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होंडा ने सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन दिशानिर्देशों के अनुसार अपने सभी चार उत्पादन प्लांट में 22 मार्च से काम बंद कर रखा है। सिर्फ होंडा ही नहीं, देश के सभी प्रमुख ऑटो निर्माताओं का यही हाल है। अप्रैल 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन के कारण सभी विनिर्माण संयंत्रों और डीलरशिप को बंद कर दिया गया है।
TVS Motor Company (टीवीएस मोटर कंपनी) ने भी एक बयान में कहा कि 23 मार्च, 2020 से, कंपनी के संयंत्रों को भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुपालन में बंद कर दिया गया है। अप्रैल 2020 के महीने के दौरान, टीवीएस मोटर कंपनी की घरेलू बाजार में शून्य बिक्री रही है। चेन्नई पोर्ट पर परिचालन फिर से शुरू करने के बाद, मार्च 2020 के स्टॉक से दोपहिया वाहनों की 8,134 यूनिट्स और 1,506 तीन-पहिया वाहनों को अत्यधिक सुरक्षा का पालन करने हुए निर्यात किया गया है।
टीवीएस मोटर कंपनी राज्य के दिशानिर्देशों के अनुसार परिचालन को फिर से शुरू करने के लिए तैयार हो रही है और कर्मचारियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठा रही है। कंपनी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हालात सामान्य होने के बाद लोग व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए वाहन खरीदेंगे जिससे वाहनों की मांग में तेजी आएगी।
यही हाल देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी का भी रहा। भारतीय ऑटोमोबाइल जगत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि Maruti Suzuki India (MSI) मारुति सुजुकी इंडिया और MG Motor (एमजी मोटर) की पिछले महीने अप्रैल में एक भी कार नहीं बिकी। बंद के लिए जारी सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार कंपनी के संयंत्रों में उत्पादन बंद है। हालांकि बंदरगाहों के खुलने के बाद मारुति सुजुकी ने मूंदड़ा बंदरगाह से 632 कारों का निर्यात किया है। निर्यात के लिए सभी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन किया गया।
वहीं ऑटोमोबाइल उद्योग संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोटिव डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने अप्रैल में हुई जीरो ब्रिकी पर कहा कि हम इसे भुलाकर फिर से कारोबार शुरू करने की दिशा में काम करेंगे। फाडा ने कहा कि ऑटोमोबाइल इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब बिक्री शून्य हुई है। यह पूरी ऑटोमोबाइल कम्युनिटी के लिए एक मुश्किल वक्त है।
फाडा के अध्यक्ष आशीष हर्षराज काले ने कहा कि हम लॉकडाउन खुलने के बाद जल्द से जल्द व्यापार को फिर से शुरू करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। उन्होंने फिर कहा कि अप्रैल 2020 एक ऐसा महीना होगा जिसे पूरा ऑटोमोबाइल उद्योग भूल जाना चाहता है और कहना चाहता है कि भविष्य में ऐसा समय कभी नहीं आए।
देशभर में लागू लॉकडाउन के चलते पूरा ऑटोमोबाइल सेक्टर प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि पूरे ऑटोमोबाइल सेक्टर को साथ मिलकर व्यापार में वापस आना होगा। ऐसी स्थिति में अगर किसी एक को भी छोड़ दिया गया, तो इसका उस पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा क्योंकि यह पूरा सिस्टम ही एक-दूसरे पर निर्भर है। अब आगे यह भी देखना होगा कि मांग पर कितना असर पड़ता है। हालांकि यह काफी कम होने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऑटो उद्योग को लॉकडाउन के तुरंत बाद सरकार से मदद की जरूरत होगी, ताकि मांग को वापस पटरी पर लाया जा सके।
सार
Honda Motorcycle & Scooter India Pvt Ltd (होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) और TVS Motor Company (टीवीएस मोटर कंपनी) ने बताया कि अप्रैल महीने में घरेलू बाजार में उसके एक भी वाहन की बिक्री नहीं हुई। कंपनी ने शनिवार को बताया कि 25 मार्च के बाद से पूरे देश में लॉकडाउन के कारण कंपनी एक भी वाहन बेचने में सफल नहीं हो पाई। हालांकि जापानी दोपहिया वाहन निर्माता ने 2,630 दोपहिया वाहनों का निर्यात किया है।
विस्तार
होंडा ने सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन दिशानिर्देशों के अनुसार अपने सभी चार उत्पादन प्लांट में 22 मार्च से काम बंद कर रखा है। सिर्फ होंडा ही नहीं, देश के सभी प्रमुख ऑटो निर्माताओं का यही हाल है। अप्रैल 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन के कारण सभी विनिर्माण संयंत्रों और डीलरशिप को बंद कर दिया गया है।
TVS Motor Company (टीवीएस मोटर कंपनी) ने भी एक बयान में कहा कि 23 मार्च, 2020 से, कंपनी के संयंत्रों को भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुपालन में बंद कर दिया गया है। अप्रैल 2020 के महीने के दौरान, टीवीएस मोटर कंपनी की घरेलू बाजार में शून्य बिक्री रही है। चेन्नई पोर्ट पर परिचालन फिर से शुरू करने के बाद, मार्च 2020 के स्टॉक से दोपहिया वाहनों की 8,134 यूनिट्स और 1,506 तीन-पहिया वाहनों को अत्यधिक सुरक्षा का पालन करने हुए निर्यात किया गया है।
टीवीएस मोटर कंपनी राज्य के दिशानिर्देशों के अनुसार परिचालन को फिर से शुरू करने के लिए तैयार हो रही है और कर्मचारियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठा रही है। कंपनी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हालात सामान्य होने के बाद लोग व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए वाहन खरीदेंगे जिससे वाहनों की मांग में तेजी आएगी।
यही हाल देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी का भी रहा। भारतीय ऑटोमोबाइल जगत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि Maruti Suzuki India (MSI) मारुति सुजुकी इंडिया और MG Motor (एमजी मोटर) की पिछले महीने अप्रैल में एक भी कार नहीं बिकी। बंद के लिए जारी सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार कंपनी के संयंत्रों में उत्पादन बंद है। हालांकि बंदरगाहों के खुलने के बाद मारुति सुजुकी ने मूंदड़ा बंदरगाह से 632 कारों का निर्यात किया है। निर्यात के लिए सभी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन किया गया।
वहीं ऑटोमोबाइल उद्योग संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोटिव डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने अप्रैल में हुई जीरो ब्रिकी पर कहा कि हम इसे भुलाकर फिर से कारोबार शुरू करने की दिशा में काम करेंगे। फाडा ने कहा कि ऑटोमोबाइल इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब बिक्री शून्य हुई है। यह पूरी ऑटोमोबाइल कम्युनिटी के लिए एक मुश्किल वक्त है।
फाडा के अध्यक्ष आशीष हर्षराज काले ने कहा कि हम लॉकडाउन खुलने के बाद जल्द से जल्द व्यापार को फिर से शुरू करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। उन्होंने फिर कहा कि अप्रैल 2020 एक ऐसा महीना होगा जिसे पूरा ऑटोमोबाइल उद्योग भूल जाना चाहता है और कहना चाहता है कि भविष्य में ऐसा समय कभी नहीं आए।
देशभर में लागू लॉकडाउन के चलते पूरा ऑटोमोबाइल सेक्टर प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि पूरे ऑटोमोबाइल सेक्टर को साथ मिलकर व्यापार में वापस आना होगा। ऐसी स्थिति में अगर किसी एक को भी छोड़ दिया गया, तो इसका उस पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा क्योंकि यह पूरा सिस्टम ही एक-दूसरे पर निर्भर है। अब आगे यह भी देखना होगा कि मांग पर कितना असर पड़ता है। हालांकि यह काफी कम होने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऑटो उद्योग को लॉकडाउन के तुरंत बाद सरकार से मदद की जरूरत होगी, ताकि मांग को वापस पटरी पर लाया जा सके।