न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बैतूल
Updated Wed, 03 Jun 2020 02:34 AM IST
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में कथित तौर पर कर्ज नहीं चुका पाने से परेशान एक किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। किसान का शव गांव में एक पेड़ से लटका मिला।
जानकारी के अनुसार, जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर बटकिडोह गांव में 45 वर्षीय किसान श्रीनिवास सरकार ने मंगलवार को पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कर्ज नहीं चुका पाना श्रीनिवास के खुदकुशी करने के पीछे की वजह बताई जा रही है।
चोपना पुलिस थाने के प्रभारी गोविंद सिंह ने बताया कि गांव में किसान श्रीनिवास सरकार का शव एक पेड़ से लटका मिला। उन्होंने मृतक के परिवार के सदस्यों के हवाले से बताया कि श्रीनिवास ऋण नहीं चुका पा रहा था, जिससे परेशान होकर उसने यह आत्मघाती कदम उठाया।
चोपना पुलिस थाने के प्रधान आरक्षक सुरेश पांडे ने कहा कि मृतक के भाई विभाष सरकार ने बताया कि श्रीनिवास ने एक सहकारी समिति से लगभग 40,000 रुपये का कर्ज लिया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है।
वहीं शाहपुर की सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) हरसिमरन प्रीत कौर ने बताया कि परिवार के सदस्य बता रहे हैं कि किसान ने सहकारी समिति से कर्ज लिया था, लेकिन उसने आत्महत्या क्यों की यह पुलिस जांच के बाद सामने आ सकेगा।
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में कथित तौर पर कर्ज नहीं चुका पाने से परेशान एक किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। किसान का शव गांव में एक पेड़ से लटका मिला।
जानकारी के अनुसार, जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर बटकिडोह गांव में 45 वर्षीय किसान श्रीनिवास सरकार ने मंगलवार को पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कर्ज नहीं चुका पाना श्रीनिवास के खुदकुशी करने के पीछे की वजह बताई जा रही है।
चोपना पुलिस थाने के प्रभारी गोविंद सिंह ने बताया कि गांव में किसान श्रीनिवास सरकार का शव एक पेड़ से लटका मिला। उन्होंने मृतक के परिवार के सदस्यों के हवाले से बताया कि श्रीनिवास ऋण नहीं चुका पा रहा था, जिससे परेशान होकर उसने यह आत्मघाती कदम उठाया।
चोपना पुलिस थाने के प्रधान आरक्षक सुरेश पांडे ने कहा कि मृतक के भाई विभाष सरकार ने बताया कि श्रीनिवास ने एक सहकारी समिति से लगभग 40,000 रुपये का कर्ज लिया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है।
वहीं शाहपुर की सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) हरसिमरन प्रीत कौर ने बताया कि परिवार के सदस्य बता रहे हैं कि किसान ने सहकारी समिति से कर्ज लिया था, लेकिन उसने आत्महत्या क्यों की यह पुलिस जांच के बाद सामने आ सकेगा।
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