न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Updated Mon, 08 Jun 2020 12:51 PM IST
विधायकों की खरीद-फरोख्त पर दिग्विजय सिह की प्रतिक्रिया
– फोटो : Facebook
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सार
- मध्यप्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
- भाजपा ने 22 सदस्यीय कोर टीम का गठन किया
- दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर साधा निशाना
विस्तार
मध्य प्रदेश में उपचुनावों से पहले विधायकों के खरीद-फरोख्त मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया आई है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पैसा लेकर गद्दारी करने वालों को जनता उपचुनाव में हराएगी। दिग्विजय सिंह ने जूम एप के माध्यम से मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
मध्य प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। बीजेपी ने 22 सदस्यीय कोर टीम बना ली है जो उपचुनाव का संचालन करेगी। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं।
दिग्विजय सिंह ने दोहराया कि भाजपा में गए 22 विधायकों में से दस से 12 हमारे संपर्क में थे लेकिन उनकी मांग बड़ी थी। भाजपा ने इन विधायकों को 25-35 करोड़ रुपये दिए हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि अब कोई विधायक भाजपा में नहीं जाएगा। उपचुनाव में कांग्रेस सभी 24 सीटें जीतेगी।
दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी सिंधिया के घर जाकर कार्यकर्ताओं से मिलीं, इतना सम्मान किसी नेता को नहीं मिला लेकिन उनमें सब्र नहीं था। सिंधिया ने दुश्मन के साथ दोस्ती कर ली। मैंने भी कहा था कि मैं और कमलनाथ 73-74 वर्ष के हैं, अगले 20-25 साल आपको ही राजनीति करनी है।
लेकिन सिंधिया में सब्र नहीं था, उन्हें केंद्र में मंत्री बनना था। दिग्विजय सिंह ने कहा कि राज्यसभा में भी पहले स्थान पर रहना था, तो एक बार आकर कहते। कांग्रेस में ग्वालियर-चंबल में सारी नियुक्ति करते थे, लेकिन भाजपा में कोई सुनवाई नहीं है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कमलनाथ और उनके के बीच कोई मतभेद नहीं है। कई लोगों ने कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। दिग्विजय सिंह ने कहा उनकी दोस्ती 40 साल पुरानी है और राज्यसभा कौन जाएगा, ये पार्टी तय करेगी। उपचुनाव के लिए प्रत्याशी तय करने के लिए कमलनाथ सर्वे करवा रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुझाव मांगे थे। मैंने 25 पत्र लिखे, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि चौधरी राकेश सिंह की कांग्रेस में वापसी की कोशिश का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि वे चलते सत्र में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उप नेता प्रतिपक्ष होते हुए कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उन्हें वापस नहीं लेना चाहिए।