न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Updated Fri, 24 Apr 2020 10:44 PM IST
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जानकारी के अनुसार सरकार और उड्डयन अधिकारियों के निर्देश पर दिल्ली, कोलकाता और गुवाहाटी एयरपोर्ट की 72 घंटे की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई हैं, ताकि इन आरोपों की जांच की जा सके। अधिकारियों ने एयर इंडिया, स्पाइस जेट और ब्लू डॉर्ट जैसी एविएशन कंपनियों से भी उड़ानों के संबंध में जानकारी मांगी है।
बता दें कि बिहार भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा था कि किशोर विमान में छिपकर दिल्ली से कोलकाता गए। उन्होंने प्रशांत किशोर की यात्रा का विवरण सार्वजनिक करने की मांग की थी। भाजपा प्रवक्ता ने सवाल खड़े करते हुए कहा था कि इस कोरोना के कहर के दौर में लॉकडाउन के बीच मालवाहक विमान से यात्रा करने अनुमति उन्हें किसने दी? क्या प्रशांत किशोर ने सामान के साथ छिपकर दिल्ली से कोलकाता की अवैध यात्रा की?
निखिल ने कहा कि जब प्रशांत किशोर मालवाहक विमान के कर्मचारी नहीं हैं और न ही केंद्र, दिल्ली सरकार या फिर पश्चिम बंगाल सरकार के पुलिस-प्रशासन के अधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की त्रासदी के दौर में वे मेडिकल कर्मी, डॉक्टर, किसी प्रकार के विशेषज्ञ या मालवाहक विमान के पायलट, सह-पायलट या सामान ढोने वाले पोर्टर भी नहीं हैं तो किस अधिकार से सामान ले जाने वाले विमान में चुपचाप दिल्ली से कोलकाता गए।
उन्होंने मांग की कि प्रशांत किशोर को, पश्चिम बंगाल सरकार को और प्रशांत की मेहमान नवाजी कर रही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस यात्रा से अनुमति से संबंधित कागजात सार्वजनिक करना चाहिए और बताना चाहिए कि मालवाहक विमान में की गई इस यात्रा को कैसे अवैध नहीं माना जाए?
निखिल ने कहा कि इस यात्रा से जुड़े कागजात सार्वजनिक नहीं किए जाते हैं तो भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण से और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से लॉकडाउन में प्रशांत किशोर की इस चोरी छिपे की गई यात्रा की जांच की मांग करूंगा।
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह असफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना की इस चुनौती के दौर में जब चिकित्सा विशेषज्ञ सहित शासन-प्रशासन से जुड़े विशेषज्ञ लोगों को कमान देना चाहिए तो ममता बनर्जी ने एक राजनीतिक बिचौलिए प्रशांत किशोर को लॉकडाउन में चोरी छुपे अवैध ढंग से दिल्ली से कोलकाता बुलाया है ताकि अपने झूठे प्रोपगेंडा के जरिए छवि चमका सकें।