न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Fri, 05 Jun 2020 12:53 PM IST
पुजारी चंद्रशेखर तिवारी
– फोटो : एएनआई
1 जून से लागू हुए पांचवें चरण के लॉकडाउन को अनलॉक 1.0 नाम दिया गया। अब तक बंद धार्मिक स्थल 8 जून से खुलने जा रहे हैं, जिसे लेकर गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से गाइडलाइन जारी की गई। अब इन्हीं दिशा-निर्देशों का विरोध भी शुरू हो गया है। भोपाल के माँ वैष्णोदेवी धाम नव दुर्गा मंदिर के पुजारी ने कहा कि शासन का कार्य गाइडलाइन जारी करना है, लेकिन मैं मंदिरों में सैनिटाइजर मशीन के विरोध में हूं क्योंकि इसमें अल्कोहल होता है।
पुजारी चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि, ‘हम शराब पीकर जब मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते हैं तो अल्कोहल से हाथ सैनिटाइज करके कैसे घुस सकते हैं। आप हाथ धोने की मशीन सभी मंदिरों के बाहर लगाइए, वहां पर साबुन रखिए उसको हम स्वीकार करते हैं वैसे भी मंदिर में तो व्यक्ति घर से नहा कर ही प्रवेश करता है।
- बिना लक्षण वाले श्रद्धालु को ही धार्मिक स्थल में प्रवेश मिलेगा।
- फेस मास्क पहने लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा।
- कोविड-19 से जुड़ी जानकारी वाले पोस्टर, बैनर धार्मिक स्थल परिसर में लगाने होंगे। वीडियो भी चलाना होगा।
- जूते, चप्पल श्रद्धालुओं को खुद की गाड़ी में उतारने होंगे।
- परिसर में प्रवेश और बाहर जाने वाले लोगों के लिए अलग-अलग द्वार का प्रयोग करें।
- परिसर में प्रवेश से पहले सभी को अपने हाथ, पांव पानी और साबुन से धोने होंगे।
- मूर्ति, किताबों, घंटी, दीवारों को छूना पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा।
- भजन के कार्यक्रम समूह में बैठकर नहीं कर सकेंगे।
- ऑडियो कैसेट के जरिए भजन चला सकेंगे।
- एक चटाई पर ज्यादा लोगों को बैठने की मनाही है।
- हर किसी को खुद की चटाई साथ ले जानी होगी।
सार
8 जून से खुलने जा रहे धार्मिक स्थलों के लिए जारी गाइडलाइंस में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि प्रवेश द्वार पर हाथों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था होनी चाहिए। सभी श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी है। एक साथ बड़ी संख्या में लोग न जुटें, सभी को एक-दूसरे से कम से कम छह फीट की दूरी बनाए रखनी है।
विस्तार
1 जून से लागू हुए पांचवें चरण के लॉकडाउन को अनलॉक 1.0 नाम दिया गया। अब तक बंद धार्मिक स्थल 8 जून से खुलने जा रहे हैं, जिसे लेकर गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से गाइडलाइन जारी की गई। अब इन्हीं दिशा-निर्देशों का विरोध भी शुरू हो गया है। भोपाल के माँ वैष्णोदेवी धाम नव दुर्गा मंदिर के पुजारी ने कहा कि शासन का कार्य गाइडलाइन जारी करना है, लेकिन मैं मंदिरों में सैनिटाइजर मशीन के विरोध में हूं क्योंकि इसमें अल्कोहल होता है।
पुजारी चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि, ‘हम शराब पीकर जब मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते हैं तो अल्कोहल से हाथ सैनिटाइज करके कैसे घुस सकते हैं। आप हाथ धोने की मशीन सभी मंदिरों के बाहर लगाइए, वहां पर साबुन रखिए उसको हम स्वीकार करते हैं वैसे भी मंदिर में तो व्यक्ति घर से नहा कर ही प्रवेश करता है।
मंदिर में प्रवेश के लिए जारी दिशानिर्देश
- बिना लक्षण वाले श्रद्धालु को ही धार्मिक स्थल में प्रवेश मिलेगा।
- फेस मास्क पहने लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा।
- कोविड-19 से जुड़ी जानकारी वाले पोस्टर, बैनर धार्मिक स्थल परिसर में लगाने होंगे। वीडियो भी चलाना होगा।
- जूते, चप्पल श्रद्धालुओं को खुद की गाड़ी में उतारने होंगे।
- परिसर में प्रवेश और बाहर जाने वाले लोगों के लिए अलग-अलग द्वार का प्रयोग करें।
- परिसर में प्रवेश से पहले सभी को अपने हाथ, पांव पानी और साबुन से धोने होंगे।
- मूर्ति, किताबों, घंटी, दीवारों को छूना पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा।
- भजन के कार्यक्रम समूह में बैठकर नहीं कर सकेंगे।
- ऑडियो कैसेट के जरिए भजन चला सकेंगे।
- एक चटाई पर ज्यादा लोगों को बैठने की मनाही है।
- हर किसी को खुद की चटाई साथ ले जानी होगी।
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