अमर उजाला नेटवर्क, शिमला
Updated Sun, 17 May 2020 08:30 PM IST
हिमाचल प्रदेश में सोमवार से लॉकडाउन-4 शुरू होने जा रहा है। केंद्र से जारी दिशा निर्देशों के बाद प्रदेश सरकार ने राज्य में 31 मई तक कर्फ्यू जारी रखने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कुछ दिनों से प्रदेश में लगातार कोरोना वायरस के मामले में बढ़ रहे हैं, ऐसे में प्रदेश में 31 मई तक कर्फ्यू जारी रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटे और मध्यम उद्योगों को बड़ी राहत दी जाएगी। एक साल तक दिवालिया कार्रवाई नहीं होगी।सीएम ने बाहरी राज्यों से आने वालों से घर में रहने की अपील की है।
फिलहाल कर्फ्यू में है सात घंटे की ढील
वर्तमान में कर्फ्यू में सात घंटे की ढील है। शिमला जिले में यह ढील सुबह साढ़े नौ से साढ़े चार बजे शाम तक है। अन्य जिलों में भी अलग-अलग शेड्यूल इसी तरह से निर्धारित हैं। इस अवधि में बगैर कर्फ्यू पास के वाहन चल रहे हैं। कर्फ्यू में पहले पांच घंटे छूट थी। आठ मई के बाद दो घंटे और बढ़ गए। फिर यह सात घंटे कर दिए गए।
राज्य में बसें चलाने पर 20 मई के बाद ही फैसला होगा। मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने इसकी पुष्टि की। क्या प्रदेश में बस सेवा शुरू की जा सकती है, इसके जवाब में मुख्य सचिव बोले कि इस बारे में 20 मई के बाद ही फैसला होगा। जल्दबाजी में सार्वजनिक परिवहन को शुरू करना ठीक नहीं होगा। इसके लिए सामाजिक दूरी का विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत होगी।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार से लॉकडाउन-4 शुरू होने जा रहा है। केंद्र से जारी दिशा निर्देशों के बाद प्रदेश सरकार ने राज्य में 31 मई तक कर्फ्यू जारी रखने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कुछ दिनों से प्रदेश में लगातार कोरोना वायरस के मामले में बढ़ रहे हैं, ऐसे में प्रदेश में 31 मई तक कर्फ्यू जारी रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटे और मध्यम उद्योगों को बड़ी राहत दी जाएगी। एक साल तक दिवालिया कार्रवाई नहीं होगी।सीएम ने बाहरी राज्यों से आने वालों से घर में रहने की अपील की है।
फिलहाल कर्फ्यू में है सात घंटे की ढील
वर्तमान में कर्फ्यू में सात घंटे की ढील है। शिमला जिले में यह ढील सुबह साढ़े नौ से साढ़े चार बजे शाम तक है। अन्य जिलों में भी अलग-अलग शेड्यूल इसी तरह से निर्धारित हैं। इस अवधि में बगैर कर्फ्यू पास के वाहन चल रहे हैं। कर्फ्यू में पहले पांच घंटे छूट थी। आठ मई के बाद दो घंटे और बढ़ गए। फिर यह सात घंटे कर दिए गए।
राज्य में बसें चलाने पर 20 मई के बाद ही फैसला होगा। मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने इसकी पुष्टि की। क्या प्रदेश में बस सेवा शुरू की जा सकती है, इसके जवाब में मुख्य सचिव बोले कि इस बारे में 20 मई के बाद ही फैसला होगा। जल्दबाजी में सार्वजनिक परिवहन को शुरू करना ठीक नहीं होगा। इसके लिए सामाजिक दूरी का विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत होगी।
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