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इसी के साथ भूमि के समतलीकरण के लिए लार्सन एंड ट्रबो के इंजीनियरों पर्यवेक्षण में स्थानीय पीडब्ल्यूडी की टीम लगा दी गई है। यहां कैंप कर रहे ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और आफिसियो ट्रस्टी जिलाधिकारी अनुज कुमार झा के नेतृत्व में प्रधानमंत्री को बुलाने से पहले मुकम्मल तैयारी का खाका बन गया है।
लॉकडाउन के तीसरे चरण में निर्माण कार्य शुरू करने को लेकर मिली छूट से ट्रस्ट प्रशासन उत्साहित है। डीएम अनुज कुमार झा की ओर से मंदिर के नक्शे के मुताबिक गर्भगृह के चारों ओर लगाई गई लोहे की पाइप की घेराबंदी, लोहे की जाली, अस्थाई सुरक्षा कर्मियों के कैंप को हटाकर समतल कराने का कार्य जोरों पर है।
पीडब्ल्यूडी खंड दो की ओर से वाहनों में मजदूरों को लाकर कड़ी जांच के बाद काम पर लगाया जा रहा है। ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र को लोहे की सफाई कार्य को रोजाना मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय कहते हैं कि अब तेजी से राममंदिर निर्माण की कार्ययोजना पर आगे बढ़ने का वक्त है।
राममंदिर लार्सन एंड टूब्रो नो प्रॉफिट नो लॉस पर बनाएगी, इसके मालिक से स्व. अशोक सिंहल बहुत पहले ही कार्य करने के लिए सहमति ले चुके थे। इंजीनियरों ने गर्भगृह समेत आसपास की मिट्टी का परीक्षण कर लिया है। बहुत जल्द ट्रस्ट की बैठक में भूमि पूजन की तिथि तय हो सकती है।
ट्रस्टियों ने वीडियो कॉलिंग के जरिए बनाई मंदिर निर्माण की रणनीति