दिल्ली में कोरोना वायरस
– फोटो : PTI
राजधानी में कोरोना संक्रमण अब खतरनाक रूप ले चुका है। बीते 24 घंटे में 1359 नए पॉजिटिव केस आए हैं और 22 मरीजों की मौत के बाद कुल मामलों की संख्या 25 हजार के पार पहुंच गई है। राहत की बात यह रही कि गुरुवार को विभिन्न अस्पतालों से 356 मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अब कुल संक्रमितों की संख्या 25004 हो गई है, जबकि 650 मरीजों की मौत हो चुकी है। हेल्थ बुलेटिन में गुरुवार को 44 मौत बताई गई है। हालांकि, इसमें से 22 मामले ही बीते 24 घंटो के हैं। अन्य, 22 वे मौतें हैं, जो पहले हुई थी, लेकिन अस्पतालों ने जानकारी अब उपलब्ध कराई है।
विभाग के अनुसार दिल्ली के कोविड समर्पित अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए 8386 बेड और 408 वेटिलेटर उपलब्ध हैं। इनमें से अब तक 3306 बेड और 307 वेटिलेटर भर चुके हैं। वहीं, कोविड हेल्थ सेंटर में 177और कोविड केयर सेंटर में 987 मरीजों का इलाज चल रहा है। इनमें हेल्थ सेंटर में 285 और कोविड केयर सेंटर में 5292 मरीजों को रखने की क्षमता है।
59 इलाके कंटेनमेंट जोन से बाहर, 163 सील
अनलॉक-1 में कंटेनमेंट जोन की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दिल्ली में फिलहाल 163 कंटेनमेंट जोन हैं। सबसे ज्यादा 31-31 कंटेनमेंट जोन उत्तरी और दक्षिण पश्चिमी जिले में हैं। इसी तरह दक्षिणी व दक्षिण-पूर्व में 27-27 कंटेनमेंट जोन हैं।
अधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण मिलने से बीते 48 घंटों में कंटेनमेंट जोन बढ़ते जा रहे हैं। फिलहाल 163 इलाके सील है, जबकि पिछले दिनों 147 इलाके दिल्ली में सील किए गए थे।
भाजपा ने दिल्ली सरकार पर कोरोना के मरीजों के आंकड़ों को छिपाने का आरोप मढ़ा है। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष राजीव बब्बर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हाल ही में दिल्ली सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि कोरोना पॉजिटिव के सीधे संपर्क में आने वाले ऐसे लोग जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं उनकी टेस्टिंग नहीं की जाएगी। बिना लक्षण वालों में सिर्फ उन्हीं लोगों की टेस्टिंग होगी, जो डायबिटीज, हाईपरटेंशन या कैंसर से पीड़ित हैं और जिनकी उम्र 60 से अधिक व 10 साल से कम हैं। ऐसे में बिना लक्षण वाले लोग बिना टेस्टिंग ही दिल्ली की सड़कों पर घूमते रहेंगे।
उधर, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कोरोना महामारी से निपटने में पूरी तरह दिल्ली सरकार विफल साबित हुई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए रोज नए-नए बहाने बना रहे हैं।
सार
दिल्ली में गुरुवार को कोरोना वायरस के 1359 मरीज सामने आए हैं। जबकि 22 लोगों की मौत हुई। अब तक कोरोना वायरस से राजधानी में 650 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी के साथ दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 25004 हो गई है।
विस्तार
राजधानी में कोरोना संक्रमण अब खतरनाक रूप ले चुका है। बीते 24 घंटे में 1359 नए पॉजिटिव केस आए हैं और 22 मरीजों की मौत के बाद कुल मामलों की संख्या 25 हजार के पार पहुंच गई है। राहत की बात यह रही कि गुरुवार को विभिन्न अस्पतालों से 356 मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अब कुल संक्रमितों की संख्या 25004 हो गई है, जबकि 650 मरीजों की मौत हो चुकी है। हेल्थ बुलेटिन में गुरुवार को 44 मौत बताई गई है। हालांकि, इसमें से 22 मामले ही बीते 24 घंटो के हैं। अन्य, 22 वे मौतें हैं, जो पहले हुई थी, लेकिन अस्पतालों ने जानकारी अब उपलब्ध कराई है।
विभाग के अनुसार दिल्ली के कोविड समर्पित अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए 8386 बेड और 408 वेटिलेटर उपलब्ध हैं। इनमें से अब तक 3306 बेड और 307 वेटिलेटर भर चुके हैं। वहीं, कोविड हेल्थ सेंटर में 177और कोविड केयर सेंटर में 987 मरीजों का इलाज चल रहा है। इनमें हेल्थ सेंटर में 285 और कोविड केयर सेंटर में 5292 मरीजों को रखने की क्षमता है।
59 इलाके कंटेनमेंट जोन से बाहर, 163 सील
अनलॉक-1 में कंटेनमेंट जोन की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दिल्ली में फिलहाल 163 कंटेनमेंट जोन हैं। सबसे ज्यादा 31-31 कंटेनमेंट जोन उत्तरी और दक्षिण पश्चिमी जिले में हैं। इसी तरह दक्षिणी व दक्षिण-पूर्व में 27-27 कंटेनमेंट जोन हैं।
अधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण मिलने से बीते 48 घंटों में कंटेनमेंट जोन बढ़ते जा रहे हैं। फिलहाल 163 इलाके सील है, जबकि पिछले दिनों 147 इलाके दिल्ली में सील किए गए थे।
कोरोना मरीजो का आकड़ा छुपा रही है सरकार: भाजपा
भाजपा ने दिल्ली सरकार पर कोरोना के मरीजों के आंकड़ों को छिपाने का आरोप मढ़ा है। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष राजीव बब्बर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हाल ही में दिल्ली सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि कोरोना पॉजिटिव के सीधे संपर्क में आने वाले ऐसे लोग जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं उनकी टेस्टिंग नहीं की जाएगी। बिना लक्षण वालों में सिर्फ उन्हीं लोगों की टेस्टिंग होगी, जो डायबिटीज, हाईपरटेंशन या कैंसर से पीड़ित हैं और जिनकी उम्र 60 से अधिक व 10 साल से कम हैं। ऐसे में बिना लक्षण वाले लोग बिना टेस्टिंग ही दिल्ली की सड़कों पर घूमते रहेंगे।
उधर, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कोरोना महामारी से निपटने में पूरी तरह दिल्ली सरकार विफल साबित हुई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए रोज नए-नए बहाने बना रहे हैं।
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