विश्व परिवार दिवस (15 मई) को खास बनाने की पहल इस बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने की है। इस दिन आरएसएस सामूहिक पारिवारिक सहभोज का आयोजन करने जा रहा है। इस पहल में ब्रज प्रांत के 8 लाख से अधिक परिवार एक साथ भोजन करेंगे। इतना ही नहीं, इस खास दिन पर भारतीय संस्कृति और हिंदू मान्यताओं के अनुसार कर्म भी किए जाएंगे जो सूर्य नमस्कार से शुरू होकर ईश वंदना तक शामिल हैं।
लॉकडाउन के कारण सभी लोग अपने घरों में ही हैं। इस कार्यक्रम को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए संघ एवं उसके विचार पर चलने वाले संगठन ऑनलाइन बैठक करके बूथ, गली एवं कॉलेज तक के कार्यकर्ताओं को सहभागी बना रहे हैं। ब्रज प्रांत में इस कार्यक्रम से करीब आठ लाख परिवारों को जोड़ने की योजना पर काम हो रहा है।
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ये जिले हैं शामिल
इसमें मथुरा के साथ आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस, एटा, मैनपुरी, कासगंज, बदायूं, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर शामिल हैं।
क्या-क्या करना है
सूर्योदय से पूर्व उठकर धरती माता को प्रणाम करते हुए प्रात: स्मरण करें। तत्पश्चात अपने घर, गली-मोहल्ले की सफाई करें। दिन में छत पर पक्षियों के लिए दाना एवं पानी रखें। गाय, कुत्ते एवं बंदरों को रोटी एवं अन्य खाद्य सामग्री आदि देते हुए चीटियों को भी आटा डालें।
भूख से पीड़ित व्यक्ति को भोजन कराएं। पर्यावरण की दृष्टि से घर में रखे गमले, पौधे आदि को व्यवस्थित करें। शाम को परिवार के साथ बैठकर भारतीय संस्कृति, सामाजिक समरसता, सम्मिलित परिवार एवं स्वदेशी व राष्ट्रीय विषयों की चर्चा करें। तत्पश्चात रात्रि 8:00 बजे से भोजन मंत्र करते हुए परिवार के सभी छोटे-बड़े महिला-पुरुष सदस्य एक साथ बैठकर भोजन करें और फिर रात्रि को सोने से पूर्व ईश वंदना करें।
मथुरा को 50 हजार का लक्ष्य
भारतीय संस्कृति की दिशा देने के लिए 15 मई को आयोजित हो रहे सहभोज को लेकर संघ के सभी संगठन प्रतिनिधियों की बैठक सोमवार को आयोजित की गई। इसमें संघ के विभाग प्रचारक गोविंद ने कहा कि संघ का कार्य समाज का संगठन करना है।
संघ के मथुरा महानगर सह कार्यवाह विजय बंटा सर्राफ ने बताया कि लॉकडाउन के समय का सदुपयोग करते हुए परिवारों को एक दिशा देने के लिए संघ ने जो अभियान चलाया है। इसके तहत मथुरा में 50 हजार लोगों को जोड़ने का लक्ष्य स्वयंसेवकों को दिया गया है।
सार
मथुरा में 50 हजार लोगों को जोड़ने का लक्ष्य
भारतीय संस्कृति के अनुसार कर्म भी किए जाएंगे
विस्तार
विश्व परिवार दिवस (15 मई) को खास बनाने की पहल इस बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने की है। इस दिन आरएसएस सामूहिक पारिवारिक सहभोज का आयोजन करने जा रहा है। इस पहल में ब्रज प्रांत के 8 लाख से अधिक परिवार एक साथ भोजन करेंगे। इतना ही नहीं, इस खास दिन पर भारतीय संस्कृति और हिंदू मान्यताओं के अनुसार कर्म भी किए जाएंगे जो सूर्य नमस्कार से शुरू होकर ईश वंदना तक शामिल हैं।
लॉकडाउन के कारण सभी लोग अपने घरों में ही हैं। इस कार्यक्रम को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए संघ एवं उसके विचार पर चलने वाले संगठन ऑनलाइन बैठक करके बूथ, गली एवं कॉलेज तक के कार्यकर्ताओं को सहभागी बना रहे हैं। ब्रज प्रांत में इस कार्यक्रम से करीब आठ लाख परिवारों को जोड़ने की योजना पर काम हो रहा है।
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ये जिले हैं शामिल
इसमें मथुरा के साथ आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस, एटा, मैनपुरी, कासगंज, बदायूं, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर शामिल हैं।
क्या-क्या करना है
सूर्योदय से पूर्व उठकर धरती माता को प्रणाम करते हुए प्रात: स्मरण करें। तत्पश्चात अपने घर, गली-मोहल्ले की सफाई करें। दिन में छत पर पक्षियों के लिए दाना एवं पानी रखें। गाय, कुत्ते एवं बंदरों को रोटी एवं अन्य खाद्य सामग्री आदि देते हुए चीटियों को भी आटा डालें।
भूख से पीड़ित व्यक्ति को भोजन कराएं। पर्यावरण की दृष्टि से घर में रखे गमले, पौधे आदि को व्यवस्थित करें। शाम को परिवार के साथ बैठकर भारतीय संस्कृति, सामाजिक समरसता, सम्मिलित परिवार एवं स्वदेशी व राष्ट्रीय विषयों की चर्चा करें। तत्पश्चात रात्रि 8:00 बजे से भोजन मंत्र करते हुए परिवार के सभी छोटे-बड़े महिला-पुरुष सदस्य एक साथ बैठकर भोजन करें और फिर रात्रि को सोने से पूर्व ईश वंदना करें।
मथुरा को 50 हजार का लक्ष्य
भारतीय संस्कृति की दिशा देने के लिए 15 मई को आयोजित हो रहे सहभोज को लेकर संघ के सभी संगठन प्रतिनिधियों की बैठक सोमवार को आयोजित की गई। इसमें संघ के विभाग प्रचारक गोविंद ने कहा कि संघ का कार्य समाज का संगठन करना है।
संघ के मथुरा महानगर सह कार्यवाह विजय बंटा सर्राफ ने बताया कि लॉकडाउन के समय का सदुपयोग करते हुए परिवारों को एक दिशा देने के लिए संघ ने जो अभियान चलाया है। इसके तहत मथुरा में 50 हजार लोगों को जोड़ने का लक्ष्य स्वयंसेवकों को दिया गया है।
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