इ 7 वी सेतू अभ्यास दिवस 33
विषय – हिंदी
उचित हाव-भाव, लय ताल के साथ कविता का गायन करवाएँ। सुनो और गाओ
बसंती हवा
हवा हूँ, हवा मै, बसंती हवा हूँ।
सुनो बात मेरी- अनोखी हवा हूँ।
बडी बावली हूँ, बडी मस्तमौला ।
नहीं कुछ फिकर है, बड़ी ही निडर हूँ।
जिधर चाहती हूँ, उधर घूमती हूँ,
मुसाफिर अजब हूँ।
न घर-बार मेरा, न उद्देश्य मेरा,
न इच्छा किसी की, न आशा किसी की,
न प्रेमी न दुश्मन, जिधर चाहती हूँ उधर घूमती हूँ।
हवा हूँ, हवा मैं बसंती हवा हूँ।
कविता में आए ध्वनियुक्त शब्द ढूँढो ।
आओ अभ्यास करें
छात्रों को समूह में या व्यक्तिगत रूप में गाने के लिए कहें।
आओ सृजन करें
पाठ्यपुस्तक में आए कविताओं को लय सूर में प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित कहें।