Coronavirus: People Returning From Gulf Countries Hiding Medical History, Kerala Concerned – विदेशों से लौटने वाले कई भारतीय जानबूझकर छिपा रहे बीमारी, बढ़ी केरल की मुश्किलें 




न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली 
Updated Tue, 19 May 2020 07:31 PM IST

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पूरे देश की तरह केरल भी कोरोना वायरस से लड़ने में लगा हुआ है। मगर विदेशों से आ रहे प्रवासी भारतीयों ने इस राज्य की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंगलवार को भी 12 नए मामले सामने आए और ये सभी विदेशों से लौटकर आने वाले लोग हैं। इससे भी ज्यादा परेशानी की बात यह है कि अपने देश लौट रहे इन प्रवासी भारतीयों में बहुत से लोग अपनी बीमारी का इतिहास छिपा रहे हैं।

खासतौर पर खाड़ी देशों से लौटने वाले। इस वजह से दिक्कतें और बढ़ रही हैं। पिछले पांच दिनों में 100 से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं और राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 642 तक पहुंच गई है। यही नहीं चार लोगों की मौत भी हो चुकी है। खाड़ी देशों से प्रवासियों के लौटने की शुरुआत से पहले तक राज्य में पॉजिटिव मामलों की संख्या घटकर 16 रह गई थी, लेकिन अब फिर से तेजी आ गई है।

कोल्लम में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ की खबर के अनुसार इन लोगों ने अपना मेडिकल इतिहास छिपाया है। ये लोग दो दिन पहले ही अबू धाबी से तिरुवनंतपुरम लौटे थे। ये तीनों भारत लौटने के बाद जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं। जांच में पाया गया कि इनमें जो लक्षण पाए गए, जिससे यह साफ होता है कि ये अबू धाबी में विमान पर चढ़ने से पहले ही बीमार थे। अब प्रशासन ने विमान में सवार सभी लोगों को जांच कराने को कहा है।      
 
जानकारी के मुताबिक ऐसी कई शिकायतें मिली हैं कि भारत लौटने वाले बहुत से लोग पैरासिटामोल खा रहे हैं ताकि वे एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनिंग से बच सकें। जिन तीन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, वे अबू धाबी में पॉजिटिव पाए गए थे और अंतिम क्षणों में उन्हें विमान में चढ़ने की अनुमति दे दी गई।  

मुख्यमंत्री ने केंद्र के सामने मुद्दा उठाने की बात कही  
केरल के मुख्यमंत्री पिनयारी विजयन ने भी इस व्यवहार को बहुत ही गैर जिम्मेदाराना बताया है। उन्होंने एक बयान में कहा था, ‘यह एक गंभीर मामला है। हम यह मुद्दा केंद्र सरकार व दूतावासों के समक्ष उठाएंगे। हम बार-बार लोगों की जांच की मांग कर रहे हैं।’

पूरे देश की तरह केरल भी कोरोना वायरस से लड़ने में लगा हुआ है। मगर विदेशों से आ रहे प्रवासी भारतीयों ने इस राज्य की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंगलवार को भी 12 नए मामले सामने आए और ये सभी विदेशों से लौटकर आने वाले लोग हैं। इससे भी ज्यादा परेशानी की बात यह है कि अपने देश लौट रहे इन प्रवासी भारतीयों में बहुत से लोग अपनी बीमारी का इतिहास छिपा रहे हैं।

खासतौर पर खाड़ी देशों से लौटने वाले। इस वजह से दिक्कतें और बढ़ रही हैं। पिछले पांच दिनों में 100 से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं और राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 642 तक पहुंच गई है। यही नहीं चार लोगों की मौत भी हो चुकी है। खाड़ी देशों से प्रवासियों के लौटने की शुरुआत से पहले तक राज्य में पॉजिटिव मामलों की संख्या घटकर 16 रह गई थी, लेकिन अब फिर से तेजी आ गई है।

कोल्लम में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ की खबर के अनुसार इन लोगों ने अपना मेडिकल इतिहास छिपाया है। ये लोग दो दिन पहले ही अबू धाबी से तिरुवनंतपुरम लौटे थे। ये तीनों भारत लौटने के बाद जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं। जांच में पाया गया कि इनमें जो लक्षण पाए गए, जिससे यह साफ होता है कि ये अबू धाबी में विमान पर चढ़ने से पहले ही बीमार थे। अब प्रशासन ने विमान में सवार सभी लोगों को जांच कराने को कहा है।      

 
जानकारी के मुताबिक ऐसी कई शिकायतें मिली हैं कि भारत लौटने वाले बहुत से लोग पैरासिटामोल खा रहे हैं ताकि वे एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनिंग से बच सकें। जिन तीन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, वे अबू धाबी में पॉजिटिव पाए गए थे और अंतिम क्षणों में उन्हें विमान में चढ़ने की अनुमति दे दी गई।  

मुख्यमंत्री ने केंद्र के सामने मुद्दा उठाने की बात कही  
केरल के मुख्यमंत्री पिनयारी विजयन ने भी इस व्यवहार को बहुत ही गैर जिम्मेदाराना बताया है। उन्होंने एक बयान में कहा था, ‘यह एक गंभीर मामला है। हम यह मुद्दा केंद्र सरकार व दूतावासों के समक्ष उठाएंगे। हम बार-बार लोगों की जांच की मांग कर रहे हैं।’




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