All State Mechanism Is Fighting The Pandemic Some People Tried To Bring Communal Angle In Palghar Matter Maharashtra Hm Anil Deshmukh – पालघर घटना में गिरफ्तार आरोपियों में से कोई भी मुस्लिम नहीं : महाराष्ट्र सरकार




न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Updated Wed, 22 Apr 2020 10:45 AM IST

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख
– फोटो : ANI

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महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि पालघर में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की मॉब लिंचिंग (भीड़ हिंसा) करने वाले आरोपियों के नाम आज जारी किए जाएंगे। अनिल देशमुख ने कहा कि हम सभी आरोपियों के नाम आज व्हाट्सएप के जरिए जारी करेंगे। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए 101 लोगों में से कोई भी मुस्लिम नहीं है। 

देशमुख ने फेसबुक के जरिए दिए संबोधन में कहा, ‘इस घटना के संबंध में गिरफ्तार किया गया कोई भी आरोपी मुस्लिम नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना के बाद साम्प्रदायिक राजनीति की जा रही है।’ किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि कुछ लोग ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने’ देख रहे हैं। यह राजनीति करने का नहीं बल्कि एक साथ मिलकर कोरोना वायरस से लड़ने का समय है।

‘ओए बस’ को ‘शोएब बस’समझा गया : सरकार
अफवाहों पर गृहमंत्री देशमुख ने कहा कि वीडियो में एक आवाज सुनाई दे रही है ‘ओए बस’ और कुछ लोगो ने इसे ‘शोएब बस’ कर प्रसारित किया। उन्होंने आगे कहा कि सभी राज्य महामारी से लड़ रहे हैं और कुछ लोगों ने इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। 

बता दें कि 16 अप्रैल की रात जब दो साधू और उनका ड्राइवर किसी परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कार से मुंबई से गुजरात के सूरत जा रहे थे। उनके वाहन को पालघर जिले के एक गांव के पास रोक लिया गया जहां भीड़ ने बच्चा चोरी करने के संदेह में तीनों को कार से बाहर निकाला और उनकी लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।

मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरि (70), सुशीलगिरि महाराज (35) और चालक निलेश तेलगड़े (30) के रूप में की गई।

महाराष्ट्र सरकार ने घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सोमवार को पालघर के दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि पालघर में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की मॉब लिंचिंग (भीड़ हिंसा) करने वाले आरोपियों के नाम आज जारी किए जाएंगे। अनिल देशमुख ने कहा कि हम सभी आरोपियों के नाम आज व्हाट्सएप के जरिए जारी करेंगे। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए 101 लोगों में से कोई भी मुस्लिम नहीं है। 

देशमुख ने फेसबुक के जरिए दिए संबोधन में कहा, ‘इस घटना के संबंध में गिरफ्तार किया गया कोई भी आरोपी मुस्लिम नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना के बाद साम्प्रदायिक राजनीति की जा रही है।’ किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि कुछ लोग ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने’ देख रहे हैं। यह राजनीति करने का नहीं बल्कि एक साथ मिलकर कोरोना वायरस से लड़ने का समय है।

‘ओए बस’ को ‘शोएब बस’समझा गया : सरकार
अफवाहों पर गृहमंत्री देशमुख ने कहा कि वीडियो में एक आवाज सुनाई दे रही है ‘ओए बस’ और कुछ लोगो ने इसे ‘शोएब बस’ कर प्रसारित किया। उन्होंने आगे कहा कि सभी राज्य महामारी से लड़ रहे हैं और कुछ लोगों ने इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। 

बता दें कि 16 अप्रैल की रात जब दो साधू और उनका ड्राइवर किसी परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कार से मुंबई से गुजरात के सूरत जा रहे थे। उनके वाहन को पालघर जिले के एक गांव के पास रोक लिया गया जहां भीड़ ने बच्चा चोरी करने के संदेह में तीनों को कार से बाहर निकाला और उनकी लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।

मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरि (70), सुशीलगिरि महाराज (35) और चालक निलेश तेलगड़े (30) के रूप में की गई।

महाराष्ट्र सरकार ने घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सोमवार को पालघर के दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।






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