राहुल गांधी-प्रियंका गांधी वाड्रा (फाइल फोटो)
– फोटो : PTI
प्रियंका गांधी, राहुल गांधी जैसी वीवीआईपी हस्तियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के महीनों बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) ने एक नया वीआईपी सिक्यॉरिटी विंग बनाया है। जो केवल अति विशिष्ट लोगों (वीवीआईपी) की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेगा। इस विंग का संचालन दिल्ली से होगा और महानिरीक्षक अधिकारी इसका कार्यभार देखेंगे।
सीआरपीएफ ने प्रस्ताव में एक अलग वीआईपी सेक्टर मुख्यालय और प्रशिक्षण केंद्र की मांग की है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले साल नवंबर में आदेश जारी करते हुए गांधी परिवार को मिली एसपीजी सुरक्षा को वापस ले लिया था और उन्हें सीआरपीएफ सुरक्षा मुहैया कराई गई थी।
शुरुआती दिनों में गांधी परिवार और सीआरपीएफ के बीच कुछ मामले सामने आए। खासतौर से तब जब एक अनाधिकृत कार प्रियंका गांधी वाड्रा के आवास के अंदर दाखिल हो गई थी। यह मामला काफी बढ़ा और गृह मंत्री अमित शाह को संसद में इसपर जवाब देना पड़ा था। इसके बाद अन्य विवाद तब खड़ा हुआ जब प्रियंका गांधी लखनऊ दौरे पर गईं। यहां वे एक स्कूटर के पीछे बैठी नजर आई थीं।
इस घटना के बाद सीआरपीफ ने कहा था कि यात्रा के दौरान प्रियंका ने नागरिक वाहन का इस्तेमाल किया जो बुलेट प्रूफ नहीं था। उन्होंने कांग्रेस महासचिव के इस कृत्य को उल्लंघन बताया था। इन सभी घटनाओं के बाद सीआरपीएफ ने वीवीआईपी सुरक्षा के लिए एक अलग सिक्योरिटी विंग बनाने का प्रस्ताव दिया था।
सीआरपीएफ डीजी कार्यालय ने पत्र में लिखा, ‘केंद्रीय गृह मंत्री के साथ हुई समीक्षा बैठक में अलग वीआईपी सिक्योरिटी सेक्टर, वीआईपी सिक्योरिटी रेंज और वीआईपी सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्र के लिए स्थायी ढांचा बनाने का प्रस्ताव मंत्रालय को सौंपा गया है।’ पत्र के अनुसार मंत्रालय ने सीआरपीएफ को सुझाव दिया है कि वह अपनी वर्तमान कार्यक्षमता में ही वीआईपी सुरक्षा विंग की स्थापना करे।
प्रियंका गांधी, राहुल गांधी जैसी वीवीआईपी हस्तियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के महीनों बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) ने एक नया वीआईपी सिक्यॉरिटी विंग बनाया है। जो केवल अति विशिष्ट लोगों (वीवीआईपी) की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेगा। इस विंग का संचालन दिल्ली से होगा और महानिरीक्षक अधिकारी इसका कार्यभार देखेंगे।
सीआरपीएफ ने प्रस्ताव में एक अलग वीआईपी सेक्टर मुख्यालय और प्रशिक्षण केंद्र की मांग की है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले साल नवंबर में आदेश जारी करते हुए गांधी परिवार को मिली एसपीजी सुरक्षा को वापस ले लिया था और उन्हें सीआरपीएफ सुरक्षा मुहैया कराई गई थी।
शुरुआती दिनों में गांधी परिवार और सीआरपीएफ के बीच कुछ मामले सामने आए। खासतौर से तब जब एक अनाधिकृत कार प्रियंका गांधी वाड्रा के आवास के अंदर दाखिल हो गई थी। यह मामला काफी बढ़ा और गृह मंत्री अमित शाह को संसद में इसपर जवाब देना पड़ा था। इसके बाद अन्य विवाद तब खड़ा हुआ जब प्रियंका गांधी लखनऊ दौरे पर गईं। यहां वे एक स्कूटर के पीछे बैठी नजर आई थीं।
इस घटना के बाद सीआरपीफ ने कहा था कि यात्रा के दौरान प्रियंका ने नागरिक वाहन का इस्तेमाल किया जो बुलेट प्रूफ नहीं था। उन्होंने कांग्रेस महासचिव के इस कृत्य को उल्लंघन बताया था। इन सभी घटनाओं के बाद सीआरपीएफ ने वीवीआईपी सुरक्षा के लिए एक अलग सिक्योरिटी विंग बनाने का प्रस्ताव दिया था।
सीआरपीएफ डीजी कार्यालय ने पत्र में लिखा, ‘केंद्रीय गृह मंत्री के साथ हुई समीक्षा बैठक में अलग वीआईपी सिक्योरिटी सेक्टर, वीआईपी सिक्योरिटी रेंज और वीआईपी सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्र के लिए स्थायी ढांचा बनाने का प्रस्ताव मंत्रालय को सौंपा गया है।’ पत्र के अनुसार मंत्रालय ने सीआरपीएफ को सुझाव दिया है कि वह अपनी वर्तमान कार्यक्षमता में ही वीआईपी सुरक्षा विंग की स्थापना करे।
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