Imd Said Monsoon Has Not Reached Kerala Coast Yet Likely To Arrive On June 1 – मौसम विभाग ने कहा- केरल के तट से अभी नहीं टकराया मानसून, एक जून को ही आने की संभावना




न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sun, 31 May 2020 04:51 PM IST

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भारतीय मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि मानसून अभी केरल के तट से नहीं टकराया है। शनिवार को एक निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने दावा किया था कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून ने केरल के तट पर दस्तक दे दी है, लेकिन भारतीय मौसम विभाग ने इसे खारिज कर दिया है।

भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एम. मोहपात्रा ने कहा कि हम लगातार इसकी निगरानी कर रहे हैं। हम अपने पहले के पूर्वानुमान के साथ हैं कि मानसून एक जून या उसके बाद ही केरल के तट पर पहुंचेगा। दरअसल, केरल के दक्षिण तटीय इलाकों और लक्षद्वीप में तीन दिनों से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने शनिवार को इसे मानसून के पूर्व होने वाली बारिश बताया था।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि एक या दो जून को मानसून केरल तट से टकराएगा। शनिवार को यह मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र में सक्रिय है और लगातार दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व अरब सागर की बढ़ रहा है तथा परिस्थितियां मानसून के अनुकूल बनी हुई हैं।

मौसम विभाग ने अप्रैल में कहा था कि इस बार मानसून औसत ही रहने वाला है। विभाग के मुताबिक 96 से 100 प्रतिशत बारिश को सामान्य मानसून माना जाता है। पिछले साल यह आठ दिन की देरी से आठ जून को केरल के समुद्र तट से टकराया था। भारत में जून से सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून से बारिश होती है।

भारतीय मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि मानसून अभी केरल के तट से नहीं टकराया है। शनिवार को एक निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने दावा किया था कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून ने केरल के तट पर दस्तक दे दी है, लेकिन भारतीय मौसम विभाग ने इसे खारिज कर दिया है।

भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एम. मोहपात्रा ने कहा कि हम लगातार इसकी निगरानी कर रहे हैं। हम अपने पहले के पूर्वानुमान के साथ हैं कि मानसून एक जून या उसके बाद ही केरल के तट पर पहुंचेगा। दरअसल, केरल के दक्षिण तटीय इलाकों और लक्षद्वीप में तीन दिनों से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने शनिवार को इसे मानसून के पूर्व होने वाली बारिश बताया था।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि एक या दो जून को मानसून केरल तट से टकराएगा। शनिवार को यह मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र में सक्रिय है और लगातार दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व अरब सागर की बढ़ रहा है तथा परिस्थितियां मानसून के अनुकूल बनी हुई हैं।

मौसम विभाग ने अप्रैल में कहा था कि इस बार मानसून औसत ही रहने वाला है। विभाग के मुताबिक 96 से 100 प्रतिशत बारिश को सामान्य मानसून माना जाता है। पिछले साल यह आठ दिन की देरी से आठ जून को केरल के समुद्र तट से टकराया था। भारत में जून से सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून से बारिश होती है।




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