पंकज शुक्ल, मुंबई, Updated Mon, 27 Apr 2020 01:39 AM IST
यकीन कर सकते हैं आप कि किसी कलाकार ने पृथ्वीराज कपूर के साथ काम करना शुरू किया हो और उनके परिवार की चौथी पीढ़ी रणबीर कपूर तक के साथ अदाकारी के जलवे बिखेरे हों! या फिर कि जिस कलाकार की मां ने अपनी बेटी को कभी बुर्के से बाहर न आने की तमाम कसमें खिलाई हों, वह पहली कोशिश में ही जर्मनी के मशहूर बैले स्कूल में एडमीशन पाने में सफल रही। और, ये भी कि हिंदुस्तान में मुसलमानों की हिंदुओं से भी ज्यादा आबादी वाले जिले रामपुर में पैदा होने के बाद भी उसने जमाने से बगावत कर शादी की तो एक पंजाबी हिंदू से। तो जनाब, मेहरबान, कद्रदान ये किस्सा है उस मशहूर हस्ती का जिसकी जिंदगी दुनिया के सबसे काबिल नाचने वालों में से एक रहे उदय शंकर के एक टेलीग्राम ने बदल दी।