रेल मंत्री पीयूष गोयल (फाइल फोटो)
– फोटो : ani
ख़बर सुनें
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में नौ मौतें होने के बाद भारतीय रेलवे ने शुक्रवार को लोगों से अपील की है कि यदि वे पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं या उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो ट्रेन से यात्रा न करें। 27 मई को 48 घंटे के अंदर श्रमिक ट्रेन में कम से कम नौ यात्रियों की मौत हो गई। रेलवे का कहना है कि इन सभी का स्वास्थ्य ठीक नहीं था।
रेलवे एक मई से रोजाना श्रमिक ट्रेनों का संचालन कर रहा है ताकि देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाया जा सके। बयान में रेल मंत्रालय ने कहा, ‘यह देखा गया है कि कुछ लोग जो इस सेवा का लाभ उठा रहे हैं, वे पहले से ही किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं। यह कोविड-19 महामारी के दौरान उनके सामने आने वाले जोखिम को बढ़ाती है। यात्रा के दौरान कुछ लोगों की मौत पहले से स्वास्थ्य खराब होने की वजह से हो गई है।’
To protect vulnerable persons from #COVID19, in line with MHA directives,Railways makes an appeal that persons with co-morbidities, pregnant women, children below the age of 10 years and persons above 65 years may avoid travel by rail,except when it is essential: Railway Ministry pic.twitter.com/7NwJOaQR5l
— ANI (@ANI) May 29, 2020
मंत्रालय का कहना है कि ऐसा देखा गया है कि पहले से ही किसी बीमारी से जूझ रहे कुछ लोग श्रमिक ट्रेनों में यात्रा कर रहे हैं, जिससे कोविड-19 संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
मंत्रालय ने कोविड-19 के संक्रमण से कमजोर व्यक्तियों को बचाने के लिए अपील की है। मंत्रालय का कहना है कि जो लोग पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं (जैसे- हाइपरटेंशन, डायबिटीज, कैंसर, दिल से संबंधित बीमारी), गर्भवती महिलाएं, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों अनुसार जब तक जरूरी न हो तब तक रेल यात्रा को नजरअंदाज करने की अपील की जाती है।
मंत्रालय का कहना है कि रेलवे का परिवार 24 घंटे और सातों दिन काम कर रहा है ताकि यात्रा करने वाले हर नागरिक को रेल की सुविधा प्रदान की जा सके। हम इस मामले में सभी नागरिकों का सहयोग चाहते हैं। किसी भी संकट या आपातकाल के मामले में कृपया अपने रेलवे परिवार तक पहुंचने में संकोच न करें और हम आपकी हमेशा की तरह मदद करेंगे।