Heatwave Likely To Abate Only After May 28; Dust Storm, Thunderstorm Expected On May 29-30 Says Imd – महामारी के बीच नौतपा की मार,गर्मी ने कई जगह तोड़ा रिकार्ड, अब आसमान से उम्मीदें




पूरा उत्तर भारत गर्म हवा और लू की चपेट में है। मौसम विभाग ने कहा है कि इस चिलचिलाती गर्मी से 28 मई से राहत मिलने की उम्मीद है। विभाग ने सोमवार को बताया कि 28 मई से पुरवाई बहने से इस क्षेत्र में वातावरण में थोड़ी शीतलता आएगी। गौरतलब है कि पिछले दो दिनों से राजस्थान के चूरू में तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। इस साल देश का अब तक का यह अधिकतम तापमान बताया जा रहा है।

क्षेत्रीय विशेष मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राजेंद्र कुमार जेनमानी ने बताया कि पुरवा हवा बहने से 28 मई से वातावरण में व्याप्त अत्यधिक गर्मी में कमी आनी शुरू हो जाएगी। इन हवाओं के कारण देश के उत्तरी हिस्सों में 29 मई से गरज के साथ बारिश होने का भी अनुमान है।

जिसके कारण तापमान के भी 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 1 से 5 जून के बीच केरल पहुंचने का अनुमान है। वहीं इसके 15 से 20 जून तक मुंबई पहुंचने के आसार हैं।

हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए धारा-144 लागू
पलवल जिला उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि गर्म हवाओं के प्रभाव से लू लगना और हैजा जैसी बीमारियां हो सकती हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं। कोविड-19 का संक्रमण पहले से ही फैला हुआ है। इसलिए बढ़ती गर्मी से होने वाले हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए जिले में धारा 144 के आदेश पारित किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा भी गर्मी से बचाव के संबंध में ‘डूज एंड डोन्ट्स’ एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि आगामी 2-3 दिनों में गर्म हवा और बढ़ने की संभावना है, जिससे आमजन के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।

उन्होंने बताया कि हीट स्ट्रोक से बचने के लिए जरूरी बचाव, तरीके और सावधानियां बरतें। उपायुक्त ने बिजली, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, स्वास्थ्य विभाग, नगर परिषद और नगर पालिका, विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। 

दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को भी भीषण गर्मी और लू ने लोगों को बेहाल किया। हालांकि तेज हवा चलने से रविवार के मुकाबले पारे में आंशिक गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली में अधिकतम तापमान रविवार के मुकाबले 0.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जोकि सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा। हालांकि, पालम का अधिकतम तापमान इस सीजन में अब तक का सबसे ज्यादा 46.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। आया नगर इलाका भी लू की चपेट में रहा। 

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिन तक मौसम में ज्यादा फेरबदल की उम्मीद नहीं है। 28 मई के बाद मौसम करवट लेगा। सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में 35 किमी प्रति घंटा की चाल से हवाएं चलीं। इससे रविवार की तुलना में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गई।

न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ऊपर 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि सतह पर चलने वाली हवाओं के तेज होने से गरमी का अहसास तो बना रहा, लेकिन तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई। हवाओं की चाल सामान्य होती तो दिल्ली का तापमान 47 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर चला जाता।

हवा का रुख बदलने पर 28 से गिरेगा पारा

 मौसम विभाग के मुुताबिक, 28 मई को हवा का रुख बदलेगा। उत्तर पश्चिमी की जगह हवाएं दिल्ली-एनसीआर में पूरब से आएंगी। वहीं, इसी दौरान पश्चिमी विक्षोभ का असर भी  रहेगा। इससे 28 मई की रात से 30 मई तक हल्की बारिशकी उम्मीद है। अनुमान है कि 28 को अधिकतम तापमान 43 डिसे रहेगा। 31 मई तक इसके 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की उम्मीद है।
नौतपा के पहले ही दिन सोमवार को हरियाणा में गर्मी चरम पर रही। प्रदेश के 13 जिले भीषण गर्मी और लू की चपेट में रहे। वहीं, मंगलवार को भी 14 जिलों में भीषण गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। शेष जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 
इधर, सोमवार को गर्मी और लू ने लोगों को बेहाल कर दिया। दोपहर में सूरज का कहर बरपा। घर से बाहर निकलते ही लोगों के सिर चकरा गए। सुबह दस बजे बाद छत पर रखी टंकी का पानी खौल गया और नलों से उबला हुआ पानी आया। नारनौल में अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है। सभी जिलों में पारा 42 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।

28 मई तक भीषण गर्मी, 2 जून तक राहत 
हरियाणा में 28 मई तक भीषण गर्मी पड़ेगी। हालांकि, जीटी बेल्ट के जिलों में 28 को मौसम में बदलाव आ जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने और हवा की दिशा बदलने से प्रदेश में तेज अंधड़ के साथ बारिश होने का अनुमान है। 29 मई को 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से तेज हवा के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार दो जून तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है। इसे देखते हुए 29 मई से दो जून तक यानी पांच दिन तक पारा 40 या इससे नीचे आ सकता है। इससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है।

आज इन जिलों में रेड अलर्ट 
महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी और चरखीदादरी। 

प्रमुख शहरों का तापमान 
शहर         तापमान 

नारनौल     45.8
हिसार       45.0
सिरसा       45.0
रोहतक     44.0
ग्रुरुग्राम      44.0
फरीदाबाद  44.0
कुरुक्षेत्र      43.5
भिवानी      43.1
करनाल      43.0
अंबाला      42.8
चंडीगढ़     42.0

बुंदेलखंड में नौतपा के पहले ही दिन लोगों को झुलसाने वाली गर्मी का सामना करना पड़ा। सूरज की प्रचंड गर्मी के आगे सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बहुत जरूरी काम होने पर ही गिने-चुने लोग घरों से बाहर निकले। अधिकतम पारा 47.1 डिग्री सेल्सियस होने की वजह दोपहर भर आग बरसती रही। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अभी चार दिन और लोगों को ऐसी ही भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। 

सोमवार से नौतपा की शुरूआत हो गई है। ऐसी मान्यता है कि इन नौ दिनों में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है। हालांकि, पिछले साल नौतपा में बारिश हो जाने की वजह से अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक ही पहुंच सका था लेकिन इस बार राजस्थान और गुजरात की तरफ से आने वाली गर्म हवाओं की वजह से अधिकतम पारा 47 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों का मनाना है कि लॉकडाउन के कारण प्रदूषण आदि न होने से सूरज की धूप बिना किसी बाधा के धरती तक आ रही है। इस कारण लोगों को इस बार प्रचंड गर्मी झेलनी पड़ रही है। सोमवार को भी अधिकतम तापमान 47.1, न्यूनतम 33 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह से ही गर्म हवाओं के थपेड़े के साथ लोगों को चुभती हुई गर्मी का सामना करना पड़ रहा था। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, सूरज की तपिश झुलसाने लगी। भीषण गर्मी में जो भी घर से बाहर निकला, उसके शरीर की त्वचा में कालापन आने लगा। कइयों का सिर चकरा गया। मौसम विभाग की मानें तो अब चार दिन ऐसी ही गर्मी झेलनी पड़ेगी। 

हिमाचल में मई की गर्मी ने लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है। सोमवार को मैदानी जिलों में लू ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया। पहाड़ी क्षेत्रों में भी चढ़ते पारे से पसीना छूटना शुरू हो गया है। सोमवार को राजधानी शिमला सहित पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहा। धूप खिलने से अधिकतम तापमान में सामान्य से दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज हुई। मैदानी क्षेत्रों में दिन के समय घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। कर्फ्यू में मिली छूट के बावजूद बहुत कम लोग खरीदारी करने बाजारों में पहुंच रहे हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मंगलवार को मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान जताया है। बुधवार से प्रदेश के कई क्षेत्रों में बादल बरसने के आसार है। 28 और 29 मई को मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा के कई क्षेत्रों में बारिश और अंधड़ का येलो अलर्ट जारी हुआ है। पूरे प्रदेश में 31 मई तक मौसम खराब बना रहने की संभावना जताई गई है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में आ रहे इस बदलाव से प्रदेश में गर्मी से कुछ राहत मिलने के आसार भी जताए गए हैं। सोमवार को ऊना में अधिकतम तापमान 42.3, बिलासपुर में 40.0, हमीरपुर में 39.8, सुंदरनगर में 38.4, कांगड़ा में 37.5, नाहन में 37.3, भुंतर में 35.8, चंबा में 35.9, सोलन में 35.5, धर्मशाला में 31.8, शिमला में 28.1, डलहौजी में 23.2, कल्पा में 24.4 और केलांग में 20.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।

तमतमा रहा सूरज राहत देने के मूड में नहीं है। सुबह से चढ़ा पारा दोपहर तक रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया। सोमवार को लगातार दूसरे दिन प्रदेश में प्रयागराज सबसे गर्म शहर रहा। दिन में लू  थपेड़े झुलसाते रहे। मौसम विभाग ने गर्मी और लू के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दो दिन सूखी गर्मी के बाद 28 मई को बारिश के आसार हैं। 

जेठ की तपती दुपहरी लोगों पर भारी पड़ रही है। सुबह से ही गर्म हवाएं चलने लगीं। सोमवार को घरों से बाहर निकले लोग तपन और गर्मी से परेशान रहे। गरम तवे की की तरह सड़कें तपती रहीं। 

रविवार को अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री से बढ़त बनाकर पारा 24 घंटे में 47.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं, न्यूनतम मामूली कमी के साथ 28.8 डिग्री से 28.5 डिग्री सेल्सियस मापा गया। तेज गर्मी से वातावरण में नमी का स्तर न्यूनतम हो गया है। आर्द्रता अधिकतम 58 तो न्यूनतम 12 फीसदी पहुंच गई है। 

मौसम विज्ञानी प्रो. एचएन मिश्रा के मुताबिक सूखी गर्मी अभी सताएगी। पारा और चढ़ेगा। तापक्रम बढ़ने के साथ ही स्थानीय चक्रवात सक्रिय होगा और 28 से तीन दिन तक बादलों की धमाचौकड़ी और अचानक बारिश हो सकती है। उन्होंने बताया कि तीन दिन पहले शुरू हुआ दस तपा की गरमी परेशानी का कारण बनेगी।

कानपुर में पिछले तीन-चार दिन से पड़ रही गर्मी ने पसीने छुड़ा दिए हैं। सोमवार को तो गर्मी ने रिकार्ड तोड़ दिया और तापमान 45.1 पर पहुंच गया। 47 साल बाद ऐसा हुआ है जब मई में अधिकतम तापमान 45 के पार गया हो।

इसके पहले 1972 में मई में तापमान 46 डिग्री गया था। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले तीन दिन कानपुर ही नहीं पूरे प्रदेश के लिए और भी मुश्किल भरे होंगे। राजस्थान की ओर से उठने वाली हवाएं प्रदेश में आग उगलेंगी। इनका असर सुबह सात से शाम सात बजे तक ज्यादा रहेगा। कुछ जिलों में तापमान 48 डिग्री तक पहुंच सकता है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 29 मई से मौसम में सकारात्मक तब्दीली हो सकती है। तेज हवा के साथ बारिश की संभावना है। पूर्वानुमान है कि मध्य उत्तरप्रदेश में हल्के बादल छाए रहेंगे। इस कारण एक जून को तेज हवाएं चलने के साथ ही मध्यम बारिश के आसार हैं। सोमवार को न्यूनतम तापमान चार डिग्री गिरकर 25.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं रात में हवा की नमी सूखकर नौ प्रतिशत रह गई।  

कुछ वर्षों का मई में तापमान

  • 2019 में 42  
  • 2018 में 41.6 
  • 2017 में  43 
  • 2016 में 42.4 
  • 2015 में 41.6 
  • 2014 में 42.4  
  • 2013 में 42.1 
  • 2012 में 40 
  • 2011 में 41 
  • 2010 में 44.2 
  • 2009 में 44.4 
  • 2008 में 47.2
अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पार पहुंच गया है। तेज गर्मी की वजह से पसीना निकलने पर शरीर में पानी और नमक की कमी होने से इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस हो सकता है। कोरोना संक्रमण होने पर अगर लू (हीट स्ट्रोक) और गर्मी लगी (हीट एग्जॉर्शन) तो यह जानलेवा हो सकता है। इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस से प्रतिरोधक क्षमता का लेवल नीचे आ जाता है जिससे कोई भी संक्रमण अधिक घातक हो सकता है। डाक्टरों ने शरीर में पानी की कमी न होने देने की सलाह दी है।

जिन कोरोना संक्रमित लोगों में रोग के अभी कोई लक्षण नहीं उभरे हैं, उन्हें गर्मी लगने पर रोग के गंभीर लक्षण उभर सकते हैं। मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. जेएस कुशवाहा और डॉ. ब्रजेश कुमार का कहना है कि गर्मी लगने पर मस्तिष्क में तापमान नियंत्रित करने वाला सिस्टम ध्वस्त हो जाता है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण अधिक घातक हो सकता है। गर्मी से बचाव अधिक जरूरी है। 

ये एहतियात बरतें

  • चेहरे और सिर पर अंगोछा लपेट कर ही बाहर निकलें 
  • थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें, शरीर में पानी की कमी न होने पाए
  • ठंडे स्थान से अचानक धूप में न जाएं
  • सादा और हल्का खाना खाएं, लिक्विड डाइट लें तो बेहतर
  • डायबिटीज न हो तो शिकंजी, शरबत पिएं
  • हाई ब्लड शुगर है तो लोग पना बनाकर पी सकते हैं
  • कॉटन के कपड़े पहनें, शरीर ढक कर बाहर निकलें

सार

  • 29 मई से आंधी बारिश के आसार, तापमान 40 डिग्री से नीचे जाएगा
  • हवा की वजह से पारे में रविवार की तुलना मेें अंाशिक गिरावट
  • दिल्ली में अधिकतम तापमान 44 डिसे., पालम 46.2 डिसे के साथ सबसे अधिक गरम 

विस्तार

पूरा उत्तर भारत गर्म हवा और लू की चपेट में है। मौसम विभाग ने कहा है कि इस चिलचिलाती गर्मी से 28 मई से राहत मिलने की उम्मीद है। विभाग ने सोमवार को बताया कि 28 मई से पुरवाई बहने से इस क्षेत्र में वातावरण में थोड़ी शीतलता आएगी। गौरतलब है कि पिछले दो दिनों से राजस्थान के चूरू में तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। इस साल देश का अब तक का यह अधिकतम तापमान बताया जा रहा है।

क्षेत्रीय विशेष मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राजेंद्र कुमार जेनमानी ने बताया कि पुरवा हवा बहने से 28 मई से वातावरण में व्याप्त अत्यधिक गर्मी में कमी आनी शुरू हो जाएगी। इन हवाओं के कारण देश के उत्तरी हिस्सों में 29 मई से गरज के साथ बारिश होने का भी अनुमान है।

जिसके कारण तापमान के भी 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 1 से 5 जून के बीच केरल पहुंचने का अनुमान है। वहीं इसके 15 से 20 जून तक मुंबई पहुंचने के आसार हैं।

हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए धारा-144 लागू
पलवल जिला उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि गर्म हवाओं के प्रभाव से लू लगना और हैजा जैसी बीमारियां हो सकती हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं। कोविड-19 का संक्रमण पहले से ही फैला हुआ है। इसलिए बढ़ती गर्मी से होने वाले हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए जिले में धारा 144 के आदेश पारित किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा भी गर्मी से बचाव के संबंध में ‘डूज एंड डोन्ट्स’ एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि आगामी 2-3 दिनों में गर्म हवा और बढ़ने की संभावना है, जिससे आमजन के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।

उन्होंने बताया कि हीट स्ट्रोक से बचने के लिए जरूरी बचाव, तरीके और सावधानियां बरतें। उपायुक्त ने बिजली, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, स्वास्थ्य विभाग, नगर परिषद और नगर पालिका, विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। 


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भीषण गर्मी और लू से नहीं मिली राहत




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