भारतीय जनता पार्टी ने बरहज देवरिया के विधायक सुरेश तिवारी और गोपामऊ (हरदोई) के विधायक श्याम प्रकाश को नोटिस जारी किया है। इसे लेकर मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा कुछ भी कहने वाले सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष ने भी उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि किसी को भी ऐसी बातें कहने का अधिकार नहीं है जिससे समाज विभाजित होता हो।
मालूम हो कि समुदाय विशेष के विक्रेताओं से सब्जी नहीं खरीदने की बात कहने पर विधायक सुरेश तिवारी को भाजपा राष्ट्राध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अलग-अलग नोटिस जारी किया है।
वहीं, सोशल मीडिया पर संगठन व सरकार के खिलाफ टिप्पणी करने वाले विधायक श्याम प्रकाश को भी यूपी भाजपा ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
दोनों विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने लोगों से एक विशेष समुदाय के विक्रेताओं से सब्जी नहीं खरीदने को कहा था। इस मामले में पार्टी की काफी फजीहत हुई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक शीर्ष नेतृत्व ने विधायक की टिप्पणी को बेहद गैर-जिम्मेदाराना माना है।
जेपी नड्डा ने तिवारी पर त्वरित कार्रवाई न करने पर प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व की भी खिंचाई की है। बताया गया कि नड्डा ने यूपी के प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को तिवारी के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर चेताया है। विधायक से एक हफ्ते के अंदर जवाब मांगा गया है।
दरअसल, बरहज विधायक ने लॉकडाउन के दौरान समुदाय विशेष के सब्जी विक्रेताओं से सब्जियां नहीं लेने की बात कही थी। तिवारी का यह वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता माना है।
इसी प्रकार गोपामऊ विधायक श्याम प्रकाश ने भी सोशल मीडिया पर लिखा था कि अब विधायकों की स्थिति और स्तर देखकर भविष्य में राजनीति से संन्यास लेने का मन कर रहा है। उन्होंने लिखा था कि विधायक सीतापुर के वायरल ऑडियो से विधायकों के मानसिक स्तर और गिरे सम्मान से मन व्यथित है।
प्रदेश अध्यक्ष ने इसे भी गंभीर अनुशासनहीनता माना है। उनके निर्देश पर प्रदेश महामंत्री विद्या सागर सोनकर ने मंगलवार को विधायक सुरेश तिवारी और श्याम प्रकाश को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा है।
भारतीय जनता पार्टी ने बरहज देवरिया के विधायक सुरेश तिवारी और गोपामऊ (हरदोई) के विधायक श्याम प्रकाश को नोटिस जारी किया है। इसे लेकर मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा कुछ भी कहने वाले सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष ने भी उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि किसी को भी ऐसी बातें कहने का अधिकार नहीं है जिससे समाज विभाजित होता हो।
मालूम हो कि समुदाय विशेष के विक्रेताओं से सब्जी नहीं खरीदने की बात कहने पर विधायक सुरेश तिवारी को भाजपा राष्ट्राध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अलग-अलग नोटिस जारी किया है।
वहीं, सोशल मीडिया पर संगठन व सरकार के खिलाफ टिप्पणी करने वाले विधायक श्याम प्रकाश को भी यूपी भाजपा ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
दोनों विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने लोगों से एक विशेष समुदाय के विक्रेताओं से सब्जी नहीं खरीदने को कहा था। इस मामले में पार्टी की काफी फजीहत हुई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक शीर्ष नेतृत्व ने विधायक की टिप्पणी को बेहद गैर-जिम्मेदाराना माना है।
जेपी नड्डा ने तिवारी पर त्वरित कार्रवाई न करने पर प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व की भी खिंचाई की है। बताया गया कि नड्डा ने यूपी के प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को तिवारी के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर चेताया है। विधायक से एक हफ्ते के अंदर जवाब मांगा गया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बरहज विधायक ने लॉकडाउन के दौरान समुदाय विशेष के सब्जी विक्रेताओं से सब्जियां नहीं लेने की बात कही थी। तिवारी का यह वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता माना है।
इसी प्रकार गोपामऊ विधायक श्याम प्रकाश ने भी सोशल मीडिया पर लिखा था कि अब विधायकों की स्थिति और स्तर देखकर भविष्य में राजनीति से संन्यास लेने का मन कर रहा है। उन्होंने लिखा था कि विधायक सीतापुर के वायरल ऑडियो से विधायकों के मानसिक स्तर और गिरे सम्मान से मन व्यथित है।
प्रदेश अध्यक्ष ने इसे भी गंभीर अनुशासनहीनता माना है। उनके निर्देश पर प्रदेश महामंत्री विद्या सागर सोनकर ने मंगलवार को विधायक सुरेश तिवारी और श्याम प्रकाश को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा है।
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