Usa And Italy Affected Badly In 28 Days Of Lockdown Due To Coronavirus Pandemic – लॉकडाउन के 28 दिन: अमेरिका में सबसे अधिक मरीज, सर्वाधिक मौतें इटली में, भारत में 17000 मरीज




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चीन के शहर वुहान से दुनिया के लिए काल बनकर निकले कोरोना के कारण छह देशों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस,  इटली, स्पेन और जर्मनी में लॉकडाउन हुआ तो वायरस और घातक हो गया। अमेरिका में 9 अप्रैल को लॉकडाउन के 28 दिन पूरे हुए तो यहां सबसे अधिक 3 लाख 93 हजार 765 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई और 12,704 लोगों की मौत हुई। इटली में लॉकडाउन के  बाद 28 दिन 17 अप्रैल को पूरा हुआ तो पता चला कि इस दौरान कुल 1,21,920 संक्रमित हुए जबकि छह देशों में सर्वाधिक 22,114 लोगों की मौत हुई।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के कोरोना रिसोर्स सेंटर के आंकड़ों का विश्लेषण करने से पता चलता है कि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब 24 मार्च को लॉकडाउन, किया उस दिन संक्रमित मरीजों की संख्या 434 थी और मृतकों की संख्या नौ। देश में जब लॉकडाउन ने 20 अप्रैल, सोमवार को 28 दिन का समय पूरा किया तो देश में मरीजों की संख्या 17,656 जबकि मरने वाले का आंकड़ा 559 पर पहुंच गया था।

आंकड़ों की मानें तो लॉकडाउन के 28 दिनों के भीतर करीब 17,122 लोगों में वायरस मिला जबकि 550 लोगों की मौत हुई। इस हिसाब से देखा जाए तो इन 28 दिनों में भारत में रोजाना औसतन 611 लोगों में वायरस मिला जबकि 19 लोगों की मौत हुई।

देशबंदी के 28 दिन ब्रिटेन पर भारी
लॉकडाउन में 28 दिन में अमेरिका में हुई मौतों के हिसाब से यहां पर रोजाना 453, इटली में लॉकडाउन के 28 दिन पूरे होने तक रोज  754 जबकि ब्रिटेन में 542 लोगों की मौतें रोज हुईं। इससे पहले तक यहां हालात सामान्य थे।

छह देशों में ब्रिटेन दूसरे नंबर पर
ब्रिटेन में लॉकडाउन के 28 दिन 19 अप्रैल को पूरे हुए। इस दिन तक  कुल 1,05,834 लोगों में वायरस मिला जबकि इटली में इतने दिनों में 15,183 लोगों की जान गई। ब्रिटेन में औसतन रोजाना 542 की मौत हुई।

जर्मनी में 28 दिन में रोज मिले 4,158 मरीज
जर्मनी में अन्य देशों की तुलना में हालात कुछ ठीक रहे। 18 अप्रैल को जब लॉकडाउन ने 28 दिन हुए तो यहां 1,16,439 लोगों में वायरस मिला और 4,043 लोगों की मौत हुई। औसतन रोजाना 144 लोगों की मौत हुई।

फ्रांस : बंदी में रोजाना 432 लोगों की मौत
राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने लॉकडाउन की घोषणा 14 मार्च को की थी। 10 अप्रैल तक कुल 49,351 संक्रमित हुए, जबकि 12,113 लोगों की जान गई। आंकड़ों के अनुसार इन 28 दिनों में यहां रोजाना 1762  लोगों में वायरस मिला जबकि 432 लोगों की रोजाना मौत हुई।

पाबंदियाें के बाद भी नहीं थमीं मौतें
स्पेन में लॉकडाउन के 10 अप्रैल को 28 दिन पूरे हो गए। इस बीच कुल 1,48,125 लोगों में  संक्रमण मिला जबकि 15,039 लोगों की मौत हुई। इस अनुसार देश में रोजाना 5,290 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई और  537 लोगों की जान गई।

स्पेन में वायरस लॉकडाउन से पहले ही हावी था
अमेरिका और ब्रिटेन में लॉकडाउन के 28 दिनों के भीतर वायरस का आंतक दिखा उससे ये तो  साफ हो गया कि वायरस यहां पहले से ही हावी था।

चीन के शहर वुहान से दुनिया के लिए काल बनकर निकले कोरोना के कारण छह देशों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस,  इटली, स्पेन और जर्मनी में लॉकडाउन हुआ तो वायरस और घातक हो गया। अमेरिका में 9 अप्रैल को लॉकडाउन के 28 दिन पूरे हुए तो यहां सबसे अधिक 3 लाख 93 हजार 765 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई और 12,704 लोगों की मौत हुई। इटली में लॉकडाउन के  बाद 28 दिन 17 अप्रैल को पूरा हुआ तो पता चला कि इस दौरान कुल 1,21,920 संक्रमित हुए जबकि छह देशों में सर्वाधिक 22,114 लोगों की मौत हुई।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के कोरोना रिसोर्स सेंटर के आंकड़ों का विश्लेषण करने से पता चलता है कि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब 24 मार्च को लॉकडाउन, किया उस दिन संक्रमित मरीजों की संख्या 434 थी और मृतकों की संख्या नौ। देश में जब लॉकडाउन ने 20 अप्रैल, सोमवार को 28 दिन का समय पूरा किया तो देश में मरीजों की संख्या 17,656 जबकि मरने वाले का आंकड़ा 559 पर पहुंच गया था।

आंकड़ों की मानें तो लॉकडाउन के 28 दिनों के भीतर करीब 17,122 लोगों में वायरस मिला जबकि 550 लोगों की मौत हुई। इस हिसाब से देखा जाए तो इन 28 दिनों में भारत में रोजाना औसतन 611 लोगों में वायरस मिला जबकि 19 लोगों की मौत हुई।




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