न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू
Updated Wed, 13 May 2020 10:29 PM IST
पूर्व आईएएस अफसर शाह फैसल पर लगाया गया पीएसए (जन सुरक्षा कानून) बुधवार को तीन माह के लिए बढ़ा दिया गया। फैसल को 15 फरवरी 2020 को पीएसए के तहत निरुद्ध किया गया था।
सूत्रों के अनुसार, पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अनुच्छेद 370 हटाने के बाद 14 अगस्त को हिरासत में लेकर एमएलए हॉस्टल में रखा गया था। उसके बाद 15 फरवरी 2020 को उन पर पीएसए की कार्रवाई की गई थी। पीएसए समाप्त होने से पहले प्रशासन ने बुधवार को तीन माह के लिए पीएसए को बढ़ा दिया गया।
मालूम हो कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रह चुके शाह फैसल ने नौकरी से इस्तीफा देकर जम्मू एंड कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट नाम के राजनीतिक दल का गठन किया था। बाद में इससे किनारा कर लिया था। प्रशासन ने पिछले माह पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को पीएसए से रिहा कर दिया था। जबकि एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती वर्तमान में पीएसए में निरुद्ध चल रही हैं।
पूर्व आईएएस अफसर शाह फैसल पर लगाया गया पीएसए (जन सुरक्षा कानून) बुधवार को तीन माह के लिए बढ़ा दिया गया। फैसल को 15 फरवरी 2020 को पीएसए के तहत निरुद्ध किया गया था।
सूत्रों के अनुसार, पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अनुच्छेद 370 हटाने के बाद 14 अगस्त को हिरासत में लेकर एमएलए हॉस्टल में रखा गया था। उसके बाद 15 फरवरी 2020 को उन पर पीएसए की कार्रवाई की गई थी। पीएसए समाप्त होने से पहले प्रशासन ने बुधवार को तीन माह के लिए पीएसए को बढ़ा दिया गया।
मालूम हो कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रह चुके शाह फैसल ने नौकरी से इस्तीफा देकर जम्मू एंड कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट नाम के राजनीतिक दल का गठन किया था। बाद में इससे किनारा कर लिया था। प्रशासन ने पिछले माह पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को पीएसए से रिहा कर दिया था। जबकि एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती वर्तमान में पीएसए में निरुद्ध चल रही हैं।
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