न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर।
Updated Thu, 04 Jun 2020 12:08 AM IST
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मौसम विभाग के एक अधिकारी ने इस संबंध में बताया कि ‘निसर्ग’ गुरुवार सुबह सात बजे से 11 बजे के बीच महाराष्ट्र से खंडवा, खरगोन और बुरहानपुर के रास्ते मध्यप्रदेश में प्रवेश कर सकता है। हालांकि, इसके आने से पहले ही राज्य के कुछ स्थानों पर बारिश हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि इंदौर और उज्जैन संभाग में ‘निसर्ग’ का प्रभाव अगले दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। इस दौरान तेज हवा और आंधी चलने के साथ गरज व चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है और कई स्थानों पर बिजली भी गिर सकती है।
उन्होंने बताया कि ‘निसर्ग’ चक्रवात के प्रभाव से मध्यप्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र के कुछ इलाकों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। हालांकि पूर्वानुमान के अनुसार, महाराष्ट्र के मुकाबले मध्यप्रदेश में चक्रवात की तीव्रता कम रहने की संभावना है।
मध्यप्रदेश के जनसंपर्क विभाग ने बताया कि इंदौर और उज्जैन संभाग में अधिकारियों से कहा गया है कि वे ध्वनि विस्तारक यंत्रों और सोशल मीडिया के जरिए नागरिकों को चक्रवाती तूफान के खतरों से संबंधित जानकारी देकर सचेत करें। इसके अलावा गांवों में मुनादी कराएं। संभावित प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहा जाए।
बता दें कि मध्यप्रदेश के इन दोनों ही संभागों के कुछ केंद्रों में किसानों से गेहूं एवं चने की सरकारी खरीद अभी जारी है। ऐसे में खरीदे गए अनाज को सुरक्षित स्थानों पर भंडारण कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
इस बीच तूफान ‘निसर्ग’ को लेकर इंदौर में हुई एक बैठक में जिलाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक जिले में गुरुवार सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे के बीच चक्रवाती तूफान का असर दिख सकता है। जिलाधिकारी ने लोगों से घरों मं ही रहने की अपील की है। तूफान के दौरान संभावित प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए इंदौर नगर निगम में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है।