प्रयागराज में सेवइयां तैयार करता कारीगर…
– फोटो : अमर उजाला
पूर्वांचल के कई जिले कोरोना से मुक्त हुए हैं, कुछ में कोरोना का असर पहले से ही नहीं था। ऐसे जिलों में भी सतर्कता जबरदस्त है। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए फोर्स लगातार सड़कों पर है। गांवों में काम होता दिखाई दे रहा है, लेकिन ज्यादातर काम मनरेगा के हैं। सड़कों का निर्माण गति नहीं पकड़ सका है। फैक्टरियां चलनी शुरू हुई हैं, लेकिन मजदूर कम होने से पूरी गति पर नहीं हैं। वहीं जिन जिलों में सड़कों पर भीड़ ज्यादा बढ़ रही है, वहां बाजार खुलने के वक्त में कटौती भी की जा रही है।
गोरखपुर: नाला, पोखरा खुदाई शुरू, शहर में सख्ती ज्यादा
कोई मरीज नहीं है लेकिन सख्ती और बढ़ा दी गयी है। 17 की जगह पुलिस ने शहर में अब 32 बैरियर लगाकर लोगों की आवाजाही को रोक दिया है। साथ ही वेबजह निकले लोगों को पुलिस ने सजा भी दी तो कई को चेातवनी देकर छोड़ा भी। उधर गोरखपुर देहात के सहजनवा विकास खण्ड के विभिन्न ग्राम पंचायतों में मनरेगा का कार्य शुरू हो गया। सहजनवा ब्लॉक में कुल 64 ग्राम पंचायतों में अब तक 28 गांव में कुल 113 मस्टरोल जारी हो चुके हैं। दो ग्राम पंचायतों में नाला खुदाई और पोखरा खुदाई शुरू हुआ है। रामनगर में इगली पोखरा खुदाई कार्य हो रहा है, जहाँ मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर कार्य कर रहे हैं। वहीं पचौरी ग्राम पंचायत में साइफन से मुन्नर के घर तक नाला खुदाई का कार्य हो रहा है।
आजमगढ़: रमजान माह के लिए किराना दुकानें खोलने का वक्त बदला
रमजान माह में रोजेदारों की सहूलियत के लिए किराना दुकानें खोलने का समय बदल दिया गया है। किराना की दुकान अब सुबह आठ से 11 और शाम को दो से पांच बजे तक खुलेंगे। मुस्लिम बहुल इलाकों में खजूर, अंडा व फल बेचने वाले ठेला दुकानदारों को पास दिया जाएगा। पहले किराना की दुकानें सुबह आठ से 12 बजे तक तय था। जौनपुर में लॉकडाउन में सुबह 6 से 11 बजे तक सब्जी, फल, किराना, पशु चारा, कृषि यंत्रों की मरम्मत की दुकानें खुल रही हैं। शुक्रवार से मोबाइल फोन रिचार्ज की दुकानें भी खुलेंगी। सरकारी कार्यालयों में सीमित कर्मचारियों के साथ काम हो रहा है। प्रशासन ने हालांकि लॉकडाउन का पालन पूरी तरह कराने के लिए गश्त भी बढ़ा दी है।
जिले में लाकडाउन के दौरान छूट की अवधि दो घंटे कम करके अब सुबह 6 बजे से 10 बजे तक कर दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर फसल कट चुकी है। वहीं छूट की अवधि में सड़कों पर भीड बढ़ जा रही है। सरकारी कार्यालयों में सामाजिक दूरी बनाकर काम हो रहा है। हाट स्पाट गांव में अभी कोई छूट नहीं है।
कुशीनगर: केस नहीं फिर भी सख्ती पहले जैसी
अब तक कोरोना के कहर से सुरक्षित कुशीनगर जिले में लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। बृहस्पतिवार को एसपी के निर्देश पर पुलिस कर्मियों ने बैंकों में जाकर लोगों को सामाजिक दूरी का पालन कराने व मुंह पर मास्क अथवा गमछा बांधकर ही घर से बाहर निकलने का निर्देश दिया। इसके अलावा लॉक डाउन का पालन कराने के लिए मस्जिदों के लाउडस्पीकर से भी सूचना प्रसारित कराई जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को लॉक डाउन से अधिक चिंता तीन दिन की बारिश से भीगकर खराब हुई गेहूं की फसल को सुखाने व उसकी मड़ाई कराने को लेकर है। बृहस्पतिवार को तेज धूप निकली तो किसान अपने खेतों में फसल सुखाने में जुट गए।
लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए बिल्हौर में मनरेगा का काम शुरू नहीं किया गया है। तहसील क्षेत्र के चौबेपुर, शिवराजपुर, ककवन और बिल्हौर विकास खंड क्षेत्र की सभी 215 ग्राम पंचायतों में मनरेगा सहित किसी भी प्रकार के ग्राम पंचायत के कार्य तीन मई 2020 के बाद ही शुरू होने की संभावना है। तब तक जरूरतमंद बेरोजगार अपनी पंचायत के रोजगार सेवक, ग्राम विकास अधिकारी और खंड विकास अधिकारी के पास पहुंच जरूरी अभिलेख जमाकर कर मनरेगा श्रमिक बन जाब कार्ड बनवा सकते हैं। वहीं हमीरपुर में 27 गांवों में मेड़बंदी और नालों का निर्माण शुरू करा दिया है। हालांकि अभी ज्यादातर मजदूर वर्ग के लोग खेती किसानी में जुटे हैं। कुरारा ब्लाक के 27 गांवों में 248 मजदूरों को काम दिया गया है।
पूर्वांचल के कई जिले कोरोना से मुक्त हुए हैं, कुछ में कोरोना का असर पहले से ही नहीं था। ऐसे जिलों में भी सतर्कता जबरदस्त है। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए फोर्स लगातार सड़कों पर है। गांवों में काम होता दिखाई दे रहा है, लेकिन ज्यादातर काम मनरेगा के हैं। सड़कों का निर्माण गति नहीं पकड़ सका है। फैक्टरियां चलनी शुरू हुई हैं, लेकिन मजदूर कम होने से पूरी गति पर नहीं हैं। वहीं जिन जिलों में सड़कों पर भीड़ ज्यादा बढ़ रही है, वहां बाजार खुलने के वक्त में कटौती भी की जा रही है।
गोरखपुर: नाला, पोखरा खुदाई शुरू, शहर में सख्ती ज्यादा
कोई मरीज नहीं है लेकिन सख्ती और बढ़ा दी गयी है। 17 की जगह पुलिस ने शहर में अब 32 बैरियर लगाकर लोगों की आवाजाही को रोक दिया है। साथ ही वेबजह निकले लोगों को पुलिस ने सजा भी दी तो कई को चेातवनी देकर छोड़ा भी। उधर गोरखपुर देहात के सहजनवा विकास खण्ड के विभिन्न ग्राम पंचायतों में मनरेगा का कार्य शुरू हो गया। सहजनवा ब्लॉक में कुल 64 ग्राम पंचायतों में अब तक 28 गांव में कुल 113 मस्टरोल जारी हो चुके हैं। दो ग्राम पंचायतों में नाला खुदाई और पोखरा खुदाई शुरू हुआ है। रामनगर में इगली पोखरा खुदाई कार्य हो रहा है, जहाँ मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर कार्य कर रहे हैं। वहीं पचौरी ग्राम पंचायत में साइफन से मुन्नर के घर तक नाला खुदाई का कार्य हो रहा है।
आजमगढ़: रमजान माह के लिए किराना दुकानें खोलने का वक्त बदला
रमजान माह में रोजेदारों की सहूलियत के लिए किराना दुकानें खोलने का समय बदल दिया गया है। किराना की दुकान अब सुबह आठ से 11 और शाम को दो से पांच बजे तक खुलेंगे। मुस्लिम बहुल इलाकों में खजूर, अंडा व फल बेचने वाले ठेला दुकानदारों को पास दिया जाएगा। पहले किराना की दुकानें सुबह आठ से 12 बजे तक तय था। जौनपुर में लॉकडाउन में सुबह 6 से 11 बजे तक सब्जी, फल, किराना, पशु चारा, कृषि यंत्रों की मरम्मत की दुकानें खुल रही हैं। शुक्रवार से मोबाइल फोन रिचार्ज की दुकानें भी खुलेंगी। सरकारी कार्यालयों में सीमित कर्मचारियों के साथ काम हो रहा है। प्रशासन ने हालांकि लॉकडाउन का पालन पूरी तरह कराने के लिए गश्त भी बढ़ा दी है।
महराजगंज: दुकानें खुलने की छूट की अवधि दो घंटे घटाई गई
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
जिले में लाकडाउन के दौरान छूट की अवधि दो घंटे कम करके अब सुबह 6 बजे से 10 बजे तक कर दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर फसल कट चुकी है। वहीं छूट की अवधि में सड़कों पर भीड बढ़ जा रही है। सरकारी कार्यालयों में सामाजिक दूरी बनाकर काम हो रहा है। हाट स्पाट गांव में अभी कोई छूट नहीं है।
कुशीनगर: केस नहीं फिर भी सख्ती पहले जैसी
अब तक कोरोना के कहर से सुरक्षित कुशीनगर जिले में लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। बृहस्पतिवार को एसपी के निर्देश पर पुलिस कर्मियों ने बैंकों में जाकर लोगों को सामाजिक दूरी का पालन कराने व मुंह पर मास्क अथवा गमछा बांधकर ही घर से बाहर निकलने का निर्देश दिया। इसके अलावा लॉक डाउन का पालन कराने के लिए मस्जिदों के लाउडस्पीकर से भी सूचना प्रसारित कराई जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को लॉक डाउन से अधिक चिंता तीन दिन की बारिश से भीगकर खराब हुई गेहूं की फसल को सुखाने व उसकी मड़ाई कराने को लेकर है। बृहस्पतिवार को तेज धूप निकली तो किसान अपने खेतों में फसल सुखाने में जुट गए।
कानपुर-हमीरपुर: कानपुर में बढ़ रहे मरीजों के कारण मनरेगा के काम टले
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए बिल्हौर में मनरेगा का काम शुरू नहीं किया गया है। तहसील क्षेत्र के चौबेपुर, शिवराजपुर, ककवन और बिल्हौर विकास खंड क्षेत्र की सभी 215 ग्राम पंचायतों में मनरेगा सहित किसी भी प्रकार के ग्राम पंचायत के कार्य तीन मई 2020 के बाद ही शुरू होने की संभावना है। तब तक जरूरतमंद बेरोजगार अपनी पंचायत के रोजगार सेवक, ग्राम विकास अधिकारी और खंड विकास अधिकारी के पास पहुंच जरूरी अभिलेख जमाकर कर मनरेगा श्रमिक बन जाब कार्ड बनवा सकते हैं। वहीं हमीरपुर में 27 गांवों में मेड़बंदी और नालों का निर्माण शुरू करा दिया है। हालांकि अभी ज्यादातर मजदूर वर्ग के लोग खेती किसानी में जुटे हैं। कुरारा ब्लाक के 27 गांवों में 248 मजदूरों को काम दिया गया है।
Source link