पांच महीने पहले कोरोना वायरस इस दुनिया में आया था जिसके बाद धीरे-धीरे यह वैश्विक महामारी बन गया। आज दुनिया के सैंकड़ों देश इससे प्रभावित हैं लेकिन दूसरे देशों के मुकाबले भारत में अभी भी कोरोना की रफ्तार धीमी है जिसके पीछे विशेषज्ञ जांच प्रक्रिया में दो लॉकडाउन के बाद आई तेजी बता रहे हैं। चीन, अमेरिका, फ्रांस, इटली, जापान, इरान और स्पेन की तुलना में भारत की एक अलग ही तस्वीर देखने को मिल रही है।
भारत में कोरोना वायरस को आए 14 सप्ताह पूरे हो चुके हैं। इस समय 15वां सप्ताह चल रहा है जब देश में 52,952 कुल संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इसी अवधि को लेकर अमेरिका सहित बाकी देशों से तुलना करें तो 15वें सप्ताह तक फ्रांस में भारत से दो तो अमेरिका में 18 गुना से ज्यादा मरीज सामने आ चुके थे। 15वें सप्ताह के दौरान अमेरिका में 9,83,457 और फ्रांस में 1,28,121 संक्रमित मरीज दर्ज किए गए थे। जबकि इसी अवधि में चीन में 84,341 संक्रमित मरीज सामने आए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अमेरिका, फ्रांस, जापान और चीन में कोरोना की अवधि 15 सप्ताह से भी ज्यादा हो चुकी है लेकिन इटली, इरान और स्पेन में अभी इसकी अवधि कम है। इटली में 13वें सप्ताह में 2.03 लाख मरीज सामने आए थे। जबकि इरान में 11वां सप्ताह में कोरोना के 92,584 मरीज मिले थे। इन सभी देशों की अपेक्षा भारत में स्थिति अभी भी नियंत्रण में दिखाई देती है। हालांकि जापान एकमात्र ऐसा देश है जहां 15वें सप्ताह तक 13,385 केस आए थे।
- जून में बढ़ सकता है ग्राफ
पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. एस जॉन का मानना है कि देश में कोरोना की चाल अब जांच का दायरा बढऩे के साथ आगे जा रही है। दिल्ली एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया भी कह चुके हैं कि जून में कोरोना वायरस का ग्राफ अपने पीक (उच्चतम) पर जा सकता है। देश में अब तक 400 से ज्यादा लैब में हर दिन औसतन 80 हजार सैंपल की जांच हो रही है।
हालांकि इनमें से संक्रमित सैंपल मिलने की दर करीब 4 फीसदी ही शुरूआत से देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि लॉकडाउन के बाद जांच बढऩे से एक वक्त तक मरीजों की संख्या उच्च स्तर पर मिलती है लेकिन इसके बाद यह ग्राफ निरंतर नीचे चला जाता है। यही वजह है कि अमेरिका में एक लंबी लड़ाई के बाद अब स्थिति सामान्य होती दिखाई दे रही हैं।
- भारत की सप्ताह वार स्थिति
सप्ताह मरीज
पहला तीन
दूसरा तीन
तीसरा तीन
चौथा तीन
पांचवां 34
छठवां 101
सातवां 223
आठवां 724
नौंवा 1112
10वां 4125
11वां 7447
12वां 13,387
13वां 23077
14वां 35,043
15वां 52,292
(भारत में पहला मरीज 30 जनवरी को मिला था। अभी 15वां सप्ताह देश में चल रहा है।)
सार
- फ्रांस में दो तो अमेरिका में 18 गुना से ज्यादा हो चुके थे 15 सप्ताह में संक्रमित मरीज
- दुनिया के 9 देशों में सबसे धीमी रफ्तार भारत में
विस्तार
पांच महीने पहले कोरोना वायरस इस दुनिया में आया था जिसके बाद धीरे-धीरे यह वैश्विक महामारी बन गया। आज दुनिया के सैंकड़ों देश इससे प्रभावित हैं लेकिन दूसरे देशों के मुकाबले भारत में अभी भी कोरोना की रफ्तार धीमी है जिसके पीछे विशेषज्ञ जांच प्रक्रिया में दो लॉकडाउन के बाद आई तेजी बता रहे हैं। चीन, अमेरिका, फ्रांस, इटली, जापान, इरान और स्पेन की तुलना में भारत की एक अलग ही तस्वीर देखने को मिल रही है।
भारत में कोरोना वायरस को आए 14 सप्ताह पूरे हो चुके हैं। इस समय 15वां सप्ताह चल रहा है जब देश में 52,952 कुल संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इसी अवधि को लेकर अमेरिका सहित बाकी देशों से तुलना करें तो 15वें सप्ताह तक फ्रांस में भारत से दो तो अमेरिका में 18 गुना से ज्यादा मरीज सामने आ चुके थे। 15वें सप्ताह के दौरान अमेरिका में 9,83,457 और फ्रांस में 1,28,121 संक्रमित मरीज दर्ज किए गए थे। जबकि इसी अवधि में चीन में 84,341 संक्रमित मरीज सामने आए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अमेरिका, फ्रांस, जापान और चीन में कोरोना की अवधि 15 सप्ताह से भी ज्यादा हो चुकी है लेकिन इटली, इरान और स्पेन में अभी इसकी अवधि कम है। इटली में 13वें सप्ताह में 2.03 लाख मरीज सामने आए थे। जबकि इरान में 11वां सप्ताह में कोरोना के 92,584 मरीज मिले थे। इन सभी देशों की अपेक्षा भारत में स्थिति अभी भी नियंत्रण में दिखाई देती है। हालांकि जापान एकमात्र ऐसा देश है जहां 15वें सप्ताह तक 13,385 केस आए थे।
- जून में बढ़ सकता है ग्राफ
पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. एस जॉन का मानना है कि देश में कोरोना की चाल अब जांच का दायरा बढऩे के साथ आगे जा रही है। दिल्ली एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया भी कह चुके हैं कि जून में कोरोना वायरस का ग्राफ अपने पीक (उच्चतम) पर जा सकता है। देश में अब तक 400 से ज्यादा लैब में हर दिन औसतन 80 हजार सैंपल की जांच हो रही है।
हालांकि इनमें से संक्रमित सैंपल मिलने की दर करीब 4 फीसदी ही शुरूआत से देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि लॉकडाउन के बाद जांच बढऩे से एक वक्त तक मरीजों की संख्या उच्च स्तर पर मिलती है लेकिन इसके बाद यह ग्राफ निरंतर नीचे चला जाता है। यही वजह है कि अमेरिका में एक लंबी लड़ाई के बाद अब स्थिति सामान्य होती दिखाई दे रही हैं।
- भारत की सप्ताह वार स्थिति
सप्ताह मरीज
पहला तीन
दूसरा तीन
तीसरा तीन
चौथा तीन
पांचवां 34
छठवां 101
सातवां 223
आठवां 724
नौंवा 1112
10वां 4125
11वां 7447
12वां 13,387
13वां 23077
14वां 35,043
15वां 52,292
(भारत में पहला मरीज 30 जनवरी को मिला था। अभी 15वां सप्ताह देश में चल रहा है।)
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