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उत्तर प्रदेश उपनिदेशक कृषि कमल कटियार के मुताबिक, राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमाओं से लगे जिलों में स्प्रेयर युक्त ट्रैक्टरों, पॉवर स्प्रेयरों और फायर ब्रिगेड के ट्रकों में रसायन भरकर तैयार रखने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही रात के समय भारी स्प्रे करने को कहा गया है। इसके साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को थाली बजाकर और पटाखे छोड़कर तेज आवाज करने का भी निर्देश दिया गया है।
कटियार ने बताया कि झांसी के जंगल में रविवार को टिड्डी दलों का समूह देखा गया था, जिसे राज्य और केंद्र की टीमों ने मिलकर रसायनों के छिड़काव से 40 फीसदी तक खत्म कर दिया है। हवा की दिशा के चलते इस टिडड़ी दल के महोबा जिले में प्रवेश करने की आशंका है। इसलिए महोबा के अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है। झांसी में टिड्डी दल ने करीब 25 हेक्टेयर क्षेत्र में सब्जियों को नुकसान पहुंचाया है।
राजस्थान के करौली में पहुंचे टिड्डी दल के लिए उन्होंने कहा कि इसके चलते सीमा से लगे झांसी, ललितपुर, जालौन और औरैया जिलों के अलावा उनसे सटे हमीरपुर, कन्नौज, इटावा और कानपुर जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा, रात में इन जिलों में कीटनाशकों का छिड़काव अभियान चलाया जाएगा।
मथुरा में भी टिड्डी दलों के हमले की संभावना को देखते हुए तैयारियां की गई हैं। मथुरा के जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्रा ने कहा, 200 लीटर क्लोपिरीफोस को रिजर्व में रखा गया है और क्षेत्र में इस रसायन के विक्रेताओं के जिले से बाहर सप्लाई करने पर रोक लगा दी गई है। झांसी के जिलाधिकारी आंद्रा वम्सी ने कहा, ग्रामीणों को टिड्डी दल दिखाई देते ही कंट्रोल रूम को बताए जाने के लिए कहा गया है। फायर विभाग को आपातकालीन हालात के लिए रसायनों से भरे ट्रक तैयार रखने को कहा गया है।
सीहोर में किसानों ने थालियां बजाकर भगाए टिड्डी दल
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी और नसरुल्लागंज क्षेत्रों में किसानों ने मंगलवार को टिड्डी दलों को भगाने के लिए थालियां बजाईं। इसके अलावा पेड़ों और फसलों पर कीटनाशकों का छिड़काव भी किया गया है। कृषि वैज्ञानिक जैनेंद्र कुमार के मुताबिक, टिड्डी दल के हमले से फसलों को भारी नुकसान पहुंचने की संभावना है। कृषि विभाग और जिला प्रशासन को इस मुद्दे पर नजर रखने के लिए कहा गया है।