न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sat, 16 May 2020 07:23 PM IST
शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन प्रवासी मजदूरों से बातचीत की, जो अपने गृह राज्यों में लौटने के लिए सुखदेव विहार फ्लाईओवर पर चल रहे थे। काले रंग की पैंट और सफेद कुर्ता पहने राहुल गांधी को फुटपाथ पर बैठे देखा गया, जहां वो सुखदेव विहार फ्लाइओवर के पास प्रवासी मजदूरों से बात कर रहे थे।
कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन के दौरान अपने घरों की ओर वापस जा रहे प्रवासी मजदूरों के एक समूह से राहुल गांधी ने उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। हालांकि, इसके बाद कांग्रेस की तरफ से दावा किया गया कि पुलिस ने मजदूरों को यह कहते हुए हिरासत में लिया कि उनके पास “ऐसा करने के लिए ऊपर से आदेश आया” है।
राहुल गांधी से मिलने वाले प्रवासियों को हिरासत में ली जाने वाली बात ‘झूठी’: पुलिस सूत्र
वहीं, राहुल गांधी से मिलने वाले प्रवासियों को हिरासत में लिए जाने वाले दावे को पुलिस के सूत्रों ने गलत और झूठी खबर बताया है। पुलिस सूत्रों को कहना है कि प्रवासी मजदूर अभी भी उसी जगह पर हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की तरफ से इन प्रवासी मजदूरों को ज्यादा संख्या में वाहनों में भेजे जाने की पेशकश की थी, जो नियमों के खिलाफ है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि नियमों के मुताबिक, उन्हें एक बड़े समूह के रूप में वाहन पर चढ़ने की अनुमति नहीं है।
शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन प्रवासी मजदूरों से बातचीत की, जो अपने गृह राज्यों में लौटने के लिए सुखदेव विहार फ्लाईओवर पर चल रहे थे। काले रंग की पैंट और सफेद कुर्ता पहने राहुल गांधी को फुटपाथ पर बैठे देखा गया, जहां वो सुखदेव विहार फ्लाइओवर के पास प्रवासी मजदूरों से बात कर रहे थे।
कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन के दौरान अपने घरों की ओर वापस जा रहे प्रवासी मजदूरों के एक समूह से राहुल गांधी ने उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। हालांकि, इसके बाद कांग्रेस की तरफ से दावा किया गया कि पुलिस ने मजदूरों को यह कहते हुए हिरासत में लिया कि उनके पास “ऐसा करने के लिए ऊपर से आदेश आया” है।
राहुल गांधी से मिलने वाले प्रवासियों को हिरासत में ली जाने वाली बात ‘झूठी’: पुलिस सूत्र
वहीं, राहुल गांधी से मिलने वाले प्रवासियों को हिरासत में लिए जाने वाले दावे को पुलिस के सूत्रों ने गलत और झूठी खबर बताया है। पुलिस सूत्रों को कहना है कि प्रवासी मजदूर अभी भी उसी जगह पर हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की तरफ से इन प्रवासी मजदूरों को ज्यादा संख्या में वाहनों में भेजे जाने की पेशकश की थी, जो नियमों के खिलाफ है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि नियमों के मुताबिक, उन्हें एक बड़े समूह के रूप में वाहन पर चढ़ने की अनुमति नहीं है।
Source link