न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Fri, 05 Jun 2020 05:34 PM IST
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कम दबाव एक प्रकार का चक्रवाती प्रवाह होता है और किसी चक्रवात का पहला चरण होता है। हालांकि यह जरूरी नहीं है कि कम दबाव का हर क्षेत्र तेज होकर चक्रवात बन जाए। महापात्रा ने कहा, इससे अगले सप्ताह मॉनसून के आगे बढ़ने और अच्छी बारिश होने की संभावना है।
मॉनसून ने एक जून को केरल में दस्तक दी थी। आम तौर पर इसी दिन मॉनसून दस्तक देता है। मौसम विभाग ने पूर्व में अनुमान लगाया था कि मॉनसून में चार दिन की देरी होगी, लेकिन चक्रवात निसर्ग ने मॉनसून को तय समय पर केरल पहुंचने में मदद की।
मौसम विभाग ने कहा, ‘अरब सागर, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, बंगाल की खाड़ी के समस्त दक्षिणी-पूर्वी और पश्चिमी मध्य के कुछ हिस्सों में अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं।’ मौसम विभाग के मुताबिक, एक जून से देश में सामान्य की तुलना में नौ प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्र में भी बारिश होगी।
पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रवाह होता है जिसकी शुरुआत भू-मध्यसागर से होती है। यह मध्य एशिया को पार करता है और इसके हिमालय के संपर्क में आने के बाद पहाड़ों और उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में बारिश होती है। मौसम विभाग ने कहा है कि पूर्वी उत्तरप्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भी बारिश होने की संभावना है।
वहीं, आज बिहार में पटना के कुछ इलाकों में बारिश हुई। मौसम विभाग ने शहर में गरज के साथ बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
Bihar: Rain lashes parts of Patna today. India Meteorological Department (IMD) had predicted spells of rainfall or thundershower for the city today. (Data Source: IMD) pic.twitter.com/Q3SEPNTE8U
— ANI (@ANI) June 5, 2020