न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sat, 18 Apr 2020 08:14 AM IST
कोरोना की जांच करते स्वास्थ्यकर्मी (फाइल फोटो)
– फोटो : PTI
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नौसेना में कोविड-19 संक्रमण का यह पहला मामला है। संक्रमित कर्मियों के संपर्क में आने वाले लोगों की भी जांच की जाएगी। वहीं भारतीय सेना में अब तक आठ पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे ने शुक्रवार को कहा, ‘पूरी भारतीय सेना में से केवल आठ लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। आठ में से दो डॉक्टर और एक नर्सिंग असिस्टेंट हैं। चार लोगों पर इलाज का प्रभाव दिखाई दे रहा है।’
20 Navy personnel have tested positive for #COVID19 at a naval base in Mumbai. The first case was reported on April 7 at the INS Angre base there. All other persons who came in contact with these affected personnel have also been tested: Navy officials
— ANI (@ANI) April 18, 2020
सेना के जो जवान किसी कोविड-19 पॉजिटिव के संपर्क में नहीं आए हैं, उन्हें वापस उनकी यूनिट में भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘हमारे जो जवान किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं उन्हें वापस यूनिट भेजा जाएगा। हमने पहले से ही बंगलूरू से जम्मू और बंगलूरू से गुवाहाटी के लिए दो विशेष ट्रेनों को तैयार किया हुआ है।’
भारतीय नौसेना के कर्मियों को ऐसे समय पर कोरोना हुआ है जब अमेरिकी नौसेना में इसके मामले बढ़ रहे हैं। भारतीय नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह ने जोर देकर कहा कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि युद्धपोतों और पनडुब्बियों जैसी परिचालन संपत्तियों को वायरस से मुक्त रहें और नौसेना हर समय पर तैयार रहे।
नौसेना कर्मियों के लिए 15 मिनट के वीडियो संदेश में नौसेना अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें अच्छी परिस्थितियों की उम्मीद करते हुए बदतर के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहने की जरूरत है, यह एक लंबी लड़ाई है।’ सशस्त्र बलों ने अपनी रैंकों के अंदर कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपायों का सहारा लिया है।