Thousands Of Marriages Canceled During Lockdown In Corona Infection  – कोरोना ने किया सब कुछ लॉकः हजारों शादियां रद्द, सीजन खाली निकला




सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया

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लॉकडाउन के कारण इस बार लगन का सीजन खाली चला गया। हजारों शादियां जो मार्च से मई तक होनी थीं, सब रद्द हो गईं। इसके चलते बरात घर, टेंट हाउस वाले, बैंडबाजे वाले और हलवाई सब खाली बैठे हुए हैं।

नरेला में साफियाबाद मोड़ पर स्थित जॉनी फॉर्म बैंक्वेट हॉल के मालिक पवन खत्री ने बताया कि इस सीजन में 15 मार्च से 2 मई के बीच उनके यहां 45 शादियों की बुकिंग हुई थी, लेकिन सब कैंसल करनी पड़ी। एक बुकिंग अक्षय तृतीया को भी थी, वह भी कैंसल करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि उनके यहां क्रॉकरी के सामान और लॉन की बुकिंग 2 से 2.31 लाख रुपये में होती है। इस सीजन में उनका भारी नुकसान हुआ है।

सरोजिनी नगर स्थित कोहिनूर टेंट के मालिक फैजल ने बताया कि इस सीजन उनके पास 15 शादियों की बुकिंग हुई थी, लेकिन सब कैंसल हो गईं। अब किराये के घर में चल रहे टेंट हाउस का किराया, मजदूरों का खर्च निकालना मुश्किल है। सरोजिनी नगर के ही जय साईं टेंट के मालिक नीरज गर्ग ने बताया कि उनका टेंट और बैंड का काम लॉकडाउन के कारण बंद पड़ा है। अब 1 नवंबर के पहले उनके पास कोई बुकिंग नहीं है।

यूसुफ सराय के हलवाई राजेश ने बताया कि मार्च में 9 और अप्रैल में उनके पास 8 शादियों की बुकिंग थी, लेकिन सब कैंसल हो चुकी हैं। दूसरी तरफ दिल्ली भर में 104 आर्य समाज मंदिर हैं, जहां पर लगन के सीजन में आए दिन शादियां होनी थीं। मयूर विहार फेज-1 स्थित आर्य समाज मंदिर की कार्यकर्ता राजकुमारी ने बताया कि अक्षय तृतिया पर लगभग हर मंदिर में शादियां होती हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण मंदिरों को बंद कर दिया गया है।
 

ग्रेटर कैलाश-1 स्थित आर्य समाज मंदिर में शनिवार को शादी के बाद दुल्हन की विदाई पुलिस जिप्सी में हुई। कालकाजी पुलिस की मदद से गोविंदपुरी निवासी कौशल की शादी पूजा से हो पाई। वर और वधू पक्ष से केवल पांच-पांच लोग शादी समारोह में शामिल हुए।

दक्षिण-पूर्वी जिला डीसीपी आरपी मीणा ने बताया कि गोविंदपुरी निवासी नरेश ने कालकाजी थाने में तैनात हेड कांस्टेबल अनिल कुमार और संजीव से संपर्क कर अपने बेटे की शुक्रवार को शादी होने की जानकारी दी।

नरेश ने बताया कि लॉकडाउन में उन्हें ग्रेटर कैलाश-1 स्थित आर्य समाज मंदिर तक गाड़ी लेकर जाने की मनाही है। समस्या की जानकारी एसएचओ कालकाजी संदीप घई को मिली। एसएचओ ने तत्काल दूल्हे के परिवार को पुलिस जिप्सी से आर्य समाज मंदिर भिजवाने का इंतजाम किया। 

लॉकडाउन के कारण इस बार लगन का सीजन खाली चला गया। हजारों शादियां जो मार्च से मई तक होनी थीं, सब रद्द हो गईं। इसके चलते बरात घर, टेंट हाउस वाले, बैंडबाजे वाले और हलवाई सब खाली बैठे हुए हैं।

नरेला में साफियाबाद मोड़ पर स्थित जॉनी फॉर्म बैंक्वेट हॉल के मालिक पवन खत्री ने बताया कि इस सीजन में 15 मार्च से 2 मई के बीच उनके यहां 45 शादियों की बुकिंग हुई थी, लेकिन सब कैंसल करनी पड़ी। एक बुकिंग अक्षय तृतीया को भी थी, वह भी कैंसल करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि उनके यहां क्रॉकरी के सामान और लॉन की बुकिंग 2 से 2.31 लाख रुपये में होती है। इस सीजन में उनका भारी नुकसान हुआ है।

सरोजिनी नगर स्थित कोहिनूर टेंट के मालिक फैजल ने बताया कि इस सीजन उनके पास 15 शादियों की बुकिंग हुई थी, लेकिन सब कैंसल हो गईं। अब किराये के घर में चल रहे टेंट हाउस का किराया, मजदूरों का खर्च निकालना मुश्किल है। सरोजिनी नगर के ही जय साईं टेंट के मालिक नीरज गर्ग ने बताया कि उनका टेंट और बैंड का काम लॉकडाउन के कारण बंद पड़ा है। अब 1 नवंबर के पहले उनके पास कोई बुकिंग नहीं है।

यूसुफ सराय के हलवाई राजेश ने बताया कि मार्च में 9 और अप्रैल में उनके पास 8 शादियों की बुकिंग थी, लेकिन सब कैंसल हो चुकी हैं। दूसरी तरफ दिल्ली भर में 104 आर्य समाज मंदिर हैं, जहां पर लगन के सीजन में आए दिन शादियां होनी थीं। मयूर विहार फेज-1 स्थित आर्य समाज मंदिर की कार्यकर्ता राजकुमारी ने बताया कि अक्षय तृतिया पर लगभग हर मंदिर में शादियां होती हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण मंदिरों को बंद कर दिया गया है।
 


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पुलिस जिप्सी में हुई दुल्हन की विदाई




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