न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता
Updated Sat, 23 May 2020 07:01 PM IST
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़
– फोटो : एएनआई
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धनखड़ ने कहा, ‘मेरी राज्य सरकार से कोई बात नहीं हुई। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी भारतीय तटरक्षक बल और बीएसएफ से विस्तृत चर्चा हुई, उन्होंने बेहतरीन कार्य किया है। मैंने सेना से बात की, वे राहत कार्य के लिए तैयार थे। कोलकाता नगर निगम ने क्या किया?’
I couldn’t have any discussion with state govt. It’s unfortunate. I had extensive discussions with Indian Coast Guard & BSF, they did a great job. I spoke to Army, they were ready for relief work. What did Kolkata Municipal Corporation do?: WB Guv Jagdeep Dhankhar. #CycloneAmphan pic.twitter.com/lKBQng3kUL
— ANI (@ANI) May 23, 2020
उन्होंने सवाल किया, ‘उन्होंने पहले तैयारी क्यों नहीं की? अधिकतर मौतें पेड़ों के गिरने से हुई। ऐसे में पहले से कोई आकस्मिक योजना क्यों नहीं बनाई गई। पहले से व्यवस्था क्यों नहीं की गई?’
Why could they not anticipate? Most of the deaths were caused due to uprooting of trees. Why was there no contingency plan? Why were arrangements not done beforehand?: West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar. #CycloneAmphan https://t.co/PXUgxowJta
— ANI (@ANI) May 23, 2020
बता दें कि पश्चिम बंगाल में चक्रवात के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 85 हो गई है। तीन दिन बाद भी सामान्य स्थिति बहाल करने में प्रशासन की विफलता को लेकर लोगों ने कोलकाता के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य के लगभग 1.5 करोड़ लोग चक्रवात के कारण सीधे प्रभावित हुए हैं और 10 लाख से अधिक घर नष्ट हो गए हैं।