ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली के लिए अभी कोरोना वायरस की लंबी लड़ाई शुरू होने वाली है। रोजाना औसतन जांच पर गौर करें तो अगले एक से दो दिन में राजधानी में एक फीसदी आबादी के बराबर कोरोना की जांच हो जाएगी।
दिल्ली हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, अब तक राजधानी में 1,84,362 सैंपल की जांच हो चुकी है। इनमें 15257 संक्रमित मरीज मिले हैं। डाटा विशेषज्ञ जेम्स विल्सन का कहना है कि दिल्ली की कुल आबादी 1.98 करोड़ की तुलना में जांच का आंकड़ा धीरे-धीरे ही सही, लेकिन अब एक फीसदी आबादी के करीब पहुंच गया है।
दूसरे राज्यों की तुलना में भले ही दिल्ली में फिलहाल 10 लाख की आबादी पर 9305 लोगों की जांच हो रही हो, लेकिन महामारी के संदर्भ में यह आंकड़ा अभी मंद गति से आगे बढ़ रहा है। छोटा राज्य होने की वजह से दिल्ली के लिए ज्यादा से ज्यादा जांच कम समय में कर पाने में आसानी है।
महामारी विशेषज्ञ डॉ. विनीता बाल का कहना है कि दिल्ली में अभी तक की जांच में कोरोना वायरस से पॉजिटिव 8.27 फीसदी सैंपल मिल रहे हैं। अगर यही स्थिति रही तो मरीजों की तादाद भी काफी होगी।
हालांकि, पिछले दो सप्ताह की स्थिति पर गौर करें तो औसतन चार से पांच हजार सैंपल की हर दिन जांच हो रही है, जबकि यह आंकड़ा ज्यादा होना चाहिए। क्योंकि, अन्य राज्यों की तुलना में दिल्ली में चिकित्सीय सेवाएं सबसे ज्यादा मजबूत हैं। यहां की लैब पहले से ही पर्याप्त संसाधन के साथ देश के शीर्ष स्थान पर हैं।
दिल्ली की स्थिति
मरीज 15257
मौत 303
डिस्चार्ज 7264
एक्टिव 7690
कुल जांच 1,84, 362
कुल आबादी 1,98,14,000
-10 लाख में से 9305 की जांच में 770 मिल रहे पॉजिटिव।
-दिल्ली में कोरोना वायरस की मृत्युदर 1.99 फीसदी दर्ज।
-50.40 फीसदी मरीज अभी भी उपचाराधीन।