न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Thu, 30 Apr 2020 09:42 AM IST
राहुल गांधी-रघुराम राजन
– फोटो : ANI
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LIVE: Shri @RahulGandhi in conversation with Dr. Raghuram Rajan on COVID19 & its economic impact. #RahulShowsTheWay https://t.co/azomUpU1eW
— Congress (@INCIndia) April 30, 2020
– बातचीत के दौरान राहुल ने रघुराम से पूछा कि गरीबों की मदद करने के लिए कितना पैसा लगेगा। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि तकरीबन 65 हजार करोड़ रुपये। हमारा जीडीपी दो लाख करोड़ का है। यह ज्यादा नहीं है। हम ऐसा कर सकते हैं।
– राहुल गांधी ने पूछा कि देश में जारी लॉकडाउन के बीच अर्थव्यवस्था को कैसे खोला जाए? इसपर राजन ने कहा कि दूसरे लॉकडाउन को लागू करने का मतलब है कि आप खोलने को लेकर कोई सही तैयारी नहीं कर पाए। लोगों के मन में सवाल है कि तीसरा लॉकडाउन भी आएगा। यदि हम सोचें के शून्य मामला होने पर इसे खोला जाएगा तो यह असंभव है।
– कांग्रेस नेता ने पूछा कि अर्थव्यवस्था को लेकर काफी चिंता है। इन चुनौतियों से कैसे निपटना है इसे लेकर आपकी क्या राय है तो आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई के साथ-साथ हमें आम लोगों के रोजगार के बारे में सोचना होगा। इसके लिए कार्यक्षेत्र को सुरक्षित करना जरूरी है।
– राहुल ने पूछा कि देश में कोरोना की टेस्टिंग को लेकर कई तरह के सवाल हैं। हमारे यहां दूसरे देशों की तुलना में कम टेस्ट हो रहे हैं। जिसपर राजन ने कहा कि यदि हम अर्थव्यवस्था को खोलना चाहते हैं तो हमें टेस्टिंग क्षमता बढ़ानी होगी। हमें कोई भी एक हजार नमूने लेने होंगे और टेस्ट करना होगा। आज अमेरिका लाखों टेस्ट कर रहा है जबकि हम 20-30 हजार के बीच हैं।
– राहुल ने पूछा कि क्या इस तरह की स्थिति से भारत को लाभ हो सकता है। जब कोरोना का संकट खत्म होगा तो भारत को क्या करना चाहिए। इसके जवाब में रघुराम ने कहा कि इस तरह की काफी कम घटनाएं ही किसी पर अच्छा प्रभाव डालती हैं। भारत के पास मौका है कि वह अपने उद्योगों को दुनिया तक पहुंचाए और लोगौं से बात करे।
– अर्थव्यवस्था के सामने खड़ी हुई चुनौतियों को लेकर रघुराम राजन ने कहा कि हमें जल्द से जल्द अर्थव्यवस्था को खोलने की तरफ कदम बढ़ाने होंगे क्योंकि हमारे पास दूसरे देशों की तरह व्यवस्था नहीं है। आंकड़े चिंता पैदा करने वाले हैं। सीएमआईई का कहना है कि 10 करोड़ लोग वर्कफोर्स से बाहर हो जाएंगे। हमें बड़े कदम उठाने होंगे।