न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Fri, 17 Apr 2020 10:47 PM IST
खाली सड़कों पर लोगों के वाहन बेलगाम हो रहे हैं। लोग सूनी सड़कों पर जमकर फर्राटा भर रहे हैं। लॉकडाउन के पहले 21 दिनों में सड़कों पर फर्राटा भरने वाले 32,778 लोगों के चालान हुए हैं, जबकि लॉकडाउन के चलते सड़कों पर एक प्रतिशत ही वाहन हैं। हालांकि सभी चालान ओवर स्पीड के हैं और सड़कों पर लगे स्पीडिंग कैमरों से हुए हैं। एक भी चालान ट्रैफिक पुलिसकर्मी द्वारा नहीं किया गया है।
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) ताज हसन ने बताया कि लॉकडाउन से पहले एक मार्च से लेकर 23 मार्च तक दिल्ली में आठ लाख 699 चालान हुए थे। अब लॉकडाउन के दौरान 24 मार्च से लेकर 15 अप्रैल तक कुल 32,778 चालान हुए हैं। उन्होंने बताया कि सभी चालान स्पीडिंग कैमरों से हुए हैं। ये कैमरों राजधानी में रिंग रोड समेत विभिन्न जगहों पर लगे हुए है।
ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने एक भी चालान नहीं किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार चालान अक्सर लंबे विस्तार वाली सड़कों पर जैसे रिंग रोड पर कट रहे हैं। देखने में ये आया है कि दोपहर तीन से लेकर रात दस बजे तक हालत ज्यादा खराब रहते हैं। इस समय लोग जरूरी सामान लेने निकलते हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार सड़कों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी को देखकर लोग वाहनों की रफ्तार कम कर लेते हैं। मगर अब सड़कों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी नहीं दिखाई दे रहे हैं तो वाहन चालक तेज रफ्तार में वाहन को चला रहे हैं। मगर उनको पता नहीं कि सड़कों पर लगे कैमरे से उनका चालान हो रहा है।
खाली सड़कों पर लोगों के वाहन बेलगाम हो रहे हैं। लोग सूनी सड़कों पर जमकर फर्राटा भर रहे हैं। लॉकडाउन के पहले 21 दिनों में सड़कों पर फर्राटा भरने वाले 32,778 लोगों के चालान हुए हैं, जबकि लॉकडाउन के चलते सड़कों पर एक प्रतिशत ही वाहन हैं। हालांकि सभी चालान ओवर स्पीड के हैं और सड़कों पर लगे स्पीडिंग कैमरों से हुए हैं। एक भी चालान ट्रैफिक पुलिसकर्मी द्वारा नहीं किया गया है।
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) ताज हसन ने बताया कि लॉकडाउन से पहले एक मार्च से लेकर 23 मार्च तक दिल्ली में आठ लाख 699 चालान हुए थे। अब लॉकडाउन के दौरान 24 मार्च से लेकर 15 अप्रैल तक कुल 32,778 चालान हुए हैं। उन्होंने बताया कि सभी चालान स्पीडिंग कैमरों से हुए हैं। ये कैमरों राजधानी में रिंग रोड समेत विभिन्न जगहों पर लगे हुए है।
ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने एक भी चालान नहीं किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार चालान अक्सर लंबे विस्तार वाली सड़कों पर जैसे रिंग रोड पर कट रहे हैं। देखने में ये आया है कि दोपहर तीन से लेकर रात दस बजे तक हालत ज्यादा खराब रहते हैं। इस समय लोग जरूरी सामान लेने निकलते हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार सड़कों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी को देखकर लोग वाहनों की रफ्तार कम कर लेते हैं। मगर अब सड़कों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी नहीं दिखाई दे रहे हैं तो वाहन चालक तेज रफ्तार में वाहन को चला रहे हैं। मगर उनको पता नहीं कि सड़कों पर लगे कैमरे से उनका चालान हो रहा है।
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