निसर्ग ले सकता है विकराल रूप
तूफान को लेकर एनडीआरएफ, नेवी समेत तमाम राहत व बचाव एजेंसियां मुस्तैद हैं। इस बीच मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 12 घंटों के दौरान निसर्ग विकराल रूप ले सकता है। मौसम विभाग ने कहा कि निसर्ग पंजिम के दक्षिण पश्चिम में 360 किमी. दूर है, मुंबई के दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में 670 किमी. दूर और सूरत के दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में 900 किमी. दूर है।
ज्यादा प्रभावित होने वाले जिलों में एनडीआरएफ के 9 दल तैनात
राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने जानकारी दी राज्य के सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले जिलों में नौ दल तैनात कर दिए हैं। तीन दल मुंबई में, दो पालघर, एक ठाणे, एक रायगढ़, एक रत्नागिरी और एक सिंधुदुर्ग में एनडीआरएफ ने बचाव कार्य दल तैनात कर दिए हैं।
एनडीआरएफ महाराष्ट्र सरकार के राहत और पुर्नवास विभाग के साथ मिलकर काम कर रहा है। एनडीआरएफ इन जिलों के स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर पहले से अपनी तैयारी में जुटी है।
एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने कहा कि निसर्ग एक भयानक चक्रवात है और 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की उम्मीद है। प्रधान ने बताया कि वो अपनी टीम के साथ महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों के आस-पास से लोगों को निकालने का काम कर रहे हैं।
Deployment of NDRF team in Maharashtra in view of impending severe cyclone for necessary preventive actions by state: SN Pradhan, Director General (DG) of National Disaster Response Force (NDRF). pic.twitter.com/R4gPai3QY6
— ANI (@ANI) June 2, 2020
बिजली की कटौती नहीं करने की कोशिश
एनडीआरएफ ने बताया कि इस समय देश में कोरोना वायरस संकट भी चल रहा है, इसलिए हमारी कोशिश यही रहेगी कि इस संकट के दौर में बिजली की कटौती ना हो। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि मछुवारों को समुद्र से वापस आने के लिए कह दिया गया है, ताकि इस चक्रवात में किसी एक की भी जान ना जाए।
बयान में बताया गया कि जो अस्पताल कोरोना वायरस मरीजों का इलाज नहीं कर रहे हैं, उन्हें चक्रवात से प्रभावित लोगों के लिए तैयार किया गया है। सोमवार को भारतीय मौसम विभाग ने चेताया था कि अरब सागर पर कम दवाब बन रहा है और यह अगले 36 घंटों में चक्रवात जैसा रूप ले सकता है।