न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sun, 10 May 2020 05:34 PM IST
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सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि सिर्फ चार दिनों में यहां कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। चार दिनों में कोविड-19 के रोगियों की संख्या 100 से बढ़कर 200 के पार हो गई है।
इस क्षेत्र में कोरोना वायरस का पहला मामला 24 मार्च को मणिपुर में पाया गया था। इसके बाद इस आंकड़े को 50 तक पहुंचने में 24 दिन लगे थे। वहीं, दूसरे 18 दिनों में यह 4 मई को 100 के पार पहुंच गया।
रविवार सुबह तक, क्षेत्र के सात राज्यों में 212 मामले थे। त्रिपुरा 132 मामलों के साथ सबसे ऊपर है। वहीं, असम दूसरे स्थान पर है। यहां कोविड-19 के 63 मामले हैं, जिसमें नागालैंड के एक मरीज को शामिल किया गया है जिसका इलाज गुवाहाटी में हो रहा है। वहीं, मेघालय में कोविड-19 के 13 मामले हैं।
रविवार सुबह तक मणिपुर में दो मामले थे। वहीं, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में एक-एक मामले। हालांकि, इन तीन राज्यों में सभी रोगी पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। एक महीने में यहां कोई भी ताजा मामले सामने नहीं आए हैं। वहीं, नागालैंड में आज तक कोई भी कोरोना वायरस का मामला दर्ज नहीं किया गया है।
त्रिपुरा में कोविड-19 मामलों में अचानक बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि त्रिपुरा ने पहले दो लोगों के टेस्ट किए थे, जिनमें कोरोना वायरस नेगेटिव पाया गया था। इसके बाद राज्य ने 24 अप्रैल को कोविद-19 मुक्त स्थिति का दावा किया था।
लेकिन 2 मई को, अंबासा में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 138वीं बटालियन के दो कर्मियों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। एक दिन बाद, एक ही बटालियन के 12 और लोगों ने सकारात्मक परीक्षण किया।