Delhi Will Start From Zero In The Third Lockdown – तीसरे लॉकडाउन में जीरो से शुरू होगी दिल्ली …’लाल धब्बा’ हटाने पर काम शुरू




वाहनों से तेज है महामारी की रफ्तार…
– फोटो : अमर उजाला

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लॉकडाउन 2.0 की अवधि खत्म होने में अब सिर्फ चार दिन शेष हैं। इसके बाद देश के कुछ हिस्सों में राहत मिल सकती है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में फिलहाल यह संभव नहीं है। क्योंकि, दिल्ली का नक्शा पूरी तरह लाल है। 

40 दिन के दो लॉकडाउन के बाद भी राजधानी में कोरोना वायरस शांत नहीं हुआ है। सूत्रों का कहना है कि अब तीसरे लॉकडाउन और नई रणनीति के साथ जीरो से एक बार फिर कोरोना को हराने की तैयारी है। सभी जिला प्रशासन ने बुधवार से माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर काम शुरू कर दिया। सैंपल रिपोर्ट जल्द मिलने के लिए लैब की संख्या बढ़ाने पर काम जारी है। 

कोरोना वायरस के चलते देश में 25 मार्च और 15 अप्रैल को क्रमश: लॉकडाउन का पहला और दूसरा चरण शुरू हुआ था। पहले चरण में निजामुद्दीन स्थित मरकज से निकले तब्लीगी जमातियों ने दिल्ली के नक्शे का रंग ही बदल डाला था। जमातियों के संक्रमित मिलने का सिलसिला पूरे चरण में देखने को मिला, लेकिन 14 अप्रैल को जब लॉकडाउन 2 की घोषणा हुई तो इसके बाद 14 से 20 अप्रैल के बीच स्थिति काफी हद तक सुधरी हुई नजर आई। 

इसी बीच दिल्ली में जांच का दायरा भी राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ऊपर पहुंच गया था। 10 हजार सैंपल इसी अवधि में लिए गए थे और नए संक्रमित मिलते चले गए। जब देश में पहले लॉकडाउन की शुरुआत हुई तब दिल्ली में कोरोना के सिर्फ 35 पॉजिटिव मरीज थे, लेकिन लॉकडाउन के दूसरे चरण की जब घोषणा हुई तब दिल्ली में कुल मरीजों की संख्या 1541 पहुंच चुकी थी।

अभी यह चरण पूरा होने में तीन दिन शेष हैं और दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या 3314 हो गई है। इस संख्या में बढ़ोतरी के पीछे सबसे बड़ा कारण नॉन कोविड अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मचारियों का संक्रमित होना, शव प्रबंधन पर लापरवाही, सुरक्षा जवानों का संक्रमित मिलना और कंटेनमेंट जोन बड़ा होने के अलावा जांच रिपोर्ट मिलने में देरी आदि शामिल हैं। 

दो से तीन सप्ताह का होगा तीसरा लॉकडाउन

स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि दिल्ली में तीसरा लॉकडाउन दो से तीन सप्ताह का हो सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञों से सलाह लेने के बाद दिल्ली सरकार ने इसकी तैयारी भी कर ली है। दिल्ली सरकार की कोविड प्रबंधन को लेकर गठित कमेटी का भी यही सुझाव है। हालांकि, तीसरा लॉकडाउन किस तरह लागू होगा? किसे छूट मिलेगी और किसे नहीं? यह आने वाले दिनों में ही पता चल सकेगा। 

सिर्फ एक बार चरम पर गया ग्राफ, अब धीरे धीरे बढ़ रहा…

दिल्ली में मार्च के आखिरी दिनों में जब तब्लीगी जमाती मरकज से निकाले गए तो अप्रैल के पहले सप्ताह में कोरोना का ग्राफ चरम पर पहुंच गया। एक हजार से ज्यादा जमाती मिलने से यह ग्राफ एकदम ऊपर गया और फिर 19 अप्रैल तक नीचे भी आया, लेकिन 20 अप्रैल के बाद से यह ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। इन 9 दिनों में 1233 संक्रमित मिले हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जितना तेजी से ग्राफ ऊपर जाता है उतना ही तेजी से नीचे आता है, लेकिन धीरे-धीरे आगे बढ़ने वाला ग्राफ चिंता पैदा करता है। इसके दूरगामी परिणाम भी हो सकते हैं।
 

दिल्ली लॉकडाउन-1 लॉकडाउन-2           वर्तमान 
मरीज      35 1541     3314
मौत  01 30    54
डिस्चार्ज 06   31 1078
जांच   1450   16,282 39,911

 

 कोरोना से मौत की जिलावार स्थिति 

जिला        मौत
दक्षिणी पूर्वी          10
सेंट्रल                  24
पूर्वी                    04
शाहदरा                03
पश्चिमी                  03
उत्तर पूवी              03
उत्तर पश्चिम          02
उत्तरी                  01
नई दिल्ली              01

(नोट : आंकड़े एनसीडीसी से लिए गए हैं, इनमें तीन मरीजों की मौत शामिल नहीं।)

लाल रंग में तब्दील हैं ये जिले

  • सेंट्रल, उत्तरी, पश्चिमी, पूर्वी, उत्तर पश्चिमी, दक्षिणी, उत्तर पूर्वी, नई दिल्ली, दक्षिणी पश्चिमी जिले पूरी तरह लाल रंग में तब्दील है। बाकी दो जिला ऑरेंज जोन हैं।
  • दिल्ली में 7.8 फीसदी की दर से सैंपल मिल रहे हैं पॉजिटिव। 
  • दिल्ली में रिकवरी दर भी काफी तेज, 32.52 फीसदी की दर से हर दिन मरीज डिस्चार्ज हो रहे हैं।
लॉकडाउन 2.0 की अवधि खत्म होने में अब सिर्फ चार दिन शेष हैं। इसके बाद देश के कुछ हिस्सों में राहत मिल सकती है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में फिलहाल यह संभव नहीं है। क्योंकि, दिल्ली का नक्शा पूरी तरह लाल है। 

40 दिन के दो लॉकडाउन के बाद भी राजधानी में कोरोना वायरस शांत नहीं हुआ है। सूत्रों का कहना है कि अब तीसरे लॉकडाउन और नई रणनीति के साथ जीरो से एक बार फिर कोरोना को हराने की तैयारी है। सभी जिला प्रशासन ने बुधवार से माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर काम शुरू कर दिया। सैंपल रिपोर्ट जल्द मिलने के लिए लैब की संख्या बढ़ाने पर काम जारी है। 
कोरोना वायरस के चलते देश में 25 मार्च और 15 अप्रैल को क्रमश: लॉकडाउन का पहला और दूसरा चरण शुरू हुआ था। पहले चरण में निजामुद्दीन स्थित मरकज से निकले तब्लीगी जमातियों ने दिल्ली के नक्शे का रंग ही बदल डाला था। जमातियों के संक्रमित मिलने का सिलसिला पूरे चरण में देखने को मिला, लेकिन 14 अप्रैल को जब लॉकडाउन 2 की घोषणा हुई तो इसके बाद 14 से 20 अप्रैल के बीच स्थिति काफी हद तक सुधरी हुई नजर आई। 

इसी बीच दिल्ली में जांच का दायरा भी राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ऊपर पहुंच गया था। 10 हजार सैंपल इसी अवधि में लिए गए थे और नए संक्रमित मिलते चले गए। जब देश में पहले लॉकडाउन की शुरुआत हुई तब दिल्ली में कोरोना के सिर्फ 35 पॉजिटिव मरीज थे, लेकिन लॉकडाउन के दूसरे चरण की जब घोषणा हुई तब दिल्ली में कुल मरीजों की संख्या 1541 पहुंच चुकी थी।

अभी यह चरण पूरा होने में तीन दिन शेष हैं और दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या 3314 हो गई है। इस संख्या में बढ़ोतरी के पीछे सबसे बड़ा कारण नॉन कोविड अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मचारियों का संक्रमित होना, शव प्रबंधन पर लापरवाही, सुरक्षा जवानों का संक्रमित मिलना और कंटेनमेंट जोन बड़ा होने के अलावा जांच रिपोर्ट मिलने में देरी आदि शामिल हैं। 

दो से तीन सप्ताह का होगा तीसरा लॉकडाउन

स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि दिल्ली में तीसरा लॉकडाउन दो से तीन सप्ताह का हो सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञों से सलाह लेने के बाद दिल्ली सरकार ने इसकी तैयारी भी कर ली है। दिल्ली सरकार की कोविड प्रबंधन को लेकर गठित कमेटी का भी यही सुझाव है। हालांकि, तीसरा लॉकडाउन किस तरह लागू होगा? किसे छूट मिलेगी और किसे नहीं? यह आने वाले दिनों में ही पता चल सकेगा। 

सिर्फ एक बार चरम पर गया ग्राफ, अब धीरे धीरे बढ़ रहा…




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