फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
– फोटो : एएनआई
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अम्फान तूफान में हुई तबाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि उनका देश पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवात अम्फान से प्रभावित लोगों की मदद के लिए भारत की किसी भी तरह की सहायता करने को तैयार है।
फ्रांसी के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कोविड -19 महामारी के बीच निदान, उपचार और टीकाकरण के लिए सभी को समान पहुंच प्रदान करने के लिए भारत के साथ सहयोग के महत्व को रेखांकित किया है। फ्रांस के लोगों की ओर से राष्ट्रपति मैक्रों ने अपनी संवेदना और एकजुटता प्रकट की।
सूत्रों के अनुसार फ्रांस की विकास एजेंसी ने 20 करोड़ यूरो का रियायती कर्ज देने का फैसला किया है, इससे विश्व बैंक को भारत के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने में मदद मिलेगी।
इससे पहले कोविड -19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के बारे में 31 मार्च को दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। इसके फ्रांस और भारत ने अपने प्रशिक्षण और अनुसंधान सहयोग को बढ़ाया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अम्फान तूफान में हुई तबाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि उनका देश पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवात अम्फान से प्रभावित लोगों की मदद के लिए भारत की किसी भी तरह की सहायता करने को तैयार है।
फ्रांसी के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कोविड -19 महामारी के बीच निदान, उपचार और टीकाकरण के लिए सभी को समान पहुंच प्रदान करने के लिए भारत के साथ सहयोग के महत्व को रेखांकित किया है। फ्रांस के लोगों की ओर से राष्ट्रपति मैक्रों ने अपनी संवेदना और एकजुटता प्रकट की।
सूत्रों के अनुसार फ्रांस की विकास एजेंसी ने 20 करोड़ यूरो का रियायती कर्ज देने का फैसला किया है, इससे विश्व बैंक को भारत के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने में मदद मिलेगी।
इससे पहले कोविड -19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के बारे में 31 मार्च को दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। इसके फ्रांस और भारत ने अपने प्रशिक्षण और अनुसंधान सहयोग को बढ़ाया है।
Source link