Case Registered On Bihar Student Who Stranded In Kota For Doing Protest And Violating The Lockdown Guidelines – कोटा: घर जाने के लिए बिहार के छात्रों का प्रदर्शन, लॉकडाउन उल्लंघन के आरोप में मामला दर्ज




न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोटा
Updated Tue, 28 Apr 2020 12:59 PM IST

कोटा में विरोध-प्रदर्शन करते छात्र
– फोटो : ani

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देश में लॉकडाउन के चलते राजस्थान के कोटा में दूसरे राज्यों के हजारों छात्र फंस गए हैं। इनमें बिहार के करीब 11 हजार छात्र भी फंसे हुए हैं। इन छात्रों ने बिहार सरकार द्वारा वापस नहीं ले जाने को लेकर सोमवार को प्रदर्शन किया था। वहीं, अब इन पर लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। 

कोटा के उप निरीक्षक मोहन लाल ने कहा कि बिहार के छात्रों द्वारा कोटा में सोमवार को किए गए विरोध-प्रदर्शन के संबंध में एक मामला दर्ज किया गया है। इन छात्रों पर लॉकडाउन दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने का आरोप है। 
 

बता दें कि देश में लॉकडाउन के चलते बिहार के 17 लाख से ज्यादा लोग दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। राज्य सरकार ने कहा है कि फिलहाल उन्हें वापस लाना मुमकिन नहीं है। साथ ही बिहार के करीब 11 हजार छात्र और छात्राएं राजस्थान के कोटा में भी फंसे हैं। अब उन्होंने घर वापसी के लिए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। 

बिहार सरकार से लगातार आग्रह करने के बाद भी जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। छात्रों ने हॉस्टल में रहकर ही उपवास रखा और गांधीवादी तरीके से हाथ में तख्तियां लेकर राज्य सरकार से घर बुलवाने की अपील की। 

छात्रों का कहना है कि जब तक उन्हें घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था नहीं होती है उनका उपवास जारी रहेगा। बच्चों के अलावा उनके परिजन भी लगातार राज्य सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि उन्हें कोटा से वापस लाने की व्यवस्था की जाए।  

प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान नीतीश ने मामला उठाया
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को केंद्र से मांग की कि वह इस संदर्भ में अपने दिशा-निर्देशों में बदलाव के लिए आवश्यक निर्देश जारी करे जिससे लॉकडाउन के कारण अटके छात्रों को वहां से लाया जा सके। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह मुद्दा उठाया। नीतीश ने कहा कि राजस्थान के कोटा में कोचिंग संस्थान में बिहार के छात्र भी बड़ी संख्या में पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी सेंट्रल डिजास्टर एक्ट के अनुसार अंतरराज्यीय आवागमन पर प्रतिबंध है, जब तक नियमों में संशोधन नहीं होगा तब तक किसी को भी वापस बुलाना नियम संगत नहीं है, केंद्र सरकार इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी करे। हम इस संबंध में केंद्र के दिशा निर्देशों का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोटा ही नहीं देश के अन्य हिस्सों में भी बिहार के विद्यार्थी पढ़ते हैं। 

देश में लॉकडाउन के चलते राजस्थान के कोटा में दूसरे राज्यों के हजारों छात्र फंस गए हैं। इनमें बिहार के करीब 11 हजार छात्र भी फंसे हुए हैं। इन छात्रों ने बिहार सरकार द्वारा वापस नहीं ले जाने को लेकर सोमवार को प्रदर्शन किया था। वहीं, अब इन पर लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। 

कोटा के उप निरीक्षक मोहन लाल ने कहा कि बिहार के छात्रों द्वारा कोटा में सोमवार को किए गए विरोध-प्रदर्शन के संबंध में एक मामला दर्ज किया गया है। इन छात्रों पर लॉकडाउन दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने का आरोप है। 
 

बता दें कि देश में लॉकडाउन के चलते बिहार के 17 लाख से ज्यादा लोग दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। राज्य सरकार ने कहा है कि फिलहाल उन्हें वापस लाना मुमकिन नहीं है। साथ ही बिहार के करीब 11 हजार छात्र और छात्राएं राजस्थान के कोटा में भी फंसे हैं। अब उन्होंने घर वापसी के लिए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। 

बिहार सरकार से लगातार आग्रह करने के बाद भी जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। छात्रों ने हॉस्टल में रहकर ही उपवास रखा और गांधीवादी तरीके से हाथ में तख्तियां लेकर राज्य सरकार से घर बुलवाने की अपील की। 

छात्रों का कहना है कि जब तक उन्हें घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था नहीं होती है उनका उपवास जारी रहेगा। बच्चों के अलावा उनके परिजन भी लगातार राज्य सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि उन्हें कोटा से वापस लाने की व्यवस्था की जाए।  

प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान नीतीश ने मामला उठाया
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को केंद्र से मांग की कि वह इस संदर्भ में अपने दिशा-निर्देशों में बदलाव के लिए आवश्यक निर्देश जारी करे जिससे लॉकडाउन के कारण अटके छात्रों को वहां से लाया जा सके। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह मुद्दा उठाया। नीतीश ने कहा कि राजस्थान के कोटा में कोचिंग संस्थान में बिहार के छात्र भी बड़ी संख्या में पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी सेंट्रल डिजास्टर एक्ट के अनुसार अंतरराज्यीय आवागमन पर प्रतिबंध है, जब तक नियमों में संशोधन नहीं होगा तब तक किसी को भी वापस बुलाना नियम संगत नहीं है, केंद्र सरकार इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी करे। हम इस संबंध में केंद्र के दिशा निर्देशों का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोटा ही नहीं देश के अन्य हिस्सों में भी बिहार के विद्यार्थी पढ़ते हैं। 






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