न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ
Updated Thu, 07 May 2020 02:14 PM IST
अफसरों संग बैठक करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : amar ujala
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दूसरे प्रदेशों में उत्तर प्रदेश के जो भी श्रमिक और कामगार हैं, उनकी सुरक्षित घर वापसी हमारी प्रतिबद्धता है। यह सिलसिला मार्च के अंतिम हफ्ते से ही जारी है। सभी श्रमिकों की घर वापसी तक यह जारी रहेगा। जिस तरह से घर वापसी का हमारा ये काम चल रहा है उम्मीद है कि हर श्रमिक शीघ्र ही सुरक्षित अपने-अपने घर होंगे।
लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर अफसरों संग बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने दूसरे राज्यों की सरकारों से अपने प्रदेश के श्रमिकों व कामगारों की जनपदवार सूची उपलब्ध कराने को कहा है। राज्यों से सूची मिलते ही हम अपने प्रदेश के लोगों को लाने की तुरंत व्यवस्था कर रहे हैं।
अब तक 37 ट्रेनों से आ चुके हैं 30 हजार से अधिक श्रमिक
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि अभी तक दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को लेकर 37 रेलगाड़ियां आ चुकी हैं। इससे करीब 30 हज़ार से अधिक प्रवासी आए हैं। इसके अलावा पिछले सप्ताह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी बसों से तीस हजार से अधिक श्रमिक लाए गए हैं। इससे पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और अन्य जगहों से करीब साढ़े चार लाख प्रवासी श्रमिकों को बसों के जरिए उनको उनके घर पहुंचाया गया था।
मुख्यमंत्री ने बताया कि गुरुवार को कई प्रदेशों से श्रमिकों को लेकर 20 ट्रेन आ रही हैं। इसी तरह शुक्रवार को भी 25 से 30 ट्रेनों के आने की उम्मीद है। इनको सुरक्षित घर तक पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की 10 हजार से ज्यादा बसें लगाई गई हैं। आने वाले हर श्रमिक के स्वास्थ्य की जांच होगी और उन्हें क्वारंटीन सेंटरों में रखा जाएगा। अगर कोई संदिग्ध मिलता है तो उसे मुकम्मल जांच के लिए वहीं आइसोलेट कर दिया जाएगा।
स्वस्थ्य लोगों को इस हिदायत के साथ घर भेजा जाएगा कि वह खुद और परिवार की सुरक्षा के लिए होम क्वारंटीन के नियमों का अनुपालन करें। 12 हजार से अधिक क्वारंटीन सेंटरों पर स्वास्थ्य की जांच के लिए 50 हजार से अधिक प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टॉफ को तैनात किया गया है।
स्वास्थ्य की जांच के बाद जिनको भी होम क्वारंटीन के लिए भेजा जा रहा है उनको भरण-पोषण के लिए एक हजार रुपया और मानक के अनुसार खाद्यान्न भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला प्रशासन को यह साफ निर्देश है कि वे आने वाले श्रमिकों /कामगारों से सहानुभूतिपूर्ण सम्मानजनक व्यवहार करें।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हर श्रमिक की दक्षता का आने वाले समय में प्रदेश की बेहतरी में उपयोग हो इसके लिए हम उसकी दक्षता का ब्यौरा पता और मोबाइल नंबर के साथ उपलब्ध करवा रहे हैं। इन सबको उनकी दक्षता के अनुसार स्थानीय स्तर पर हम रोजगार भी उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए हमारी कार्ययोजना बनकर लगभग तैयार है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दूसरे प्रदेशों में उत्तर प्रदेश के जो भी श्रमिक और कामगार हैं, उनकी सुरक्षित घर वापसी हमारी प्रतिबद्धता है। यह सिलसिला मार्च के अंतिम हफ्ते से ही जारी है। सभी श्रमिकों की घर वापसी तक यह जारी रहेगा। जिस तरह से घर वापसी का हमारा ये काम चल रहा है उम्मीद है कि हर श्रमिक शीघ्र ही सुरक्षित अपने-अपने घर होंगे।
लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर अफसरों संग बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने दूसरे राज्यों की सरकारों से अपने प्रदेश के श्रमिकों व कामगारों की जनपदवार सूची उपलब्ध कराने को कहा है। राज्यों से सूची मिलते ही हम अपने प्रदेश के लोगों को लाने की तुरंत व्यवस्था कर रहे हैं।
अब तक 37 ट्रेनों से आ चुके हैं 30 हजार से अधिक श्रमिक
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि अभी तक दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को लेकर 37 रेलगाड़ियां आ चुकी हैं। इससे करीब 30 हज़ार से अधिक प्रवासी आए हैं। इसके अलावा पिछले सप्ताह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी बसों से तीस हजार से अधिक श्रमिक लाए गए हैं। इससे पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और अन्य जगहों से करीब साढ़े चार लाख प्रवासी श्रमिकों को बसों के जरिए उनको उनके घर पहुंचाया गया था।
आज 20 ट्रेनों से और कल 30 ट्रेनों से आएंगे श्रमिक
मुख्यमंत्री ने बताया कि गुरुवार को कई प्रदेशों से श्रमिकों को लेकर 20 ट्रेन आ रही हैं। इसी तरह शुक्रवार को भी 25 से 30 ट्रेनों के आने की उम्मीद है। इनको सुरक्षित घर तक पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की 10 हजार से ज्यादा बसें लगाई गई हैं। आने वाले हर श्रमिक के स्वास्थ्य की जांच होगी और उन्हें क्वारंटीन सेंटरों में रखा जाएगा। अगर कोई संदिग्ध मिलता है तो उसे मुकम्मल जांच के लिए वहीं आइसोलेट कर दिया जाएगा।
स्वस्थ्य लोगों को इस हिदायत के साथ घर भेजा जाएगा कि वह खुद और परिवार की सुरक्षा के लिए होम क्वारंटीन के नियमों का अनुपालन करें। 12 हजार से अधिक क्वारंटीन सेंटरों पर स्वास्थ्य की जांच के लिए 50 हजार से अधिक प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टॉफ को तैनात किया गया है।
स्वास्थ्य की जांच के बाद जिनको भी होम क्वारंटीन के लिए भेजा जा रहा है उनको भरण-पोषण के लिए एक हजार रुपया और मानक के अनुसार खाद्यान्न भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला प्रशासन को यह साफ निर्देश है कि वे आने वाले श्रमिकों /कामगारों से सहानुभूतिपूर्ण सम्मानजनक व्यवहार करें।
दक्षता के अनुसार हर श्रमिक को देंगे काम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हर श्रमिक की दक्षता का आने वाले समय में प्रदेश की बेहतरी में उपयोग हो इसके लिए हम उसकी दक्षता का ब्यौरा पता और मोबाइल नंबर के साथ उपलब्ध करवा रहे हैं। इन सबको उनकी दक्षता के अनुसार स्थानीय स्तर पर हम रोजगार भी उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए हमारी कार्ययोजना बनकर लगभग तैयार है।
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