कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन 40 दिन के बाद भी जारी रह सकता है। कई राज्यों ने 3 मई को खत्म हो रहे लॉकडाउन के दूसरे चरण के बाद भी इसे जारी रखने का समर्थन किया है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने जा रही वीडियो कांफ्रेंसिंग में ये मुख्यमंत्री लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की मांग करेंगे।
हालांकि कई राज्यों का कहना है कि लॉकडाउन को बढ़ाने के बजाय इसे केवल प्रभावित इलाकों तक ही सीमित किया जाना चाहिए। दरअसल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव अपने यहां 7 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर चुके हैं। दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, राजस्थान और ओडिशा ने भी इसे आगे बढ़ाने का संकेत दिया है, जबकि आंध्र प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु ने इस बारे में केंद्र सरकार की तरफ से किए जाने वाले फैसले को मानने की बात कही है।
आज की बैठक में तीन बिंदुओं पर होगी चर्चा
सूत्रों का कहना है कि सोमवार को पीएम और राज्यों के सीएम के बीच होने वाली चौथी बैठक में तीन बिंदुओं का एजेंडा है। पहला प्रदेशों में कोरोना संक्रमण की समीक्षा और कंटेनमेंट के कदम, दूसरा गृह मंत्रालय की 20 अप्रैल की गाइडलाइंस का पालन और तीसरा लॉकडाउन के बाद की स्थिति पर चर्चा है।
दिल्ली में 16 तक बढ़ाने की सिफारिश
दिल्ली सरकार की समिति के अध्यक्ष डॉ. एसके सरीन ने लॉकडाउन 16 मई तक बढ़ाने की सिफारिश की है। उनका कहना है कि ग्राफ में गिरावट 10 सप्ताह बाद शुरू होती है। दिल्ली में 10 सप्ताह 16 मई को पूरे हो रहे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक साथ लॉकडाउन हटाने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा, लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाना चाहिए और फैसले का अधिकार राज्यों को हो।
हॉटस्पॉट तक ही पाबंदी हो : कर्नाटक
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, मप्र के शिवराज सिंह चौहान और आंध्र के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी भी लॉकडाउन केवल हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन तक ही सीमित रखने के पक्ष में हैं। हॉटस्पॉट वाले शहरों में लॉकडाउन बढ़ाने की बात कह रहे हैं। यूपी सरकार ने केंद्र सरकार का निर्णय मानने की बात कही है, लेकिन सार्वजनिक सभाएं 30 जून तक बंद रहेंगी।
कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन 40 दिन के बाद भी जारी रह सकता है। कई राज्यों ने 3 मई को खत्म हो रहे लॉकडाउन के दूसरे चरण के बाद भी इसे जारी रखने का समर्थन किया है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने जा रही वीडियो कांफ्रेंसिंग में ये मुख्यमंत्री लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की मांग करेंगे।
हालांकि कई राज्यों का कहना है कि लॉकडाउन को बढ़ाने के बजाय इसे केवल प्रभावित इलाकों तक ही सीमित किया जाना चाहिए। दरअसल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव अपने यहां 7 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर चुके हैं। दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, राजस्थान और ओडिशा ने भी इसे आगे बढ़ाने का संकेत दिया है, जबकि आंध्र प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु ने इस बारे में केंद्र सरकार की तरफ से किए जाने वाले फैसले को मानने की बात कही है।
आज की बैठक में तीन बिंदुओं पर होगी चर्चा
सूत्रों का कहना है कि सोमवार को पीएम और राज्यों के सीएम के बीच होने वाली चौथी बैठक में तीन बिंदुओं का एजेंडा है। पहला प्रदेशों में कोरोना संक्रमण की समीक्षा और कंटेनमेंट के कदम, दूसरा गृह मंत्रालय की 20 अप्रैल की गाइडलाइंस का पालन और तीसरा लॉकडाउन के बाद की स्थिति पर चर्चा है।
दिल्ली में 16 तक बढ़ाने की सिफारिश
दिल्ली सरकार की समिति के अध्यक्ष डॉ. एसके सरीन ने लॉकडाउन 16 मई तक बढ़ाने की सिफारिश की है। उनका कहना है कि ग्राफ में गिरावट 10 सप्ताह बाद शुरू होती है। दिल्ली में 10 सप्ताह 16 मई को पूरे हो रहे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक साथ लॉकडाउन हटाने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा, लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाना चाहिए और फैसले का अधिकार राज्यों को हो।
हॉटस्पॉट तक ही पाबंदी हो : कर्नाटक
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, मप्र के शिवराज सिंह चौहान और आंध्र के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी भी लॉकडाउन केवल हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन तक ही सीमित रखने के पक्ष में हैं। हॉटस्पॉट वाले शहरों में लॉकडाउन बढ़ाने की बात कह रहे हैं। यूपी सरकार ने केंद्र सरकार का निर्णय मानने की बात कही है, लेकिन सार्वजनिक सभाएं 30 जून तक बंद रहेंगी।
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