न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू
Updated Wed, 06 May 2020 08:19 PM IST
हिजबुल मुजाहिदीन का शीर्ष कमांडर रियाज नायकू के मारे जाने के बाद अवंतिपुरा में सुरक्षाबलों पर भीड़ ने पत्थरबाजी की। इतना ही नहीं अराजग तत्वों ने सुरक्षाबलों की गाड़ी को घेरकर भी पत्थराव किया। सूचना मिलने पर सेना के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और हालात पर नियंत्रण पाने की कोशिश की जा रही है। वहीं सुरक्षा करणों को देखते हुए दोपहर से ही इंटरनेट सेवा बंद है।
घंटों चले ऑपरेशन के बाद मारा गया नायकू
पुलवामा जिले के बेगपुरा में आतंकियों के साथ घंटों चले मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया। बेगपुरा में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नायकू के छिपे होने की सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी।
पांच साल में ही बन गया था संगठन का प्रमुख
रियाज अहमद नायकू घाटी का सबसे वांछित आतंकी था। मुठभेड़ में सबजार भट्ट की मौत के बाद से इसने कमान संभाली थी। दिसंबर 2012 में हिज्ब में शामिल हुआ और महज पांच सालों में संगठन के प्रमुख बन गया। वह तकनीक में महारत रखता था। एक आतंकी के जनाजे में शामिल होने के बाद उसने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान को समर्थन देने की बात कही थी।
नायकू के सिर पर था 12 लाख का इनाम
नायकू सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर 2016 में पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी की मौत के बाद आना शुरू हुआ था। उसके सिर पर 12 लाख रुपए का इनाम था। अवंतीपुरा के दुरबग के नायकू मोहल्ले का निवासी नायकू घाटी के वांछनीय आतंकियों की A++ श्रेणी में आता था।
कई बार रहा सुरक्षाबलों को धोखा देने में कामयाब
उसने घाटी में सब्जार भट की मौत के बाद हिजबुल मुजाहिद्दीन के मुखिया का पद संभाला था। नायकू को पूरी घाटी में हिजबुल का कमांडर माना जाता था। सुरक्षा एजेंसियों ने इससे पहले उसे कई बार घेरा था, लेकिन हर बार वह किसी तरह बचकर भाग निकलने में सफल हो जाता था।
हिजबुल मुजाहिदीन का शीर्ष कमांडर रियाज नायकू के मारे जाने के बाद अवंतिपुरा में सुरक्षाबलों पर भीड़ ने पत्थरबाजी की। इतना ही नहीं अराजग तत्वों ने सुरक्षाबलों की गाड़ी को घेरकर भी पत्थराव किया। सूचना मिलने पर सेना के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और हालात पर नियंत्रण पाने की कोशिश की जा रही है। वहीं सुरक्षा करणों को देखते हुए दोपहर से ही इंटरनेट सेवा बंद है।
घंटों चले ऑपरेशन के बाद मारा गया नायकू
पुलवामा जिले के बेगपुरा में आतंकियों के साथ घंटों चले मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया। बेगपुरा में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नायकू के छिपे होने की सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी।
पांच साल में ही बन गया था संगठन का प्रमुख
रियाज अहमद नायकू घाटी का सबसे वांछित आतंकी था। मुठभेड़ में सबजार भट्ट की मौत के बाद से इसने कमान संभाली थी। दिसंबर 2012 में हिज्ब में शामिल हुआ और महज पांच सालों में संगठन के प्रमुख बन गया। वह तकनीक में महारत रखता था। एक आतंकी के जनाजे में शामिल होने के बाद उसने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान को समर्थन देने की बात कही थी।
नायकू के सिर पर था 12 लाख का इनाम
नायकू सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर 2016 में पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी की मौत के बाद आना शुरू हुआ था। उसके सिर पर 12 लाख रुपए का इनाम था। अवंतीपुरा के दुरबग के नायकू मोहल्ले का निवासी नायकू घाटी के वांछनीय आतंकियों की A++ श्रेणी में आता था।
कई बार रहा सुरक्षाबलों को धोखा देने में कामयाब
उसने घाटी में सब्जार भट की मौत के बाद हिजबुल मुजाहिद्दीन के मुखिया का पद संभाला था। नायकू को पूरी घाटी में हिजबुल का कमांडर माना जाता था। सुरक्षा एजेंसियों ने इससे पहले उसे कई बार घेरा था, लेकिन हर बार वह किसी तरह बचकर भाग निकलने में सफल हो जाता था।
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