके आठ दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है।
पाकिस्तान के ड्रग तस्करों के संपर्क में था बिल्ला
बिल्ला ने खुलासा किया है कि वह पाकिस्तान के हथियार व ड्रग तस्कर मिर्जा और अहमदीन के संपर्क में था। पहले भी उनके पास हथियारों और ड्रग्स की कई खेपें मिली थीं, जिनमें से ज्यादातर फिरोजपुर इलाके में थीं। मिर्जा कथित तौर पर पाकिस्तान और भारत में स्थित खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के गुर्गों के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा पर कूरियर के रूप में काम कर रहा था और उसने भारतीय सीमा में हथियारों की कई खेप सफलतापूर्वक पहुंचाई थी।
बिल्ला मंडियाला ने यह भी खुलासा किया कि वह गैंगस्टर गुरप्रीत सिंह सेखों के निकट संपर्क में था, जो पटियाला जेल में बंद है और जर्मनी व पाकिस्तान स्थित उग्रवादी संगठनों के संपर्क में होने का संदेह है। गुरप्रीत सेखों ए श्रेणी का गैंगस्टर है, जो पहले केएलएफ प्रमुख हरमिंदर सिंह मिंटू के संपर्क में था। मिंटू की कुछ साल पहले मृत्यु हो गई थी।