पंकज शुक्ल, मुंबई, Updated Fri, 15 May 2020 10:51 PM IST
कोलकाता की फिजाओं में उस दिन अजब सी रवानगी देखी गई। हर तरफ से जवानी बस एक दिशा में भागती दिखी। मौका था आमिर खान को सुनने का जो पश्चिम बंगाल की राजधानी पहुंचे थे एक साहित्य उत्सव में भाग लेने। यहीं उन्होंने पहली बार अपने पुरखों में सबसे खास अबुल कलाम आजाद पर दिल खोलकर बातें कीं। आमिर के बेटे का नाम भी आजाद ही है और आमिर चाहते भी हैं कि एक दिन वह अपने पूर्वज अबुल कलाम पर एक फिल्म जरूर बनाएं। आमिर की दादी अबुल कलाम आजाद के परिवार की थीं और आमिर के पिता का जन्म हुआ हरदोई के शाहाबाद में, नाम ताहिर हुसैन। ताहिर हुसैन ने अपने सुपरस्टार बेटे आमिर की एक फिल्म भी निर्देशित की, ‘तुम मेरे हो’। अपने दूसरे बेटे फैसल के लिए उन्होंने बनाई फिल्म ‘मदहोश’। लेकिन, इससे पहले भी अपने बड़े भाई नासिर हुसैन की तरह उन्होंने एक अच्छा फिल्म निर्माता बनने का हर संभव प्रयास किया। आज के बाइस्कोप की जो फिल्म है, वह ताहिर हुसैन के करियर की बतौर निर्माता बनाई चौथी फिल्म है, ‘जख्मी’।